राहुल गांधी उवाच
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भारतीय राजनीति में राहुल गाँधी की भूमिका
सभी जानते हैं। रचनात्मक कुछ करते नहीं ,
हल्ला मचाते हैं,जब थक जाते हैं विदेश चले
जाते हैं ,आकर फिर हल्ला मचाते हैं।
अब विदेश से आकर पूछ रहे हैं की चीन पर
मोदीजी कुछ बोलते क्यों नहीं ?यही विडंबना
है की इसराइल में मोदीजी बोले तब ये सुनते
नहीं। ये चाहते हैं की मोदीजी इनकी बातो का
जबाब दे तो राहुल गांधी को परिपक़्व हो जाना
चाहिए। इतनी बड़ी राजनितिक पार्टी कांग्रेस के
युवराज को यह सोचना चाहिए की पिछले 10 साल
में कांग्रेस के सूत्रधार रहे हैं राहुल गांधी। इनके
रहते देश कांग्रेस मुक्त क्यों हो रहा है ?
चीन एक ताकतवर -चतुर -चालाक देश है। भारत
उसका मुकाबला बराबरी से नहीं कर सकता। हाल
ही में सीमा पर दोनों देशों में तकरार चल रही है।
ऐसा पहली बार हो रहा है की भारत की तरफ से
सीना तानकर जबाब दिया जा रहा है। यही बात
चीन को बर्दास्त नहीं हो रही है। यह सब मोदीजी
की विदेश नीति के कारण सम्भव हुआ है। आज
विश्व के अधिकांश देश भारत के साथ हैं। यह बात
राहुल गाँधी को क्यों नहीं दिखाई दे रही है ?
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