रविवार, 28 मई 2023

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नये संसद भवन का विरोध क्यो?

नये संसद भवन का विरोध क्यों? देश की राजधानी दिल्ली में नये संसद भवन का उदघाटन विधिवत हो गया। रिकार्ड समय मे यह भवन बन कर तैयार हुआ। प्रधानमंत्री मोदीजी ने संसद भवन में दण्डवत प्रणाम कर आसन ग्रहण किया। नये संसद भवन में पवित्र सेंगोल भी स्थापित किया गया। सेंगोल राजदण्ड भी कहलाता है। यह चोल राजवँश की निशानी है। जिसे आज़ादी के बाद विधिपूर्वक तत्कालीन प्रधामनंत्री जवाहरलाल नेहरु जी को सत्ता के हस्तांतरण के रूप में सौंपा गया था। नेहरूजी ने इसे एक संग्रहालय में रखवा दिया था। जिसे मोदीजी में पुनः शुद्धि आदि करवा कर नये संसद भवन में सम्मान के साथ स्थापित करवाया और कहा यह हमें कर्तव्यपथ पर चलने को प्रेरित करता रहेगा। ऐसे सुंदर और गौरवशाली कार्य का विपक्ष ने बहिष्कार किया। विपक्ष के बहिष्कार करने के कारण भी अजूबों से भरे है। विपक्ष का कहना की भवन का उदघाटन राष्ट्रपति को करना चाहिए मोदीजी को नहीं। विडंबना की बात है की विपक्ष की तारणहार कांग्रेस ने ही इन्ही राष्ट्पति मुर्मू जी को नकार कर उनके खिलाफ प्रत्याशी उतारा था। तब कांग्रेस को मुर्मू जी के सम्मान की बातें याद नहीं आई। कांग्रेस के कुछ सांसद कहते हैं इसकी क्या जरूरत थी जबकि कांग्रेस के समय मे ही 2012 में स्पीकर मीरा कुमार जी ने नये संसद की जरूरत को समझते हुए एप्रुवल दिया था, मनमोहन सिंह पीएम थे। एक आरोप यह भी की ज्यादा खर्च किया गया। ज्ञात रहे कांग्रेस के राज में अफगानिस्तान में भारतीय सहायता से 2005 में पीएम मनमोहन सिंह के द्वारा संसद भवन बनवाने की मंजूरी हुई, जिसकी लागत लगभग 969 करोड़ रुपये हुई। जो बनकर 2015 में तैयार हुआ जिसका उदघाटन मोदीजी के करकमलों से हुआ। यहीं कांग्रेस की पीड़ा है। जबकि भारत का यह संसद भवन उससे बहुत सुंदर, बेहतर, बड़ा और आकर्षक है। इसकी लागत उसके 10 साल बाद उससे भी कम में बना है। दरअसल लुटियन जोंस में कांग्रेस के अलावा किसी अन्य का दखल ही गांधी परिवार को बर्दाश्त नहीं हो रहा है। विपक्ष भी कांग्रेस की राह पर चलते हुए अनर्गल विलाप कर रहा है। यहाँ तक की संसद भवन के डिज़ाइन को ताबूत के जैसा बता दिया जा रहा है। ऐसे विरोध को दुर्भाग्यपूर्ण ही कहा जा सकता है। विपक्ष का बहिष्कार तर्क सम्मत नहीं है। गलत कार्य का विरोध तो समझ आता है लेकिन हर कार्य का विरोध करना विपक्ष ने अपनी रणनीति बना ली है। छत्तीसगढ़ में बने नये विधानसभा भवन का उदघाटन सभी को दरकिनार कर सांसद सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने किया। मुख्यमंत्री का नाम शिलापट पर नीचे कोने में लिखा था। यह कैसी राजनीति, कैसा विरोध, कैसी सोच? सुनील जैन राना

गुरुवार, 25 मई 2023

भार पर प्रभार

🏵️🏵️ *दाढ़ी मात्र रु.10/-* 🏵️🏵️ ---------------------- 🌹🌹 विद्युत वितरण कंपनी में सेवारत एक अधिकारी दाढ़ी बनवाने एक सैलून में गये और सैलून में लगे बोर्ड को पढ़ने लगे.... 👉 दाढ़ी --------- ₹.10/- 👉ब्लेड अधिभार. ₹. 2/- 👉उस्तरा भाड़ा .. ₹. 3/- 👉क्रीम ---------- ₹. 5/- 👉 कैंची भाड़ा -- ₹. 3/- 👉 कुर्सी भाड़ा -- ₹.10/- 👉लोशन -------- ₹. 7/- 👉पाउडर ------- ₹. 5/- 👉नॅपकिन भाड़ा.₹. 5/- -------------------------------- योग ......... ₹. 50/- -------------------------------- 🤔 बोर्ड पढ़कर अधिकारीजी बोले :-- "तुम तो कमाल करते हो यार...! दाढ़ी मात्र १० रु. लिखकर अन्य दूसरे छुपे खर्चे जोड़कर ग्राहकों को 'लूटते' हो...??" सैलून स्वामी : -- "मेरे द्वारा इस बोर्ड पर शुद्ध हिन्दी में और सुपाठ्य बड़े अक्षरों में स्पष्ट लिखने से मेरे काम पर टिप्पणी कर रहे हो साहब...? और आपकी महावितरण कंपनी में सालों से उपभोक्ताओं के साथ "महाछल" जारी है उसका क्या...??" 👉स्थायी प्रभार 👉 विद्युत प्रभार 👉 विद्युत वहन प्रभार 👉 ईंधन समायोजन प्रभार 👉 विद्युत शुल्क 👉 विद्युत बिक्री कर, 👉व्याज, 👉 अन्य प्रभार 👉चालू विद्युत देयक, 👉 पूर्व बकाया 👉समायोजित राशि 👉 बकाया ब्याज राशि 👉कुल बकाया राशि 👉कुल देयक राशि .... पूर्णांक देयक... " अब आप ही बतायें.... ऐसे विद्युत बिल पर आज तक कितने लोगों ने आपत्ति जताई ...?" और..... महावितरण अधिकारी दाढ़ी बनवाये बिना ही लौट गये ....!!😂😂 (आम उपभोक्ताओं की आंखें खुलने तक शेयर करें...जब तक जनता लुट जाने को तैयार है तब तक "महावितरण कंपनी" की लूट जारी है...!!) 🏵️जागो...! ग्राहक जागो...!!🏵️

