रेल का खाना मत खाना
---------------------------
आज CAG की रिपोर्ट में रेल का खाना खाने योग्य
नहीं बताया गया है। रेल की पैंट्री का खाना गुणवत्ता
के आधार पर खरा नहीं उतरा।
हमारे रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभु रेलवे के लिए रात दिन
कार्य कर रहे हैं। नई नई योजनायें बना रहे हैं। लेकिन
पिछले 70 सालों में रेल चली तो जरूर लेकिन भविष्य
की जरूरत को ध्यान में रखकर कार्य नहीं हुआ। आज
वही पुरानी पटरियां ,वही पुराना सिस्टम। अब इनको
बदलने में समय तो लगेगा ही।
लेकिन रेल मंत्री जी की बुलेट ट्रैन वाली बात जनता को
हज़म नहीं हो रही। रेलवे के पास अभी ना तो इतना धन
है की बुलेट ट्रैन चलाये ना ही पटरियों की ऐसी स्तिथि है।
क्या ही अच्छा हो की रेल मंत्री जी अभी चल रही ट्रेनों को
ही चुस्त -दुरुस्त कराये ?पैंट्री के खाने की गुणवत्ता पर
ध्यान दें। साथ ही ए सी कोच में कॉकरोच-चुहियाँ न हों,
ओढ़ने बिछाने के साफ़ सुथरे कपड़े मिले ऐसी व्यवस्था
कराये। अति कृपा होगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें