मंगलवार, 30 जनवरी 2018



कश्मीर में सेना पर FIR
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ऐसा है मेरा भारत महान। जिसमे सेना पर पत्थर बरसाने वालो

की हिफाज़त की जाती है। सेना अपनी हिफाज़त में कार्यवाही

करे तो उस पर FIR कर दी जाती है।

सेकुलर जमात और मिडिया खामोश है। शर्मनाक है यह राज्य

सरकार और केंद्र सरकार के लिए।


मेरा भारत महान
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मेरे भारत महान में मिडिया और कुछ अलबेले लोग प्रतिदन

हर रोज नई खोज में लगे रहते हैं। भारत जैसे विभिन्नताओं वाले

देश में पहले ही सैंकड़ो मुद्दे अधर में लटके रहते है लेकिन फिर

भी मिडिया को कुछ नया चाहिए होता है जिससे उसका पूरा दिन

आराम से मुद्दे की बाल की खाल निकालने में व्यतीत हो जाये।

अभी एक नया मुद्दा उछला है की गाँधी जी के आखिरी शब्द क्या

थे ? हे राम या कुछ और कहा था गाँधी जी ने अपने अंतिम समय

में। अब यह चर्चा का विषय बना दिया है गाँधी जी के तत्कालीन

निजी सचिव (१९४३ -१९४८) वेंकट कल्याणम जी ने।

वे कहते हैं वैसे मैंने ठीक से सुना भी नहीं। हो सकता है गाँधी जी

ने अपने अंतिम समय में हे राम कहा हो या कुछ और कहा हो।

इतने सालों बाद उनका ऐसा बयान देना कितना तर्क सम्मत है ?

लेकिन कुछ मिडिया अब इस बाल की खाल निकालने में जुट

गया है।


शनिवार, 27 जनवरी 2018


 १० रूपये का नोट और सिक्के 
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देश में १० रूपये का नोट बहुतायत में है। 

१० रूपये के सिक्के और भी ज्यादा बहुतायत 

में हैं। सरकार फिर से १० रूपये के नये नोट 

छापने की तैयारी में है। 

पता नहीं सरकार ऐसे निर्णय क्या सोच कर 

लेती है। सिक्के कई डिजाइन के चलन में हैं। 

उनमें से एक डिजाइन का सिक्का डुप्लीकेट 

माना जा रहा है। सरकार के स्पस्टीकरण के 

बाद भी चलन से बाहर ही है। 

सिक्के इतने ज्यादा डजाइनों के क्यों बनाये 

जाते हैं यह भी समझ से बाहर की बात है ?

५ रूपये के सिक्के के कम से कम २० डिजाइन 

से ज्यादा चलन में हैं। ऐसे ही १० रूपये के सिक्के 

भी कई डिजाइनों में दिखाई दे जाते हैं। 

सरकार को चाहिए की कोई भी नोट या सिक्का 

बस एक ही डिजाइन में बनाया जाये। रही बात 

१० रूपये के नये नोट की तो इसकी कोई जरूरत 

नहीं है। यदि नया नोट छापना ही है तो पहले १००० 

और १०० रूपये के नये नोट छापने चाहिये। २००० 

के नोट से आम जनता एवं व्यापारी परेशान है। 
 


उत्तम विचार 

शुक्रवार, 26 जनवरी 2018



गणतन्त्र दिवस पर सुन्दर हाइकु
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भारत देश
गणतन्त्र दिवस
अमर रहे
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जन गण का
मेरा भारत देश
ख़ुशहाल हो
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जब भी सुनें
देशभक्ति के गीत
गुनगुनायें
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बुधवार, 24 जनवरी 2018



वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम -दावोस में मोदीजी का रूतवा
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भारतवासियों के लिए यह गर्व की बात है की पहली बार

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में भारत के प्रधानमंत्री मोदीजी

को उद्घाटन भाषण का अवसर मिला।

मोदीजी ने सम्पूर्ण विश्व में हो रहे जलवायु परिवर्तन और

आतंकवाद पर चिंता व्यक्त करते हुए सभी से इसके समाधान

हेतु मिलजुलकर प्रयास करने का आह्वान किया।

मोदीजी के सम्पूर्ण भाषण से दुनिया में भारत की गरिमा

बढ़ी है। विडंबना की बात बस इतनी ही है की पता नहीं

कब विपक्ष -मोदी विरोधियों को मोदीजी के कार्यों में अच्छाई

नज़र आयेगी। ए मेरे वतन के लोगो ----



शुक्रवार, 19 जनवरी 2018




                 सदविचार

                 जीवन में तार

                 तभी होगा

                 बेड़ा पार

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                 सुधर जाये इन्सान