तम्बाकू निषेध दिवस

( ३१ मई) विश्व तंबाकू निषेध दिवस--- विद्याचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन,भोपाल ------------------------------------------------------------------------------------------ ३१ मई को दुनिया भर में हर साल विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य तंबाकू सेवन के व्यापक प्रसार और नकारात्मक स्वास्थ्य प्रभावों की ओर ध्यान आकर्षित करना है, जो वर्तमान में दुनिया भर में हर साल ७० लाख से अधिक मौतों का कारण बनता है, जिनमें से ८९० ,००० गैर-धूम्रपान करने वालों का परिणाम दूसरे नंबर पर हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के सदस्य राज्यों ने १९८७ में विश्व तंबाकू निषेध दिवस बनाया। पिछले इक्कीस वर्षों में, दुनिया भर में सरकारों, सार्वजनिक स्वास्थ्य संगठनों, धूम्रपान करने वालों, उत्पादकों से उत्साह और प्रतिरोध दोनों मिले हैं।]राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम वर्ष २००७ -०८ में भारत के २१ राज्यों के ४२ जिलो में पायलेट परियोजना के रूप में प्रारम्भ किया गया। सर्वप्रथम राजस्थान के 2 जिलों जयपुर व झुंझुनू को सम्मिलित कर गतिविधियाँ प्रारम्भ की गयी। वर्ष २०१५ -१६ में जयपुर, झुन्झुनू के अतिरिक्त अजमेर, टॉक, चूरू, उदयपुर, राजसमन्द, चित्तौडगढ, कोटा, झालावाड, भरतपुर, सवाईमाधोपुर, अलवर, जैसलमेर, पाली, सिरोही, श्रीगंगानगर जिले (कुल १७ जिले) योजनान्तर्गत सम्मिलित किये गये । १९८७ में, विश्व स्वास्थ्य संगठन की विश्व स्वास्थ्य सभा ने संकल्प WHA40.38 पारित किया, जिसमें ७ अप्रैल १९८८ को "एक विश्व धूम्रपान न करने वाला" कहा गया। दिन का उद्देश्य दुनिया भर में तंबाकू उपयोगकर्ताओं को २४ घंटे के लिए तंबाकू उत्पादों का उपयोग करने से रोकने का आग्रह करना था, एक ऐसी कार्रवाई जो वे उम्मीद करते थे कि वे छोड़ने की कोशिश कर रहे लोगों के लिए सहायता प्रदान करेंगे। १९८८ में, विश्व स्वास्थ्य सभा द्वारा संकल्प WHA42.19 पारित किया गया था, ३१ मई को हर साल विश्व तंबाकू निषेध दिवस के रूप में मनाया जाता है। तब से, WHO ने हर साल विश्व तंबाकू निषेध दिवस का समर्थन किया है, हर साल एक अलग तंबाकू से संबंधित विषय को जोड़ा है। १९९८ में, WHO ने तम्बाकू मुक्त पहल की स्थापना की, जो अंतर्राष्ट्रीय संसाधनों पर ध्यान केंद्रित करने और तंबाकू के वैश्विक स्वास्थ्य मुद्दे पर ध्यान देने का प्रयास है। यह पहल वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य नीति बनाने के लिए सहायता प्रदान करती है, समाजों के बीच गतिशीलता को प्रोत्साहित करती है, और विश्व स्वास्थ्य संगठन फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन टोबैको कंट्रोल का समर्थन करती है। डब्ल्यूएचओ एफसीटीसी एक वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य संधि है जिसे २००३ में दुनिया भर के देशों द्वारा तंबाकू निषेध के लिए काम करने वाली नीतियों को लागू करने के लिए एक समझौते के रूप में अपनाया गया है। २००८ में, विश्व तंबाकू निषेध दिवस की पूर्व संध्या पर, डब्ल्यूएचओ ने सभी तंबाकू विज्ञापन, प्रचार और प्रायोजन पर दुनिया भर में प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया। उस वर्ष के दिन का विषय था तंबाकू मुक्त युवा; इसलिए, यह पहल विशेष रूप से युवाओं को लक्षित विज्ञापन प्रयासों को लक्षित करने के लिए थी। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, तंबाकू उद्योग को युवा उपभोक्ताओं के साथ पुराने छोड़ने या मरने वाले धूम्रपान करने वालों को बदलना होगा। इस वजह से, विपणन रणनीतियों को आमतौर पर उन जगहों पर मनाया जाता है जो युवाओं को फिल्मों, इंटरनेट, होर्डिंग और पत्रिकाओं जैसे आकर्षित करेंगे। अध्ययनों से पता चला है कि जितने अधिक युवा तम्बाकू के विज्ञापन के संपर्क में आते हैं, उतनी ही अधिक धूम्रपान करने की संभावना होती है। इस वर्ष विश्व तंबाकू निषेध दिवस का विषय "फेफड़ों पर तंबाकू का खतरा" है तंबाकू के सेवन से होने वाले नुकसान------- तंबाकू का सेवन करने से मुंह से बदबू आती है। तंबाकू के सेवन से दांत खराब होते हैं। तंबाकू के सेवन से आंखें कमजोर होती हैं। तंबाकू का सेवन करने से इंसान के फेफड़े खराब हो जाते हैं। तंबाकू के सेवन करने से ह्रदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। इसके सेवन से फेफड़ों और मुंह का कैंसर हो सकता है, जो कि जानलेवा हो सकता है। विद्याचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन,संरक्षक शाकाहार परिषद A2 /104 पेसिफिक ब्लू ,नियर डी मार्ट ,होशंगाबाद रोड, भोपाल 462026 मोबाइल ०९४२५००६७५३

रविवार, 21 मई 2023

जैनियों की उपेक्षा

*भाजपा जैनों के लिए क़हर हैं, ज़हर हैं, बर्बादी का कूँआ और मौत का सितम हैं,क्यों कहा ऐसा मदन काका ने*👉🏿👉🏿👉🏿👉🏿👉🏿👉🏿👉🏿 ♦️♦️♦️नाकोड़ा ट्रस्ट के चुनाव से लौट जोधपुर से बैठे बैंगलोर,हैदराबाद, मद्रास,मुम्बई,इंदौर,अहमदाबाद व जयपुर तक आधा दर्जन से अधिक राज्यों में व्यापार करने वाले मदन काका ने *सम्मेदशिखरजी व पालिताणा* *के विवाद की चर्चा पर लम्बे समय तक* *चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि मैने जीवन के 70 बसन्त देख लिए हैं,जीवन में मैने भाजपा के अलावा कभी किसी पार्टी क़ो बोट नही दिया मग़र केसरियाजी को लेकर सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जैनों के पक्ष में दिए* *अति महत्वपूर्ण एतिहासिक निर्णय को कुचल वहाँ राजस्थान की तत्कालीन भाजपा की वसुन्धरा सरकार ने संभाग के भील,मीणा,गिरासिया को भड़काकर आदिवासियों से* *जैनों से लड़ाकर राज्य सरकार की ओर से अड़ंगा लगाया तथा वसुन्धरा की ही सरकार ने रणकपुर की पवित्रता क़ो भंगकर उसके आस पास दारू,मांस व पर्यटन के माफ़िया जाल को खड़ा करवाया उस दिन* *से भाजपा से मेरा विश्वास कमजोर हुआ किन्तु गिरनार को गुजरात की भाजपा मोदी सरकार के* *सहयोग से हड़पने और इस क़ाम को सफलीभूत बनाने वाले उस हिस्ट्रीसिटर महेश पंडा को *मोदीजी ने भाजपा का दिल्ली से सांसद बनाया उसके बाद तो मेरा भाजपा व मोदी से विश्वास ही उठ गया*. अब आए दिन पालिताणा पर भगवा साधुओं व तीर्थ यात्रियों को धमकाने वाले गुण्डों व खुलेआम गिरनार की तरह यहाँ जिनत्व को कुचल देने वाले भगवावेश धारियों को रोकने की बजाय इन सबको गुजरात सरकार की पुलिस व प्रशासन के मिल रहे सहयोग और सम्मेद शिखरज़ी क़ो हड़पकर तबाह करने का पूर्ववृति रघुवरदास की झारखण्ड राज्य की भाजपा सरकार व मोदी सरकार के मिले जुल किए गए गहरे व घातक षड्यंत्र से अब मुझे भाजपा से नफ़रत ही नही घृणा होने लगी हैं.मैने कहीं लेख पढ़ा था कि भाजपा आज मुसलमानों व ईसाइयों के ख़िलाफ़ ज़हर उगलकर बहुसंख्यकों के बोट ले रही हैं,उसी तर्ज़ पर आगे जैनों के ख़िलाफ़ क़हर,ज़हर व धार्मिक उन्माद फैलाकर बहुसंख्यकों के बोट बटोरेगी.उस समय तक उस जैन अख़बार के इस समाचार को मैं झूठ ही मानता रहा मग़र अब यह सब मैं बड़े दुःखी मन से विचलित हुआ अपनी नंगी आँखों से देख भी रहा हूँ और पीड़ा के साथ भुगत भी रहा हूँ। 2014 में मोदीजी ने अपेक्षा से अधिक मुसलमानों, ईसाइयों व पारसियों तक को केंद्रीय मन्त्री बनाया मग़र जैनों को बहिष्कृत व तिरस्कृत कर जैनों को नकार दिया और 2019 में एक भी जैन को सांसद का टिकट न दे आज़ादी के बाद पहली बार जैनों के राजनैतिक वजूद का ही ख़ात्मा कर डाला हैं.चालीस वर्षों से भाजपा के लिए जीने मरने की क़सम खाने वाला मुझ जैसा अतीव समर्पित सिपाही भाजपा के छल कपट व धोखे से ठगा व मार खाया यह ज़रूर कहूँगा कि भाजपा जैन, जिनत्व, जिन संस्कृति व तीर्थों के लिए काल हैं.हम जैनों के लिए क़हर,ज़हर ही नही बर्बादी का कुँआ हैं और जिनत्व के मौत का सितम हैं। *👉👉👉अब इसके बाद राजस्थान के भाजपा विधायक ने जिस तरह से दिगंबर मुनियों का उपहास उड़ाया है उसके तो उन्होंने स्पस्ट कहा कि मेरी आत्मा कहती हैं कि समय रहते हम जैनों को भाजपा से दूरी बना लेनी चाहिए।* पहली बार मैने पाया कि बोगी में बैठे सारे जैनियों ने मदन काका की बात का अधिकतर जैनी भाइयों ने समर्थन किया.आप जैनी क्या सोचते हैं,यह आपका अपना विचार व अधिकार हैं.मग़र मदन काका के गम्भीर उद्दगार ने चिंता भी बढ़ा दी हैं और जैनों को चिन्तन के लिए भी मजबूर कर दिया हैं.ऐसा मानता हूँ. 🙏तमाम जैन भाइयों के चरणों में सविनय प्रणाम अर्पित करता हूँ.👏🏽 “””””””””””””””””””””””””””” *सोहन मेहता’क्रान्ति’जोधपुर,राज०* *कवि,लेखक,पत्रकार,समालोचक.* अभी जैन समाज को और भी कई तोहफे देगी भाजपा

शनिवार, 20 मई 2023

पानी अनमोल

*पानी* आकाश से गिरे तो ♡ *बारिश* *आकाश* की ओर उठे तो ♡ *भाप* अगर *जम* कर *गिरे* तो ♡ *ओले* अगर *गिर* कर *जमे* तो ♡ *बर्फ* *फूल* पर हो तो ♡ *ओस* *फूल* से निकले तो ♡ *इत्र* *जमा* हो जाए तो ♡ *झील* *बहने* लगे तो ♡ *नदी* *सीमाओं* में रहे तो ♡ *जीवन* *सीमाएं* तोड़ दे तो ♡ *प्रलय* *आँख* से निकले तो ♡ *आँसू* *शरीर* से निकले तो ♡ *पसीना* और *प्रभु* के चरणों को छू कर ♡ निकले तो *चरणामृत* आज विश्व जल दिवस पर समर्पित Save Water💧Save Life💧. 💧पानी को जरूर बचाये 💦💦💦💦💦💦💦 💦

