गुरुवार, 4 मई 2023

विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस

*विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस- 3 मई* - विजयदत्त श्रीधर, भोपाल (पत्रिका) * खबर क्या है? *"जिसे छपने से रोका जाए वही खबर है, बाकी सब प्रचार।*- 'वाशिंगटन पोस्ट' के कैथरीन ग्राहम। * *"जगत में समाचार पत्र यदि बड़प्पन पाए हुए हैं तो उनकी जिम्मेदारी भी भारी है बिना जिम्मेवारी के बड़प्पन का मूल्य क्या है और वह बडप्पन तो मिट्टी के मोल हो जाता है जो अपनी जिम्मेदारी को संभाल नहीं सकता"* -माखनलाल चतुर्वेदी। * *"पत्रकार की समाज के प्रति बड़ी जिम्मेदारी है वह जो लिखे प्रमाण और परिणाम को ध्यान में रखकर लिखे "* - गणेश शंकर विद्यार्थी। * संविधान में लोकतंत्र के तीन स्तंभ परिभाषित हैं -विधायिका कार्यपालिका और न्यायपालिका। *प्रेस यानी खबर पालिका* को जनता ने चौथा स्तंभ माना है संविधान या सरकार ने नहीं। लेकिन यह सबकी खवर लेती है। * पहला प्रेस आयोग 1952 में जस्टिस जी. एस. राज्याध्यक्ष की अध्यक्षता में गठित किया गया इसमें तीन महत्वपूर्ण कदम उठाए - प्रेस परिषद का गठन, समाचार पत्र पंजीयक आर एन आई संस्था की स्थापना और पत्रकारों के लिए वेतन बोर्ड। * *"तुम्हारी कलम की कीमत लगेगी। बार-बार लगेगी। लेकिन जिस क्षण वह कीमत स्वीकार कर लोगे हमेशा के लिए कलम की कीमत खो बैठोगे।"* - कर्मवीर संपादक माखनलाल चतुर्वेदी। ( विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक- 180 राष्ट्रों की सूची में भारत 161 में नंबर पर। प्रथम स्थान पर सातवीं बार नार्वे और अंतिम पायदान पर उत्तर कोरिया।) संकलन- डॉ. अरविन्द कुमार जैन सर्वोदय महावीर सन्देश

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सोना