बुधवार, 15 जुलाई 2020

यह कैसी कांग्रेस

यह कैसी कांग्रेस, जो डुबो रही खुद को https://suniljainrana.blogspot.com/
July 14, 2020 • सुनील जैन राना • राजनीति

विनाशकाले विपरीत बुद्धि नहीं बल्कि सत्ता जाए विपरीत बुद्धि। कभी जन -जन कांग्रेस आज एक परिवार तक सिमट कर रह गई है। ऐसा नहीं है की आज कांग्रेस में होनहारों की कमी है लेकिन आज गाँधी परिवार ने कांग्रेस को अपनी बपौती समझ लिया है।जो नेता कभी विरोध में कुछ बोला उसे ही बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। इसी कारण एक-एक कर कोंग्रेसी नेता कांग्रेस से निकल रहे हैं।

जाने-माने अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह दस साल पीएम रहे यदि उनके अनुसार देश चलता तो आज कांग्रेस भारत मुक्ति की ओर न होती। गाँधी परिवार ने उन्हें रोबोट की तरह कार्य करने दिया। ऐसे ही चापलूसी ने कांग्रेस को खो दिया। कांग्रेस के कई दिग्गज नेता गाँधी परिवार को ही अपना भगवान मानते हैं क्या ?मोतीलाल वोरा जैसे बुजुर्ग नेता  राहुल गाँधी के पैर छूते नज़र आते हैं। गाँधी परिवार आज भी बयान देता है लेकिन शायद सोशल मिडिया पर जनता के जबाब नहीं पढ़ता।  

राहुल गाँधी के नेत्तृव में कांग्रेस ३० से ज्यादा चुनाव हारी फिर भी अध्यक्ष पद पर किसी अन्य को देना मुनासिब नहीं समझते। कांग्रेस अध्यक्ष या तो माँ रहेगी या बेटा। इस समय देश कोरोना और चीन से संकट  घिरा है,ऐसे में सभी दलों को एकजुट होकर सरकार का साथ देना चाहिए लेकिन राहुल गाँधी सदैव आलोचना में लगे रहते हैं। पिछला इतिहास देंखे तो चीन और पाकिस्तान को खुद कांग्रेस ने सिर पर बैठाया था। आज पाकिस्तान की बोलती बंद कर दी गई है और चीन को उसी की भाषा में जबाब दिया जा रहा है। घोटालो से कांग्रेस-गाँधी परिवार का शायद पुराना रिश्ता है जिसके उजागर होने पर ही जनता ने कांग्रेस को नकार दिया है। इस पर भी राजीव गाँधी फाउंडेशन में चीन से दान या धन आने का पता चलना देश के लिए शर्मनाक ही है। गाँधी परिवार में सिर्फ तीन प्राणी तीनो अलग-अलग आलीशान सरकारी बंगलो में रहते हैं। क्या यह सत्ता का दुरूपयोग नहीं है ?

राहुल गाँधी अक्सर देश विरोधी ताकतों के साथ खड़े नज़र आते हैं।  JNU के टुकड़े गैंग का साथ उन्होंने दिया। उनकी कार्यशैली से सिंधिया -पायलट जैसे युवा होनहार नेता समेत अन्य कई कांग्रेस छोड़कर निकल रहे हैं। कांग्रेस मुक्त भारत खुद कांग्रेस ही कर रही है बीजेपी नहीं। देश  की जनता अब कांग्रेस को नकार चुकी है। अब जब  तक कांग्रेस गाँधी परिवार से बाहर नहीं निकलेगी तब तक कांग्रेस का वापस सत्ता में आना मुश्किल ही लगता है।   * सुनील जैन राना *



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