                 यदि उसके कर्मो का फल

                  इसी जन्म में मिलने लगे

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बुधवार, 17 जनवरी 2018





पशु -पक्षी कल्याण पखवाड़ा प्रारम्भ
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श्री दया सिंधु जीव रक्षा केंद्र -सहारनपुर के तत्वाधान में प्रतिवर्ष

१४ से ३० जनवरी तक पशु -पक्षी कल्याण पखवाड़ा मनाया जाता

है। जिसमें जीव दया से संबंधित अनेक कार्य किये जाते हैं।

आज मंडी समिति रोड पर निःशुक्ल पशु -पक्षी चिकित्सा शिविर

लगाया गया। शिविर में १७१ पशु -पक्षियों हेतु दवाई -मलहम आदि

वितरित किया गया। बोझा ढोने वाले पशु मालिकों को अपने प्यारे

कमाऊं पशु पर ज्यादा बोझा ना लादने ,समय पर दाना -पानी देने

उपचार कराने को जागरूक किया।

पहले जीव जन्तु कल्याण बोर्ड से सूचना -मदद आदि मिलती थी।

लेकिन अब कोई सुध लेने वाला नहीं है। पत्र का जबाब तक नहीं

मिलता। मूक अहसाय पशुओं के लिए सरकार को भी योगदान

करना चाहिये।

निवेदक - सुनील जैन राना  ( संयोजक )

शनिवार, 13 जनवरी 2018



झूठ का पुलिन्दा - राशिफल
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भौतिक युग की चकाचौंध में आधुनिकता का लबादा

ओढ़कर भाग्य के भरोसे जिंदगानी चल रही। किसी भी

पत्रिका में या समाचार पत्र में राशिफल से जानो अपना

भाग्य कॉलम जरूर ही होता है या यों कहिये की ज्यादातर

होता ही है।

समझ में नई आता की १२५ करोड़ की आबादी वाले देश में

एक नाम के करोड़ो इंसान हो सकते हैं। फिर कैसे एक नाम

का राशिफल सबके लिए समान हो सकेगा ?

समाचारपत्रों में प्रतिदिन का राशिफल छपता है तो पत्रिकाओं

में साप्ताहिक या मासिक राशिफल प्रकाशित किया जाता है।

अब इसमें सोचने की बात यह है की एक नाम के करोड़ो इंसान

जिनमें कोई करोड़पति तो कोई रोडपति यानि गरीब या कोई

भिखारी भी हो सकता है। ऐसे में कुंडली समान कैसे हो सकेगी ?

राशिफल में लिखा है की आज यात्रा का संयोग है या हवाईजहाज

से यात्रा का संयोग है। तब कैसे किसी गरीब को ऐसा संयोग

मिल सकता है क्या ?

लिखने वाले पंडित -ज्योतिष लिख देते हैं और सम्पादक -प्रकाशक

भी उन्हें प्रकाशित कर देते हैं लेकिन इसमें सत्यता का बहुत अभाव

होता है। मज़े की बात तो यह है की आज के आधुनिक -भौतिक युग

में ऐसे कॉलम पढ़ने वाले भी कम नहीं हैं। इंसान कितना भी आधुनिक

हो जाए किन्तु उसके अंदर की रूढ़िवादिता उसका पीछा नहीं छोड़ती।


मंगलवार, 9 जनवरी 2018



फिल्म से पहले राष्ट्रगान जरूरी नहीं
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सुप्रीम कोर्ट ने अब फिल्मालयों में फिल्म से पहले राष्ट्रगान

बजाना गैर जरूरी कर दिया है।

अच्छा ही किया ,इस फैसले से जनता में अनावश्यक विवाद

पैदा हो रहा था। अक्सर झगड़ा -मारपीट तक हो जाती थी।

इससे अच्छा है की फिल्म से पहले देश के विकास की तस्वीर

दिखाई जाये या २६ जनवरी की परेड आदि दिखाई जाये।


जेल में लालू से पहले लालू के वफ़ादार
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मेरा भारत महान -यहां होते हैं अज़ब -अज़ब काम। समाचारों

से पता चला है की लालू यादव के जेल जाने से पहले लालू के

दो वफ़ादार पहले ही लालू की ख़िदमत को जेल पहुंच गए थे।

अब इसे वफ़ादारी कहें या मोटे धन का लालच ?


