रविवार, 2 जुलाई 2023

किसानों की परेशानी

भारतीय किसान क्यों रहते हैं परेशान? भारत देश किसानों का देश है। सरकारों द्वारा किसानों के लिये अनेको सुविधाएं उपलब्ध कराती हैं। अनेकों योजनाएं किसानों के लिये बन रही हैं। फसलों का उचित मूल्य, बीज के लिये ऋण, बिजलीं यूनिट में छूट, यूरिया कम मूल्य पर, समय-समय पर ऋण माफ़ी आदि सुविधाएं दी जाती हैं। अभी हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा गन्ने के मूल्य में व्रद्धि एवं यूरिया सब्सिडी के लिये 3.68 लाख करोड़ का प्रावधान किया गया है। फिर किसान क्यों रहता है परेशान? दरअसल इसका मुख्य कारण है बिचौलिये। किसान की कुछ फसलें तो सरकार द्वारा निर्धारित खरीद मूल्य पर बिक जाती हैं जैसे गेहूं, गन्ना आदि लेकिन कुछ फल सब्जी जो ज्यादा समय रखी नही जा सकती उन्हें किसान द्वारा मजबूरी में बिचौलियों को कम दामों में बेचना पड़ता है। उसी उत्पाद को बिचौलिये कोल्ड स्टोरेजों में रखकर धीरे -धीरे दाम बढ़कर बेचते हैं। अभी कुछ दिन पहले खुदरा व्यापारी द्वारा 10-15 रुपये किलो बिकने वाला टमाटर बारिश आते ही 100 रुपये किलों बिकने लगा। किसान का टमाटर बारिश में भीगकर खराब हो गया, बिचौलियों के मज़े आ गए। उन्होंने सीधा 10 गुने दाम बढ़कर माल बेचा। यही विडम्बना है किसान के साथ। किसानों को सरकार के साथ मिलकर अपनी उपज का सही दाम मिले ऐसे प्रयास करने चाहिये। एक बार लाखों करोड़ की सब्सिडी आदि में से कुछ धनराशि कोल्डस्टोरेज बनाने में लगवाएं जिसका सीधा सम्बन्ध किसानों से हो। जिसमें किसान अपनी खराब होने वाली उपज को रख सके और फिर धीरे-धीरे खुदरा बाजार में बेचकर उचित मूल्य पा सकें। सरकार को भी इस ओर ध्यान देना चाहिये। सुनील जैन राना

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