भारत-चीन बॉर्डर पर सेनाएँ तैनात
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पिछले काफी समय से भारत और चीन में बॉर्डर पर
तनातनी चल रही है। तनातनी इस हद तक बढ़ गई
है की अब चीन कई बार भारत को युद्ध की धमकी
भी दे चुका है।
हालांकि भारत ने भी चीन को जता दिया है की भारत
पहले वाला भारत नहीं है।अब गलत बात का जबाब
दिया जायेगाऔर दिया जा रहा है। लेकिन फिर भी
चीन से युद्ध होना भारत के लिए हानिकारक ही होगा।
चीन एक शक्तिशाली देश है। आधुनिकी के प्रत्येक
क्षेत्र में चीन ने महारथ हासिल कर रखी है।
भारत को चीन की धमकी को अनदेखा नहीं करना
चाहिए। चीन और पाकिस्तान दोनों विश्वासघात करने
में कभी पीछे नहीं रहते। इन दोनों की दोस्ती भारत को
परेशान करने के लिए ही हुई है। चीन एक तरफ भारत
की जमींन पर कब्जा करने की कोशिश करता रहता है
तो दूसरी तरफ चीन ने पाकिस्तान से दोस्ती के बदले
POK और अन्य क्षेत्रों में कब्जा कर अपने व्यापार और
सुरक्षा हेतु सड़के आदि बना दी हैं।
हालांकि अब मोदीजी ने विश्व के अनेक देशों से दोस्ती
कर चीन को चारों तरफ से घेरने की कोशिश की है।
विश्व के अधिकांश विकसित देश आज भारत के साथ
कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। फिर भी युद्ध के परिणाम
अच्छे नहीं होते। देश दशकों पीछे चला जाता है। युद्ध
से अच्छा है आपस में बातचीत से किसी निर्णय पर पहुंचा
जाये।
कुछ भी लेकिन बॉर्डर पर जिस तरह की परिस्तिथी बन
रही है भारत को इसे हल्के में नहीं लेना चाहिये।
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