राहुल गाँधी को अब भारत में डर लगता है
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आजकल राहुल गांधी बहरीन की यात्रा पर हैं। बहरीन की एक

सभा के उदबोधन में राहुल गांधी ने भारत के बारे में अपने विचार

कुछ इस प्रकार रखे की अब उन्हें भारत में डर लगता है। राष्ट्रवादी

ताकतें भारत को कमजोर कर रही हैं। विकास कुछ नहीं हो रहा है।

जनता परेशान है। आदि -आदि अनेक बातें कही।

जब से देश कांग्रेस मुक्त हो रहा है ,गांधी परिवार सत्ता विहीन हुआ

है तभी से कांग्रेस को अब भारत में डर लग रहा है शायद। विदेश

में जाकर इतनी पुरानी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष को ऐसे बयान देना

उनकी गरिमा के अनुकूल नहीं है। यदि कांग्रेस का शासन अच्छा

होता तो जनता उन्हें क्यों नकारती ?

कांग्रेस को मोदीजी ने नहीं बल्कि जनता ने नकारा है। जनता ने

अब मोदीजी की विकास यात्रा को समझा है। इसीलिए मोदीजी

का साथ दे रही जनता। सिर्फ खोकरी बाते ,कभी टोपी ,कभी

जनेऊ ,कभी जातिवाद के सहारे राहुल गांधी आगे नहीं बढ़

सकते। पूरा विश्व मोदीजी के कार्यो को सराह रहा है और यहां

राहुल गांधी समेत पूरा विपक्ष मोदीजी की आलोचना में लगा है।

घोटालों के आरोपों से कांग्रेस सत्ता विहीन हुई। मोदीजी के साढ़े

तीन साल के कार्यकाल में एक भी घोटाले का आरोप नहीं है। 

शनिवार, 6 जनवरी 2018



हीरे सा कीमती - मूँगफली का दाना
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आप सोच रहे होंगे की ऐसी कौन सी मूँगफली है

जिसका दाना हीरे सा कीमती होगा।

जी हाँ ,लगभग सच ही है यह बात। सभी के घर

में पायी जाती है। घनघोर सर्दी अपने चरम पर है।

आम आदमी का मेवा मूँगफली के मज़े सभी लेते

ही हैं। मूँगफली में एक ख़ासियत यह है की यह

आम हो या ख़ास सभी को समान रूप से पसन्द

होती है।

दूसरी अहम ख़ासियत  की मूँगफली का दाना यदि

खाते समय हाथ से छिटक कर छिलकों में गिर जाये

तो आम आदमी हो या खास आदमी उसे ऐसा लगता

है जैसे उसकी सल्तनत ही गिर गई हो। करोड़पति

भी मूँगफली कहते समय अपने हाथ से गिर जाने वाले

मूँगफली के दाने को छिलकों में ऐसे ही ढूँढ़ता जरूर

है। सच में मूँगफली अमीरी -गरीबी का भेद मिटाने

वाला मेवा है।  जय राम जी की। 

शुक्रवार, 5 जनवरी 2018



जातिवाद को ढ़ाल बना तोड़ रहे देश
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भारत -पाकिस्तान के बटवारे लेकर मंडल -कमंडल

की राजनीति तक देश को बहुत बांटा -तोड़ा गया।

देश के कई राज्यों में जातिवाद  राजनीति कर बहुत

से नेता अपनी किस्मत चमका रहे हैं और अपनी कौम

की किस्मत खराब कर रहे हैं।

मुसलमानों के लिये इनके नेताओं ने क्या किया ?

दलितों के लिये इनके नेताओं ने क्या किया ?

अन्य समाज का कोई ठेकेदार बनता है तो वह भी सिर्फ

अपनी राजनीति चमकाने के लिये। जनता को समझना

चाहिये की उनके वोट का इस्तेमाल करने वाले उनके लिए

क्या कर रहे हैं या क्या करना चाहते हैं ?

गुजरात -महाराष्ट्र में फिर से जातिवाद की राजनीति कर

राज्य को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। दोनों जगह की

जनता आपस में मिलजुलकर रह रही थी। फिर क्यों

आपस में लड़ पड़ी या लड़वा दी गई ?



