ख़ुफ़िया बातें सार्वजनिक क्यों
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आज टीवी पर कई चैनलों द्वारा यह बताया गया की
भारत के पास सिर्फ 10 दिन का गोला बारूद है।
यह सब CAG की रिपोर्ट के आधार पर खबर का
बतंगड़ बनाया गया।
महत्वपूर्ण बात यह है की CAG एक सरकारी संस्था
है। कई अहम बातो की समीक्षा कर जबाब देना CAG
का कार्य है। लेकिन देश की सुरक्षा जैसी अहम बात
और वह भी ऐसे माहौल में सार्वजनिक करना क्या
देशहित में है ?
यह कोई साधारण बात नहीं है। CAG की रिपोर्ट
गलत है या सही है ,उसे सार्वजनिक करना देश की
सुरक्षा से खिलवाड़ करने जैसा ही है। केंद्र सरकार
को इसपर कार्यवाही करनी चाहिए।
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