शनिवार, 27 जुलाई 2024

सिक्के ही सिक्के

सिक्के बन रहे परेशानी का सबब देश मे सिक्के ही सिक्के चलन में हैं। हर साइज़ के पुराने सिक्कों की भरमार है फिर भी नये-नये सिक्के बनाये जा रहे हैं। अभी हाल ही में दस रुपये के नये सिक्के बनाये गए, ठीक उसी साइज़ के 20 रुपये का सिक्का भी बना दिया गया। यदि किसी के पास ये दोनों बहुत सारे सिक्के हो तो उनको अलग-अलग करना भी आसान नहीं है। इससे पहले दस रुपये के सिक्कों में जिसमें 10 बीच के सिल्वर गोल में लिखा है आज भी फल-सब्जी वाले लेने से मना कर देते हैं कि यह तो नकली सिक्का है। इसी प्रकार एक रुपये के अनेक प्रकार के सिक्के बनाये गए। कुछ सिक्के छोटे साइज़ के बनाये गए जो आज भी चलन से बाहर हैं। कोई भी उन्हें लेने से मना करता है। भले ही सरकार की तरफ से उन्हें सही करार दिया गया हो।। अभी हाल ही में एक रुपये का उससे भी छोटा सिक्का बनाया गया है जो बहुत कम देखने को मिलता है। ऐसा क्यों किया जाता है की एक कीमत के सिक्के कई साइज़ में बना दिये जाते हैं? एक कीमत के एक साइज़ में अनेक प्रिंट के सिक्के बनाये गए तो समझ मे आता है की कुछ महापुरुषों की जयंती पर एवं कुछ सरकारी कार्यो की जयंती पर सिक्के जारी करना तो ठीक है लेकिन हर बार उनके भी साइज़ में परिवर्तन करना ठीक नहीं है। सिक्को की कालाबाज़ारी भी होती है। सिक्को के जानकार बताते हैं की सिक्के देश मे कई जगह बनाये जाते हैं। उस जगह को मिंट कहते है की फल मिंट के सिक्के की कीमत यह है। लगता है कुछ जानबूझकर भी गलत छाप के सिक्के बनाये जाते है। वह गलती से बनते हैं या बनाये जाते हैं। इसे ऐसे समझिये की दस रुपए के सिक्के की एक तरफ गलती से दो रूपये के सिक्के की डाई लग गई। ऐसे में कुछ सिक्के प्रिंट हो जाते हैं फिर देखकर डाई सही वाली लगा दी जाती है। अब जो सिक्के प्रिंट हो गए उन्हें गला देना चाहिए। लेकिन ऐसे सिक्के भी कुछ लोगों के हाथ मे पहुँच जाते हैं या पहुँचा दिए जाते है जो कीमती हो जाते हैं। ऐसा अक्सर कैसे हो जाता है यह बात समझ में नहीं आती। ऐसा लगता है जैसे इसमें भी कोई माफिया गैंग शामिल हो। सरकार द्वारा सिक्कों को बहुत सोच समझ कर बनाना चाहिए। जो भी सिक्के बनें वे आम जनता तक पहुंचने चाहिए। सभी प्रकार की कीमत के सिक्कों के साइज़ में अंतर होना चाहिए। एक कीमत के सिक्कों के साइज़ एक जैसे रहने चाहिए। जो सिक्के आम आदमी नहीं लेता उन्हें बैंक द्वारा स्वीकार करने चाहिए। सुनील जैन राना

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