शनिवार, 13 मई 2023

आरक्षण का आधार आर्थिक हो

आरक्षण से कोई आपत्ति नहीं है ! समस्या तो यह है कि ~ जिसको आरक्षण दिया जा रहा है , वो सामान्य आदमी बन ही नहीं पा रहा है ! समय सीमा तय हो कि ~ वह सामान्य नागरिक कब तक बन जायेगा ? किसी व्यक्ति को आरक्षण दिया गया और वो किसी सरकारी नौकरी में आ गया ! अब उसका वेतन ₹25000से ₹50000 व इससे भी अधिक है , पर जब उसकी संतान हुई तो वह भी पिछडी ही पैदा हुई , और ... हो गई शुरुआत ! उसका जन्म हुआ प्राईवेट अस्पताल में ~ पालन पोषण हुआ राजसी माहोल में ~ फिर भी वह गरीब पिछड़ा और सवर्णों के अत्याचार का मारा हुआ ? उसका पिता लाखों रूपए सालाना कमा रहा है , तथा उच्च पद पर आसीन है ! सारी सरकारी सुविधाएं ले रहा है ! वो खुद जिले के ... सबसे अच्छे स्कूल में पढ़ रहा है , और सरकार ... उसे पिछड़ा मान रही है ! सदियों से सवर्णों के ... अत्याचार का शिकार मान रही है ! आपको आरक्षण देना है , बिलकुल दो पर उसे नौकरी देने के बाद तो ... सामान्य बना दो ! ये गरीबी ओर पिछड़ा दलित आदमी होने का तमगा तो हटा दो ! यह आरक्षण कब तक मिलता रहेगा उसे ? इसकी भी कोई समय सीमा तय कर दो ? या कि ~ बस जाति विशेष में पैदा हो गया तो आरक्षण का हकदार हो गया , और वह कभी सामान्य नागरिक नही होगा ! दादा जी जुल्म के मारे ! बाप जुल्म का मारा ! अब ... पोता भी जुल्म का मारा ! आगे जो पैदा होगा वह भी ~ जुल्म का मारा ही पैदा होगा ! ये पहले से ही तय कर रहे हो ? वाह रे मेरे देश का दुर्भाग्य ! वाह रे महान देश ! जिस आरक्षण से उच्च पदस्थ अधिकारी , मन्त्री , प्रोफेसर , इंजीनियर, डॉक्टर भी पिछड़े ही रह जायें, गरीब ही बने रहेंगे , ऐसे असफल अभियान को तुरंत बंद कर देना चाहिए ! क्या जिस कार्य से कोई आगे न बढ़ रहा हो उसे जारी रखना मूर्खतापूर्ण कार्य नहीं है ? हम में से कोई भी आरक्षण के खिलाफ नहीं, पर आरक्षण का आधार जातिगत ना होकर आर्थिक होना चाहिए ! सबका साथ सबका विकास ~ अन्त्योदय योजना लाओ ~ अंत को सबल बनाओ ! और तत्काल प्रभाव से ... प्रमोशन में आरक्षण तो बंद होना ही चाहिए ! नैतिकता भी यही कहती है , और संविधान की मर्यादा भी ! क्या कभी ऐसा हुआ है कि ~ किसी मंदिर में प्रसाद बँट रहा हो तो एक व्यक्ति को चार बार मिल जाये ,और एक व्यक्ति लाइन में रहकर अपनी बारी का इंतजार ही करता रहेगा ? आरक्षण देना है तो उन गरीबों ,लाचारों को चुन चुन के दो जो बेचारे दो वक्त की रोटी को मोहताज हैं... चाहे वे अनपढ़ ही क्यों न हों ! चौकीदार , सफाई कर्मचारी ,सेक्युरिटी गार्ड कैसी भी नौकरी दो ! हमें कोई आपत्ति नहीं है और ना ही होगी ! ऐसे लोंगो को मुख्य धारा में लाना ... सरकार का ~ सामाजिक व नैतिक उत्तरदायित्व भी है ! परन्तु भरे पेट वालों को बार बार 56 व्यंजन परोसने की यह नीति बंद होनी ही चाहिए ! जिसे एक बार आरक्षण मिल गया , उसकी अगली पीढ़ियों को सामान्य मानना चाहिये और आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिये ! गरीब को आरक्षण मिले।

शुक्रवार, 12 मई 2023

नफ़रती भाषण

हेट स्पीच- क्रिया पर प्रतिक्रिया भारतीय राजनीति में जब भी कहीं पर चुनाव होने होते हैं तभी हेट स्पीच बढ़ जाती हैं। हेट स्पीच यानि द्वेषपूर्ण भाषण, जिसमें पक्ष- विपक्ष के नेतागण आपस मे एक दूसरे पर शब्दों के कड़वे बाण चलाते हैं। हेट स्पीच पर उच्च न्यायालय ने भी चिंता जताते हुए केंद सरकार एवं राज्य सरकारो को निर्देश दिया है की हेट स्पीच पर तुरन्त कार्यवाही करें। हेट स्पीच भी कई प्रकार की होती हैं। आपस मे व्यक्तिगत द्वेष भावना से नाम लेकर अपशब्द कहना। एक- दूसरे की पार्टी पर द्वेषपूर्ण वार कर जलील करना। सबसे ज्यादा द्वेषपूर्ण वक्तव्य एक दूसरे पर जातिवाद सम्बंधित टिपण्णी करना। यही सबसे ज्यादा परेशानी की वजह हो रही है देश में। खासकर दो समुदाय के मुट्ठीभर लोगों ने एक दूसरे पर धर्म सम्बन्धी अनर्गल भाषण से देश मे जातिवाद का ज़हर घोला जा रहा है। हम सभी को जातिवादी वक्तव्य देते हुए सम्मान की भावना को भूलना नहीं चाहिये। आदमी लड़ाई- झगड़े तो भूल जाता है लेकिन सम्मान को ठेस पहुंचाने वाले शब्द नहीं भूल पाता है। वर्तमान में हेट स्पीच का शिकार मोदीजी हो रहे हैं। मोदीजी सबका साथ, सबका विकास की बात करते हैं लेकिन विपक्ष उनके लिये अनर्गल भाषा का पयोग कर रहा है। खासकर कांग्रेस के नेता लोग तो बहुत असभ्य भाषा बोल देते हैं। व्यक्तिगत रूप से मोदीजी का नाम लेकर कहना कि मोदी तेरी कब्र खुदेगी जैसे शब्द कांग्रेस की मानसिकता को ही दर्शाते हैं। सत्ता से बाहर रहने पर इतनी बेरुखी ठीक नहीं है। हेट स्पीच किसी भी प्रकार की हो उसपर पाबंदी लगनी ही चाहिये। बल्कि हेट स्पीच देने वाले व्यक्ति, पार्टी पर कठोर कार्यवाही होनी चाहिये। देश में अधिकांश झगड़ो की जड़ हेट स्पीच ही है। हेट स्पीच से ही क्रिया पर प्रतिक्रिया होती है। सुनील जैन राना

बुधवार, 10 मई 2023

कैसा गठबंधन?

*🤔😳.. विचार करें कि देश में जितनी भी समस्याएं हैं,* *उनमें से कोई एक भी ऐसी नहीं, जो इन 8 साल में पैदा हुई हो...* *गरीबी पहले से है..* *कभी उसे दूर करने के लिए कोई महागठबंधन बना.?* *!! नहीं !!* *बेरोजगारी पहले से है...* *कभी रोजगार के लिए कोई महागठबंधन बना.??* *!! नहीं !!* *किसानों की समस्या पहले भी थी...* *कभी उससे लड़ने के लिए कोई महागठबंधन बना.??* *!! नहीं !!* *भ्रष्टाचार देश को* *खाये जा रहा था...* *कभी उसके खिलाफ* *कोई गठबंधन बना.??* *!! नहीं !!* *दंगे फसाद, पहले खूब होते थे,* *रोजाना कर्फ्यू...* *कभी उसको रोकने के लिए कोई महागठबंधन बना.??* *!! नहीं !!* *जात-पात छुआ-छूत दशको से है...* *कभी उसे मिटाने के लिए कोई महागठबंधन बना.??* *!! नहीं !!* *सुबह से शाम हो जाएगी लिखते-लिखते...✍️* *देश की समस्याओं पर...* *लेकिन देश के लोगो की किसी भी समस्या के निवारण में लिए ये लोग कभी इकठे हुए.??* *!! नहीं !!* *तो सोचने का विषय है यह है कि, ये लोग ऐसा क्यों कहते हैं...* *देश के लोगो को बचाना है, इसलिए सब इकठे हुए हैं...* *🤔 यदि देश के लोगो को उनकी समस्याओं से बचाना था तो आज तक कोई गठबंधन किया...* *!! नहीं !!* *अब जब, सब के अपने अस्तित्व खत्म होने लगे,* *इनकी दुकानें बन्द होने लगीं, तो अब ये सब इकट्ठे हो गये...* *आप खुद देखो केजरीवाल भी काँग्रेस से गठबंधन चाहता है पर दिल्ली, पंजाब से बाहर ममता बंगाल में नहीं करेगी नितिश भी बिहार में नहीं करना चाहता.!!* *बाकी राज्यों में भी यही हाल है कहते सभी है पर खुद के साथ नहीं.!!!* *मतलब साफ है..* ★ *समस्याओं को हटाने के लिए नहीं बल्कि... मोदी हटाने के नाम पर इक्ट्ठे हुए हैं...🤔* *देश की समस्याओं से* *इन सब को कोई मतलब नही है..* *इनकी असली समस्या है कि इन सभी की,* *पारिवारिक दुकानें बंद हो रही हैं...* *इसलिए सब इक सुर में बोल रहे है...* *🚩मोदी को हटाओ🚩* *अब फैसला आपको करना है...🙏*