गुरुवार, 4 जनवरी 2018


चायनीज मांझा - कट रहे परिंदे
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https://www.facebook.com/jeevrakshakendra

आज शाम अचानक एक चील आसमान से धरती पर गिरी

और धीरे -धीरे पास के मंदिरजी में जा पहुँची। उसे देखने

पर पता चला की मांझे से उसका एक पंख कट गया है।

उसे फौरन उपचार के लिये जीव रक्षा केंद्र भेजा दिया गया।

ऐसा अक्सर ही होता रहता है। खासकर कबूतर तो बेचारे

इन माँझो की चपेट में आते ही रहते हैं।

पता नहीं क्यों सरकार चायनीज मांझे पर पूर्ण प्रतिबंध क्यों

नहीं लगाती। यदा -कदा स्थानीय प्रशाशन द्वारा चायनीज

मांझे के खिलाफ धरपकड़ का मामूली अभियान चलाकर

क्षतिपूर्ति कर ली जाती है। चायनीज मांझे से सिर्फ परिंदे ही

नहीं बल्कि इंसान भी घायल हो रहे हैं। यह मांझा बहुत तेज

होने के साथ -साथ फैला -फूला सा रहता है। किसी के भी पैरो

में उलझकर घायल कर देता है।

उत्तरप्रदेश के सहारनपुर आदि अनेक जिलों में बसंत पंचमी

को बेहताशा पतंगबाज़ी होती है। ऐसे में यदि समय रहते इस

चायनीज मांझे पर पाबंदी नहीं लगाई गई तो न जाने कितने

पक्षी घायल होकर अपनी जान खो बैठेंगे।

श्री दया सिंधु जीव रक्षा केंद्र जनमानस से अनुरोध -निवेदन

करता है की यदि हम सभी चायनीज मांझे का बहिष्कार करें

तो मांझा बेचने वाला खुद ही चायनीज मांझा रखना बंद कर

देगा। जीव दया मानव का सर्वोपरि गुण होता है। हम जीवदया

में सहभागी बन अनेक परिंदो को बचा सकते हैं।

निवेदक - सुनील जैन राना  ( संयोजक )

https://www.facebook.com/jeevrakshakendra




मंगलवार, 2 जनवरी 2018



महोदय ,सादर जय जिनेन्द्र

आप सिर्फ *sunil jain rana *सर्च कर मेरी प्रोफ़ाइल देख सकते हैं।

१ - फेस बुक
२ -टवीटर
३ -पॉलिटिकल पेट्रोल
४-जैनिज़्म मुनि इमेजेज
५ -जैन धर्म -जैन बुक
६ -श्री दया सिंधु जीव रक्षा केंद्र
७ -ब्लॉग

हम मानव होकर जो भी करें अच्छा ही करें जिसमें परोपकार भी निहित हो।
अपने घर -समाज -देश के प्रति जागरूक रहते हुए धर्म की रक्षा भी करें।
शाकाहार अपनायें -स्वस्थ जीवन पायें।क्योंकि जैसा खाओ अन्न -वैसा रहे मन।
सद्कर्म ही धर्म है -सद्कार्य ही धर्म के सहायक हैं।  जय जिनेन्द्र।

निवेदक - सुनील जैन राना , छत्ता जम्बू दास , सहारनपुर -२४७००१ (उ प्र )



jain book - google

पिछले कई सालों से google पर jain book images
सर्च करने पर मेरे द्वारा लिखित पुस्तक जैन धर्म
पहले पेज की पहली पंक्ति में देख सकते हैं। 


पिछले ५ -६ वर्षो से लगातार मेरी फोटो पूज्य मुनि महाराजों के साथ शीर्ष पर आ रही है।
यह मेरे लिए असाधारण बात है। आज भी निम्न साइट पर यह ग्रुप फोटो आती है। 

jainism muni images

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सोमवार, 1 जनवरी 2018



नववर्ष पर कुछ सुन्दर हाइकु
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2018 में
सुख -शान्ति -समृद्दि
मिले सबको
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नये साल में
कुछ प्रण ले हम
कन्या पढायें
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नववर्ष में
जियो और जीने दो
नारा लगायें
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नववर्ष 2018 पर हम सब अपनायें उत्तम विचार 


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