रविवार, 19 फ़रवरी 2023

पाकिस्तान

पाकिस्तान को खा गए उसके आका पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान जो आज़ादी के बाद बटवारें में इस्लामिक मुल्क बना आज बदहाली, कंगाली की तरफ चला गया है। खुद पाकिस्तान के आकाओं ने खा डाला है पाकिस्तान को। तख्तापलट और सरकारी संसाधनों पर भ्रष्टाचार करना पाकिस्तान के नेताओ ओर सेना का जन्मसिद्ध अधिकार लगता है। एक को सत्ता से हटाकर खुद कब्जा करना, फिर पहले वाले को षड्यंत्र कर जेल भेजना और फिर खुद भी उन्ही परिस्थितियों से गुजरना पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों नियति बन गई है।फिर भी जनता मूर्ख बनी इनके पीछे लगी रहती है। हाल ही में पाकिस्तान का जो हाल हो गया है वह सब इनके आकाओं के कारण ही हो रहा है। आका लोग जमकर लूट में लगे हैं। बाहर से आई इमदाद को जनता पर खर्च न कर बंदरबांट कर रहे हैं। अब आलम यह हो गया है की पाकिस्तान की जनता को खाने के लिये आटा तक उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। फिर भी वहां के पीएम शहबाज़ शरीफ़ बाहर से मिली इमदाद से पहले अपने सांसदों को नई-नई गाड़ियां आदि दिला रहे हैं। बड़े - बड़े डेलिगेशन लेकर भीख मांगने विदेश जा रहे हैं और वहां से बेइज्जत होकर वापस आ रहे हैं। पाकिस्तान की सेना की क्या बात करें? सेनाध्यक्ष बड़े-बड़े मेडल लगाकर घूमते हैं, पता नहीं किस बात के? पाकिस्तान ने तीन युद्ध भारत से लड़े, तीनों में हारे। फिर भी ये मेडल किस बात को दर्शाते हैं? अपने को एटमी मुल्क बताकर मुशर्रफ ने पाकिस्तान को इस्लामिक मुल्कों का नेता बनाने की नाकामयाब कोशिश की। भारत को डराया, कांग्रेस की सरकार पाकिस्तान से डरकर भी रही। पाकिस्तान के सेना सुरक्षा का कार्य कम उद्योग धंधों में ज्यादा लगी है। बताया जाता है कि पाकिस्तान के अधिकांश बड़े उद्योग सेना के पास हैं। ऐसे में कोई देश कैसे आगे बढ़ सकता है। इमरान खान ने गधे बेचकर पाकिस्तान चलाना चाहा और अब शहबाज़ शरीफ़ अपने कपड़े बेचकर पाकिस्तानियों को आटा देने की बात करते हैं लेकिन भूखे पाकिस्तान को बरगलाने को रोज नए- नए कपड़े पहनते हैं। विदेशों में ऐशोआराम के साथ डेलिगेशन लेकर भीख मांगने जाते हैं। इतने पर भी पाक अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आ रहा। भारत मे ड्रग तस्करी, आतंकी भेजने से आज भी कमीं नहीं है। पाकिस्तान के पीओके आदि कुछ राज्यों में विद्रोह हो रहा है, मोदी- मोदी हो रहा है। वहां की जनता मोदीजी जैसा नेता चाहती है जो ईमानदारी के साथ देश को संभाले और आगे बढायें। सुनील जैन राना

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