मंगलवार, 9 मई 2023

घरेलू नुख्से

*100 जानकारी जिसका ज्ञान सबको होना चाहिए* 1.योग,भोग और रोग ये तीन अवस्थाएं है। 2. *लकवा* - सोडियम की कमी के कारण होता है । 3. *हाई वी पी में* - स्नान व सोने से पूर्व एक गिलास जल का सेवन करें तथा स्नान करते समय थोड़ा सा नमक पानी मे डालकर स्नान करे । 4. *लो बी पी* - सेंधा नमक डालकर पानी पीयें । 5. *कूबड़ निकलना*- फास्फोरस की कमी । 6. *कफ* - फास्फोरस की कमी से कफ बिगड़ता है , फास्फोरस की पूर्ति हेतु आर्सेनिक की उपस्थिति जरुरी है । गुड व शहद खाएं 7. *दमा, अस्थमा* - सल्फर की कमी । 8. *सिजेरियन आपरेशन* - आयरन , कैल्शियम की कमी । 9. *सभी क्षारीय वस्तुएं दिन डूबने के बाद खायें* । 10. *अम्लीय वस्तुएं व फल दिन डूबने से पहले खायें* । 11. *जम्भाई*- शरीर में आक्सीजन की कमी । 12. *जुकाम* - जो प्रातः काल जूस पीते हैं वो उस में काला नमक व अदरक डालकर पियें । 13. *ताम्बे का पानी* - प्रातः खड़े होकर नंगे पाँव पानी ना पियें । 14. *किडनी* - भूलकर भी खड़े होकर गिलास का पानी ना पिये । 15. *गिलास* एक रेखीय होता है तथा इसका सर्फेसटेन्स अधिक होता है । गिलास अंग्रेजो ( पुर्तगाल) की सभ्यता से आयी है अतः लोटे का पानी पियें, लोटे का कम सर्फेसटेन्स होता है । 16. *अस्थमा , मधुमेह , कैंसर* से गहरे रंग की वनस्पतियाँ बचाती हैं । 17. *वास्तु* के अनुसार जिस घर में जितना खुला स्थान होगा उस घर के लोगों का दिमाग व हृदय भी उतना ही खुला होगा । 18. *परम्परायें* वहीँ विकसित होगीं जहाँ जलवायु के अनुसार व्यवस्थायें विकसित होगीं । 19. *पथरी* - अर्जुन की छाल से पथरी की समस्यायें ना के बराबर है । 20. *RO* का पानी कभी ना पियें यह गुणवत्ता को स्थिर नहीं रखता । कुएँ का पानी पियें । बारिस का पानी सबसे अच्छा , पानी की सफाई के लिए *सहिजन* की फली सबसे बेहतर है । 21. *सोकर उठते समय* हमेशा दायीं करवट से उठें या जिधर का *स्वर* चल रहा हो उधर करवट लेकर उठें । 22. *पेट के बल सोने से* हर्निया, प्रोस्टेट, एपेंडिक्स की समस्या आती है । 23. *भोजन* के लिए पूर्व दिशा , *पढाई* के लिए उत्तर दिशा बेहतर है । 24. *HDL* बढ़ने से मोटापा कम होगा LDL व VLDL कम होगा । 25. *गैस की समस्या* होने पर भोजन में अजवाइन मिलाना शुरू कर दें । 26. *चीनी* के अन्दर सल्फर होता जो कि पटाखों में प्रयोग होता है , यह शरीर में जाने के बाद बाहर नहीं निकलता है। चीनी खाने से *पित्त* बढ़ता है । 27. *शुक्रोज* हजम नहीं होता है *फ्रेक्टोज* हजम होता है और भगवान् की हर मीठी चीज में फ्रेक्टोज है । 28. *वात* के असर में नींद कम आती है । 29. *कफ* के प्रभाव में व्यक्ति प्रेम अधिक करता है । 30. *कफ* के असर में पढाई कम होती है । 31. *पित्त* के असर में पढाई अधिक होती है । 33. *आँखों के रोग* - कैट्रेक्टस, मोतियाविन्द, ग्लूकोमा , आँखों का लाल होना आदि ज्यादातर रोग कफ के कारण होता है । 34. *शाम को वात*-नाशक चीजें खानी चाहिए । 35. *प्रातः 4 बजे जाग जाना चाहिए* । 36. *सोते समय* रक्त दवाव सामान्य या सामान्य से कम होता है । 37. *व्यायाम* - *वात रोगियों* के लिए मालिश के बाद व्यायाम , *पित्त वालों* को व्यायाम के बाद मालिश करनी चाहिए । *कफ के लोगों* को स्नान के बाद मालिश करनी चाहिए । 38. *भारत की जलवायु* वात प्रकृति की है , दौड़ की बजाय सूर्य नमस्कार करना चाहिए । 39. *जो माताएं* घरेलू कार्य करती हैं उनके लिए व्यायाम जरुरी नहीं । 40. *निद्रा* से *पित्त* शांत होता है , मालिश से *वायु* शांति होती है , उल्टी से *कफ* शांत होता है तथा *उपवास* ( लंघन ) से बुखार शांत होता है । 41. *भारी वस्तुयें* शरीर का रक्तदाब बढाती है , क्योंकि उनका गुरुत्व अधिक होता है । 42. *दुनियां के महान* वैज्ञानिक का स्कूली शिक्षा का सफ़र अच्छा नहीं रहा, चाहे वह 8 वीं फेल न्यूटन हों या 9 वीं फेल आइस्टीन हों , 43. *माँस खाने वालों* के शरीर से अम्ल-स्राव करने वाली ग्रंथियाँ प्रभावित होती हैं । 44. *तेल हमेशा* गाढ़ा खाना चाहिएं सिर्फ लकडी वाली घाणी का , दूध हमेशा पतला पीना चाहिए । 45. *छिलके वाली दाल-सब्जियों से कोलेस्ट्रोल हमेशा घटता है ।* 46. *कोलेस्ट्रोल की बढ़ी* हुई स्थिति में इन्सुलिन खून में नहीं जा पाता है । ब्लड शुगर का सम्बन्ध ग्लूकोस के साथ नहीं अपितु कोलेस्ट्रोल के साथ है । 47. *मिर्गी दौरे* में अमोनिया या चूने की गंध सूँघानी चाहिए । 48. *सिरदर्द* में एक चुटकी नौसादर व अदरक का रस रोगी को सुंघायें । 49. *भोजन के पहले* मीठा खाने से बाद में खट्टा खाने से शुगर नहीं होता है । 50. *भोजन* के आधे घंटे पहले सलाद खाएं उसके बाद भोजन करें । 51. *अवसाद* में आयरन , कैल्शियम , फास्फोरस की कमी हो जाती है । फास्फोरस गुड और अमरुद में अधिक है 52. *पीले केले* में आयरन कम और कैल्शियम अधिक होता है । हरे केले में कैल्शियम थोडा कम लेकिन फास्फोरस ज्यादा होता है तथा लाल केले में कैल्शियम कम आयरन ज्यादा होता है । हर हरी चीज में भरपूर फास्फोरस होती है, वही हरी चीज पकने के बाद पीली हो जाती है जिसमे कैल्शियम अधिक होता है । 53. *छोटे केले* में बड़े केले से ज्यादा कैल्शियम होता है । 54. *रसौली* की गलाने वाली सारी दवाएँ चूने से बनती हैं । 