बुधवार, 5 फ़रवरी 2020


हे भगवान,देश विरोधी-देशद्रोही और इंसान http://suniljainrana.blogspot.com/
February 5, 2020 • सुनील जैन राना • जनहित
हे भगवान ,मेरा भारत महान ,यहां होते हैं अजूबे -अजूबे से काम।
दुनिया में शायद भारत की एकमात्र ऐसा देश होगा जहां के मूल निवासी ही अपने देश का झंडा जला देते हों ,देश के टुकड़े-टुकड़े करने की बात करते हों ,देश विरोधी बयान देते हों ,देश के संविधान की धज्जियां उड़ाते हों ,देश की रक्षक सेना पर पथराव -हमला कर देते हों ,अपने देश को गाली देकर अन्य देश की जय बोलते हों। ऐसे देश विरोधी और देशद्रोही नागरिक हमारे भारत महान में पायें जाते हैं।
भारत विभिन्न संस्कृतियों -धर्मों और भाषाओं वाला देश है। सभी धर्म महान और सभी धर्मों के ईश्वर -भगवान -देवता आदि शक्तिशाली बतायें गए हैं। सभी धर्मों के लोग अपने -अपने धर्म के प्रति अटूट आस्था रखते हुए अपने धर्म के प्रति समर्पित रहते हैं। सभी धर्मी लोग अपने धर्म की अवहेलना भी बर्दास्त नहीं करते हैं यदि कोई अवहेलना करना चाहें भी तो उसके साथ मरने-मारने पर उतारूं हो जाते हैं।कभी -कभी ऐसे ही कुछ कार्यो से जातिवाद बढ़ रहा है और भाईचारा कम हो रहा है।
हमारा सभी धर्मों के भगवान जी से निवेदन है की अपने धर्म अनुयायी को सद्बुद्धि दे और धर्म के सही मायने और सही मार्ग बतायें। धर्म के उपदेश के साथ ही राजनीति की बात भी बतायें की दलगत राजनीति से ऊपर उठकर किसी भी दल की किसी भी अच्छी बात का अनुशरण करें और गलत बात की आलोचना करें। किसी भी दल के नेता का सिर्फ मोहरा बनकर मत रहें। नेता वही अच्छा जिसने उनकी कौम का विकास किया हो। कुछ भी हो लेकिन जिस मिटटी में जन्म लिया हो उसे गाली मत दें।
हे भगवान ,इंसान तो अपनी इंसानियत खो रहा है लेकिन आप तो सर्व शक्तिमान हो। आप अपने बंदों को सद्बुद्धि देकर उनमें भाईचारा कायम करो। दुष्ट किसी भी जाति का हो उसका नाश करो। देश विरोधियों और देशद्रोहियों में देश के प्रति प्रेम उजागर करो। देश सबका और सब देश के ऐसा मेरा भारत महान बनाओं। *सुनील जैन राना *

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