शनिवार, 13 अप्रैल 2024

अबकी बार 400 पार

मुख्य मुद्दे गौण, जातिवाद हावी लोकसभा चुनावों की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। 19 अप्रैल 2024 को प्रथम चरण के वोट डाले जायेंगे। हर बार की तरह इस बार भी चुनावो पर जातिवाद हावी है। देश के मुख्य मुद्दे बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा आदि पर कोई बात नहीं कर रहा है। दरअसल जो मिल जाता है उसकी महत्ता कम हो जाती है। कभी इन्ही मुद्दों पर चुनाव लड़े जाते थे। वर्तमान के चुनाव बीजेपी बनाम कांग्रेस के बीच लड़ा जा रहा है या यों कहिये एनडीए बनाम गठबंधन के बीच होने वाला है। मोदीजी का नारा है अबकी बार 400 पार। इस नारे से गठबंधन भी भयभीत है। मोदीजी को अपनी गारंटी और अपने कार्य पर वोट मिलते हैं वहीं गठबंधन के पास बताने को कुछ नहीं है, सिर्फ घोषणा पत्र है। गठबंधन के घोषणा पत्र में जहां एक ओर लंबे चौड़े वायदे हैं वहीं दूसरी ओर ऐसी बाते हैं जो देश के विनाश का कारण बन सकती हैं। तुष्टिकरण की नीति पर बना है घोषणा पत्र। कांग्रेस ने देश पर 60 साल मुकम्मल राज किया। मुसलमानों को अपना वोट बैंक समझा। मुस्लिम समाज ने भी कांग्रेस का भरपूर साथ दिया। लेकिन उन्हें बदले में मिला क्या? यदि कांग्रेस ने मुसलमानों के लिये कुछ किया होता तो आज मुस्लिम समुदाय पिछड़ा न होता। कांग्रेस के यूपीए 2 में हुए बेहताशा घोटालों के कारण जनता ने कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर डाला। कांग्रेस के समय देश की अर्थव्यवस्था डगमगा रही थी। 40 करोड़ रुपये के लिये सोना गिरवी रखना पड़ा था। सेना के पास लड़ने को हथियार नहीं थे। बुलेट प्रूफ जैकेट नहीं थी। पास के देश चीन, पाकिस्तान धमकी देते रहते थे। बेरोजगारी चरम पर थी। बस में कहीं आओ जाओ तो यही सुनने को मिलता था, सावधान आपकी सीट के नीचे बम हो सकता है। कश्मीर में पत्थर बाज़ों का राज था। देश मे आतंकी घटनाएं होती रहती थी। ऐसा हाल था देश का। 2014 में मोदीजी बहुमत से जीत कर आये। तब से अब तक लगातार देश आगे बढ़ रहा है। देश मे सड़को का जाल बिछा दिया है गडकरी जी ने। घर -घर शौचालय बन गये हैं। हर घर, नल से जल पर तेज़ी से कार्य हो रहा है। सेना के पास आधुनिक हथियार हैं। नई-नई रेल चल रही हैं। 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन मिल रहा है। नये-नये एम्स खुल गये हैं। नये-नये एयरपोर्ट बन रहे हैं। नोटबन्दी कर पाकिस्तान को भिखारी बना दिया है। देश मे ही नहीं विदेशों में मोदी-मोदी हो रहा है। विपक्ष कहता है बेरोजगारी बहुत है। यह बात ठीक है लेकिन बढ़ती आबादी में कोई भी सरकार एक निश्चित सीमा तक ही नॉकरी दे सकती है। मोदीजी का मंत्र है मेक इन इंडिया के तहत खुद के रोजगार का सृजन करो और दूसरों को भी रोजगार दो। ऐसा हो भी रहा है। लेकिन जिसे काम ही नहीं करना उसे कौन रोजगार दे सकता है? मोदीजी का मंत्र है सबका साथ सबका विकास। इसी मंत्र पर कार्य हो रहा है। बिना भेदभाव सभी को एकसमान सुविधाएं मिल रही हैं। कहीं पर भी हिन्दू- मुस्लिम का भेदभाव नही है। सभी के जनधन खातों में समान रूप से धन भेजा जा रहा है। सिर्फ आलोचना करना ठीक नहीं है। पिछले 10 साल में मोदीजी समेत पूरे मंत्रिमंडल पर भ्र्ष्टाचार का एक भी दाग नहीं है। हिंदुस्तान में हिन्दू विरोधी मानसिकता रखने वाले, सनातन को गाली देने वाले, चुनावों के समय मन्दिर जाने का ढोंग करने वाले, राम मंदिर का बहिष्कार करने वाले कभी देश का भला नहीं कर सकते। भारत देश मिली जुली संस्कृति का देश है। सबका सम्मान करना ही होगा। तभी देश आगे बढ़ेगा। सुनील जैन राना

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