55. हेपेटाइट्स A से E तक के लिए चूना बेहतर है । 56. *एंटी टिटनेस* के लिए हाईपेरियम 200 की दो-दो बूंद 10-10 मिनट पर तीन बार दे । 57. *ऐसी चोट* जिसमे खून जम गया हो उसके लिए नैट्रमसल्फ दो-दो बूंद 10-10 मिनट पर तीन बार दें । बच्चो को एक बूंद पानी में डालकर दें । 58. *मोटे लोगों में कैल्शियम* की कमी होती है अतः त्रिफला दें । त्रिकूट ( सोंठ+कालीमिर्च+ मघा पीपली ) भी दे सकते हैं । 59. *अस्थमा में नारियल दें ।* नारियल फल होते हुए भी क्षारीय है ।दालचीनी + गुड + नारियल दें । 60. *चूना* बालों को मजबूत करता है तथा आँखों की रोशनी बढाता है । 61. *दूध* का सर्फेसटेंसेज कम होने से त्वचा का कचरा बाहर निकाल देता है । 62. *गाय की घी सबसे अधिक पित्तनाशक फिर कफ व वायुनाशक है ।* 63. *जिस भोजन* में सूर्य का प्रकाश व हवा का स्पर्श ना हो उसे नहीं खाना चाहिए 64. *गौ-मूत्र अर्क आँखों में ना डालें ।* 65. *गाय के दूध* में घी मिलाकर देने से कफ की संभावना कम होती है लेकिन चीनी मिलाकर देने से कफ बढ़ता है । 66. *मासिक के दौरान* वायु बढ़ जाता है , 3-4 दिन स्त्रियों को उल्टा सोना चाहिए इससे गर्भाशय फैलने का खतरा नहीं रहता है । दर्द की स्थति में गर्म पानी में देशी घी दो चम्मच डालकर पियें । 67. *रात* में आलू खाने से वजन बढ़ता है । 68. *भोजन के* बाद बज्रासन में बैठने से *वात* नियंत्रित होता है । 69. *भोजन* के बाद कंघी करें कंघी करते समय आपके बालों में कंघी के दांत चुभने चाहिए । बाल जल्द सफ़ेद नहीं होगा । 70. *अजवाईन* अपान वायु को बढ़ा देता है जिससे पेट की समस्यायें कम होती है 71. *अगर पेट* में मल बंध गया है तो अदरक का रस या सोंठ का प्रयोग करें 72. *कब्ज* होने की अवस्था में सुबह पानी पीकर कुछ देर एडियों के बल चलना चाहिए । 73. *रास्ता चलने*, श्रम कार्य के बाद थकने पर या धातु गर्म होने पर दायीं करवट लेटना चाहिए । 74. *जो दिन मे दायीं करवट लेता है तथा रात्रि में बायीं करवट लेता है उसे थकान व शारीरिक पीड़ा कम होती है ।* 75. *बिना कैल्शियम* की उपस्थिति के कोई भी विटामिन व पोषक तत्व पूर्ण कार्य नहीं करते है । 76. *स्वस्थ्य व्यक्ति* सिर्फ 5 मिनट शौच में लगाता है । 77. *भोजन* करते समय डकार आपके भोजन को पूर्ण और हाजमे को संतुष्टि का संकेत है । 78. *सुबह के नाश्ते* में फल , *दोपहर को दही* व *रात्रि को दूध* का सेवन करना चाहिए । 79. *रात्रि* को कभी भी अधिक प्रोटीन वाली वस्तुयें नहीं खानी चाहिए । जैसे - दाल , पनीर , राजमा , लोबिया आदि । 80. *शौच और भोजन* के समय मुंह बंद रखें , भोजन के समय टी वी ना देखें । 81. *मासिक चक्र* के दौरान स्त्री को ठंडे पानी से स्नान , व आग से दूर रहना चाहिए । 82. *जो बीमारी जितनी देर से आती है , वह उतनी देर से जाती भी है ।* 83. *जो बीमारी अंदर से आती है , उसका समाधान भी अंदर से ही होना चाहिए ।* 84. *एलोपैथी* ने एक ही चीज दी है , दर्द से राहत । आज एलोपैथी की दवाओं के कारण ही लोगों की किडनी , लीवर , आतें , हृदय ख़राब हो रहे हैं । एलोपैथी एक बिमारी खत्म करती है तो दस बिमारी देकर भी जाती है । 85. *खाने* की वस्तु में कभी भी ऊपर से नमक नहीं डालना चाहिए , ब्लड-प्रेशर बढ़ता है । 86 . *रंगों द्वारा* चिकित्सा करने के लिए इंद्रधनुष को समझ लें , पहले जामुनी , फिर नीला ..... अंत में लाल रंग । 87 . *छोटे* बच्चों को सबसे अधिक सोना चाहिए , क्योंकि उनमें वह कफ प्रवृति होती है , स्त्री को भी पुरुष से अधिक विश्राम करना चाहिए 88. *जो सूर्य निकलने* के बाद उठते हैं , उन्हें पेट की भयंकर बीमारियां होती है , क्योंकि बड़ी आँत मल को चूसने लगती है । 89. *बिना शरीर की गंदगी* निकाले स्वास्थ्य शरीर की कल्पना निरर्थक है , मल-मूत्र से 5% , कार्बन डाई ऑक्साइड छोड़ने से 22 %, तथा पसीना निकलने लगभग 70 % शरीर से विजातीय तत्व निकलते हैं । 90. *चिंता , क्रोध , ईर्ष्या करने से गलत हार्मोन्स का निर्माण होता है जिससे कब्ज , बबासीर , अजीर्ण , अपच , रक्तचाप , थायरायड की समस्या उतपन्न होती है ।* 91. *गर्मियों में बेल , गुलकंद , तरबूजा , खरबूजा व सर्दियों में सफ़ेद मूसली , सोंठ का प्रयोग करें ।* 92. *प्रसव* के बाद माँ का पीला दूध बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता को 10 गुना बढ़ा देता है । बच्चो को टीके लगाने की आवश्यकता नहीं होती है । 93. *रात को सोते समय* सर्दियों में देशी मधु लगाकर सोयें त्वचा में निखार आएगा 94. *दुनिया में कोई चीज व्यर्थ नहीं , हमें उपयोग करना आना चाहिए*। 95. *जो अपने दुखों* को दूर करके दूसरों के भी दुःखों को दूर करता है , वही मोक्ष का अधिकारी है । 96. *सोने से* आधे घंटे पूर्व जल का सेवन करने से वायु नियंत्रित होती है , लकवा , हार्ट-अटैक का खतरा कम होता है । 97. *स्नान से पूर्व और भोजन के बाद पेशाब जाने से रक्तचाप नियंत्रित होता है*। 98 . *तेज धूप* में चलने के बाद , शारीरिक श्रम करने के बाद , शौच से आने के तुरंत बाद जल का सेवन निषिद्ध है 99. *त्रिफला अमृत है* जिससे *वात, पित्त , कफ* तीनो शांत होते हैं । इसके अतिरिक्त भोजन के बाद पान व चूना । 100. इस विश्व की सबसे मँहगी *दवा। लार* है , जो प्रकृति ने तुम्हें अनमोल दी है ,इसे ना थूके ।

