शुक्रवार, 23 जून 2023

मोदीजी की अमेरिका यात्रा

मोदीजी की ऐतिहासिक अमेरिका यात्रा मोदीजी की अमेरिका की प्रथम राजकीय यात्रा जिसका बहुत सम्मान और गर्मजोशी से स्वागत किया गया यह अपने आप मे बहुत महत्वपूर्ण है। न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में मोदीजी के नेतृत्व में योग दिवस पर 135 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया एवं 180 देशों में योग दिवस मनाया गया। यह अपने आप मे विश्वकीर्तिमान बन गया। मोदीजी इससे पहले भी अनेको बार अमेरिका जा चुके हैं लेकिन इस बार की यह यात्रा ऐतिहासिक यात्रा कही जाएगी। इस अवसर पर व्हाइट हाउस में मोदीजी का भव्य स्वागत हुआ एवं 21 तोपों से सलामी दी गई। मोदीजी भारत के ऐसे पहले प्रधानमंत्री बन गए हैं जिनके सम्मान में खुद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने गर्मजोशी से मोदीजी का स्वागत किया। इस ऐतिहासिक यात्रा से दोनों देशों के सम्बंध बहुत प्रगाढ़ होने वाले हैं। दोनों देशों को एक दुसरे की जरूरतों को पूरा करने के साथ - साथ व्यापार, तकनीकी, डिफेंड आदि के अनेक क्षेत्रों में एक दूसरे का सहयोग मिलेगा। इतना ही नहीं साझा अंतरिक्ष अभियान, भारत मे जेट इंजन बनाने की प्रकिर्या, सेमी कंडक्ट चिप पर कार्य से भारत विश्व के अग्रणी देशों में शुमार होने वाला है। पर्यटन के क्षेत्र में भी बहुत बढ़ावा होने वाला है। मोदीजी ने 20 देशों के पर्यटन मंत्रियों के सम्मेलन में सभी से आह्वान किया कि सभी भारत आये और भारतीय लोकतंत्र के उत्सव देंखें। मोदीजी की यह यात्रा बहुत से मायनों में भारत के लिये बहुत उपयोगी सिध्द होने वाली है। विडम्बना की बात यह है की मोदीजी के विरोध में भारत का विपक्ष इस यात्रा से खुश नहीं है। विपक्ष को तो मोदीजी के हर कार्य की आलोचना ही करनी है यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। खासकर कांग्रेस ने तो सोशल मीडिया में अपनी एक प्रवक्ता को इसी कार्य पर लगा रखा है। वह बताती है की इस यात्रा से बेहतर तो 1949 में तत्कालीन पीएम नेहरूजी की यात्रा थी। वह यह भूल जाती हैं की उस समय जब भारतीय जनता बहुत गरीब थी, देश मे ऐसे हवाईजहाज भी नही थे जो अमेरिका तक सीधी उड़ान भर सके ऐसे में नेहरू जी ने इंग्लैंड से हवाईजहाज किराये पर मंगाकर अपने मित्रों आदि को लेकर सीधे अमेरिका पहुंच गए थे। तब वहां के राष्ट्रपति हैरी से सिर्फ 45 मिनट बात कर अमेरिका घूमने निकल गए थे। पौने दो महीने घूमने में बिताये और भारत की सुध भी नहीं ली थी। इस पर समाजवादी नेता लोहियाजी ने कहा था देश की जनता 4 आना रोज पर गुजारा कर रही है और नेहरू 25000 रुपये रोज गरीब जनता का धन खुद पर खर्च कर रहा है। यह सब बातें आज की कांग्रेस भूल जाती है। जबकि मोदीजी की यात्रा का उद्देश्य भारत की तरक्की करना है। मोदीजी भारत को प्रत्येक क्षेत्र में आत्मनिर्भर बना देना चाहते हैं। सुनील जैन राना

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें