मंगलवार, 25 जून 2024

शाकाहारी बनों

मैं जन्मजात शाकाहारी हूं और आज तक मांसाहार, शराब या किसी नशीले पदार्थ का सेवन नहीं किया l रात को जब मैं सोने जाता हूं तो मेरी आत्मा पर कोई बोझ नहीं होता कि मेरी वजह से किसी जीवित प्राणी को कष्ट दिया गया था। अंतःकरण पर बोझ नहीं होना-- ये दौलत आज बड़े से बड़े रईस के पास भी नहीं होती! मैं आपसे आग्रह नहीं करता कि आप भी मेरी तरह शाकाहारी बन जाएं, लेकिन मैं आपसे यह अपेक्षा ज़रूर करता हूं कि आप मुस्तैदी से इस बात की पड़ताल करने की कोशिश करेंगे कि आपका भोजन कहां से आता है, कैसे आता है, उसके लिए किसी जीवित प्राणी के साथ कैसा सलूक किया जा रहा है? - कि एक गैय्या अकेले में क्यों रोती है, जिसके बच्चों को उससे छीन लिया गया है और जिसके शरीर को दूध और मांस पैदा करने वाली मशीन बना दिया गया है... एक निर्दोष पक्षी अपनी अकारण हत्या से पहले क्या सोच रहा होता है!इसका अंदाजा इंसान भी कभी उस प्रकिया से गुजरेगा उसे तब पता चलेगा।

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