शुक्रवार, 5 मई 2023

एक अहंकारी, एक नासमझ

ब्लादिमीर पुतिन और वोलोदिमीर जेकेन्स्की रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंसकी के बीच 14 महीने से भयंकर युद्ध चल रहा है। दोनों ही मीर हैं, दोनों ही अहंकारी हैं। एक हराने को त्तपर है एवम दूसरा हारने को तैयार नहीं है। एक अहंकार से भरा है दूसरा अहंकार में नासमझी - नादानी कर रहा है। एक को अपनी शक्ति पर बहुत भरोसा है दूसरा खैरात के हैथियारो के भरोसे लड़ाई लड़ रहा है और अपने सुंदर देश को बर्बाद करा रहा है। दोनों ही मीर हैं लेकिन लेकिन लगता है समझ से अमीर नहीं हैं। दोनों का बेहताशा जानों माल का नुकसान हो रहा है लेकिन लगता है दोनों को ही इसकी परवाह नहीं है। अभी हाल ही में मास्को के राष्ट्रपति भवन पर ड्रोन से हमला कर पुतिन की जान लेने के आरोप जेकेन्स्की पर रूस द्वारा लगाये गए हैं। जिसके फलस्वरूप लगता है की अब रूस यूक्रेन पर और भी ज्यादा तेजी से हमले शुरू कर देगा। हालांकि शक्तिशाली देश रूस के द्वारा एक छोटे देश यूक्रेन पर इतने लंबे समय तक भी युद्ध कर कब्जा न कर पाना रूस की कमजोरी ही दर्शाता है। लेकिन दूसरी तरफ यह सही है की रूस सिर्फ यूक्रेन से युद्ध नहीं कर रहा बल्कि उसे नाटो के कई बड़े देशों और साथ ही अमेरिका जैसे बड़े देश के हथियारों से लड़ना पड़ रहा है। या यों कहिये की अप्रत्यक्ष रूप से रूस विश्व के कई देशों से लड़ रहा है जिसमें आर्थिक पाबंदियों एवं आधुनिक हथियार शामिल हैं। पता नहीं यह युद्ध कब तक चलेगा? लेकिन इस युद्ध से यह साबित हो गया है की वैश्विक संस्था संयुक्त राष्ट्र संघ के नियम- कानून सिर्फ छोटे देशों पर ही चलते हैं। बड़े देशों को संयुक्त राष्ट्र संघ की कोई आवश्यकता नहीं लगती। इस समय विश्व के हालात ठीक नहीं है। सम्पूर्ण विश्व बारूद के ढेर पर बैठा है। अनेक बड़े देश एक दूसरे के दुश्मन बनें हुए हैं। यदि किसी एक देश के द्वारा भी कोई बड़ी कार्यवाही हो गई तो तृतीय विश्व युद्ध का आरंभ हो जायेगा इसमें कोई शक की गुंजाइश नहीं है। फिर कौन रहेगा , कौन बचेगा कुछ पता नहीं। इसलिये हे अहंकारियों, हे दुराचारियों, हे भृष्टाचारियों अभी भी समय है सम्भल जाओ। अपना यह लोक तो तुमने जैसा जिया उसका फल तो परलोक में ही मिलेगा लेकिन अभी समय रहते बुरे कार्य छोड़कर अच्छे कार्यों में लग जाओ। सब यहीं धरा रह जायेगा।कम से कम अपना परलोक तो सुधार लो। सुनील जैन राना

गुरुवार, 4 मई 2023

विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस

*विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस- 3 मई* - विजयदत्त श्रीधर, भोपाल (पत्रिका) * खबर क्या है? *"जिसे छपने से रोका जाए वही खबर है, बाकी सब प्रचार।*- 'वाशिंगटन पोस्ट' के कैथरीन ग्राहम। * *"जगत में समाचार पत्र यदि बड़प्पन पाए हुए हैं तो उनकी जिम्मेदारी भी भारी है बिना जिम्मेवारी के बड़प्पन का मूल्य क्या है और वह बडप्पन तो मिट्टी के मोल हो जाता है जो अपनी जिम्मेदारी को संभाल नहीं सकता"* -माखनलाल चतुर्वेदी। * *"पत्रकार की समाज के प्रति बड़ी जिम्मेदारी है वह जो लिखे प्रमाण और परिणाम को ध्यान में रखकर लिखे "* - गणेश शंकर विद्यार्थी। * संविधान में लोकतंत्र के तीन स्तंभ परिभाषित हैं -विधायिका कार्यपालिका और न्यायपालिका। *प्रेस यानी खबर पालिका* को जनता ने चौथा स्तंभ माना है संविधान या सरकार ने नहीं। लेकिन यह सबकी खवर लेती है। * पहला प्रेस आयोग 1952 में जस्टिस जी. एस. राज्याध्यक्ष की अध्यक्षता में गठित किया गया इसमें तीन महत्वपूर्ण कदम उठाए - प्रेस परिषद का गठन, समाचार पत्र पंजीयक आर एन आई संस्था की स्थापना और पत्रकारों के लिए वेतन बोर्ड। * *"तुम्हारी कलम की कीमत लगेगी। बार-बार लगेगी। लेकिन जिस क्षण वह कीमत स्वीकार कर लोगे हमेशा के लिए कलम की कीमत खो बैठोगे।"* - कर्मवीर संपादक माखनलाल चतुर्वेदी। ( विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक- 180 राष्ट्रों की सूची में भारत 161 में नंबर पर। प्रथम स्थान पर सातवीं बार नार्वे और अंतिम पायदान पर उत्तर कोरिया।) संकलन- डॉ. अरविन्द कुमार जैन सर्वोदय महावीर सन्देश

कांग्रेस का हिंदुत्व विरोध

हिंदुत्व का विरोध क्यों करती है कांग्रेस? हिंदुस्तान में रहकर हिंदुओ का विरोध क्यों कर रही है कांग्रेस? राहुल गांधी कहते हैं मैं किसी हिंदु...