सोमवार, 19 अक्तूबर 2020

यह कैसी कोरोना सुरक्षा ?

यह कैसी कोरोना सुरक्षा ? October 19, 2020 • सुनील जैन राना • जनहित देश भर में पिछले छह माह से अधिक समय से कोरोना की रोकथाम को सरकारी -गैर सरकारी स्तर पर सुरक्षा उपाय किये जा रहे हैं। लेकिन कुछ राज्यों में अब लापरवाही के संकेत मिलने लगे हैं। उत्तराखंड राज्य में एन्ट्री से पहले पुलिस नाके बनाकर वाहनों की चैकिंग की जा रही है। ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी वाहन की नंबर प्लेट देखते है ,यदि वाहन उत्तराखंड का है तो जाने देते हैं ,यदि वाहन अन्य राज्य का है तो उसे पुलिस थाने में ई पास आदि बनवाने को भेज देते हैं। वहां कई खिड़कियों पर लाइने लगी होती हैं ,नंबर आने पर पता चलता है की पहले उक्त खिड़की पर ई पास बनवाओ ,फिर दोबारा लाईन में लगकर रजिस्टर में चढ़वाओ ,तब रसीद लेकर गेट पर दिखाकर निकल जाओ।ई पास बनाने को २० रूपये लिए जा रहे हैं जिन्हे कम्प्यूटर और मोबाईल पर बनाया जा रहा है। इस सब कोरोना सुरक्षा के कार्य में न कहीं सेनेटाइजर दिखा न ही कहीं ताप मापक यंत्र दिखाई दिया। बाहर से आने वाले वाहनों एवं यात्रियों के नाम पते दर्ज कर खानापूर्ति हो रही है जबकि वापसी का कोई रिकॉर्ड रखा नहीं जा रहा है। गंभीर बात यह है की यदि गाड़ी /वाहन उत्तराखंड की है तो उसकी कोई जांच नहीं की जा रही है। भले ही वह वाहन कोरोना प्रभावित राज्य या जगह से आया हो। कार्यरत पुलिस कर्मियों से यह सब पूछने पर जबाब मिला की हम तो सरकारी आदेशों की पूर्ति कर रहे हैं। यह कैसी कोरोना सुरक्षा हो रही है ?यह तो ऐसा ही हो रहा है जैसे कहीं -कहीं बाढ़ से राहत को नदी किनारे डंडा लेकर पुलिस कर्मी बैठा दिए जाते हैं। * सुनील जैन राना *

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