शुक्रवार, 2 दिसंबर 2022
पीएम, कैसे- कैसे
एक धनी प्रधानमंत्री बन सकता है
ये *नेहरू* ने साबित किया।
एक गरीब प्रधानमंत्री बन सकता है
ये *शास्त्री जी* ने साबित किया.।
एक बुजुर्ग प्रधानमंत्री बन सकता है
ये *मोरारजी* ने साबित किया।
एक युवा प्रधानमंत्री बन सकता है
ये *राजीव गांधी* ने साबित किया।
एक औरत प्रधानमंत्री बन सकती है
ये *इंदिरा गांधी* ने साबित किया।
एक अनपढ़ प्रधानमंत्री बन सकता है
*चौ. चरण सिंह* ने साबित किया।
एक राजघराने का व्यक्ति प्रधानमंत्री हो सकता है
ये *वी.पी. सिंह* ने साबित किया।
एक शिक्षित एवं बहुआयामी व्यक्ति प्रधानमंत्री बन सकता है
ये *पी.वी.नरसिंहा राव* ने साबित किया।
एक कवि प्रधानमन्त्री बन सकता है
ये *अटल बिहारी बाजपेयी* ने साबित किया।
कोई भी प्रधानमंत्री बन सकता है
ये *एच.डी.देवगौडा* ने साबित किया।
एक प्रधानमंत्री की आवश्यकता ही नहीं है
ये *डा. मनमोहन सिंह* ने साबित किया।
देश पर बिना प्रधान मंत्री बने भी शासन किया जा सकता है
ये *सोनिया गांधी* ने साबित किया।
*परन्तु एक चाय बेचने वाला प्रधानमंत्री बन सकता है* और *इन सबसे बेहतर कार्य कर सकता है* तथा *भारत माता का परचम पूरी दुनिया में लहरा सकता है* ये
*नरेन्द्र मोदी जी* ने साबित किया।
सारी कायनात लगी है एक शख्स
को झुकाने में... खुदा भी सोचता होगा,
जाने किस मिटटी का इस्तेमाल किया मैंने "मोदी" को बनाने में!!
JARA SOCHO...
.
जो व्यक्ति
PM बनने से पहले
यदि
अमरीका को झुका सकता है,
भूखे नंगे देश
पाकिस्तान में
हडकंप
मचा सकता है,
चीन जैसे गद्दार देश के
अखबारों की
सुर्खियों में आ सकता है
तो भाई
वह भारत को विश्व गुरु
बना सकता है
यह बात पक्की है!
" देश की जरुरत है मोदी "
.
"मैं मुफ्त भोजन दूंगा" - राहुल गांधी
.
"मैं मुफ्त पानी दूंगा" - केजरीवाल
.
"न तो मैं
मुफ्त पानी दूँगा ,
ना ही मुफ्त भोजन
कि बात करूंगा ,
बल्कि मैं
इतने रोजगार पैदा करूँगा,
भारत के युवाओं
को इतना सक्षम कर दूंगा,
की
मेरे देश का हरेक व्यक्ति .
स्वाभिमान से
अपना भी
पेट भरेगा
और
दूसरों की भी
प्यास
बुझाएगा"
- नरेंद्र मोदी
.
दिक्कत केजरीवाल में नहीं,
भारत की जनता में है
जो मुफ्त की
चीज पाने के लिए
लादेन
को भी वोट दे देगी !!!
.
अगर देश के लिए कुछ करना है तो यह सन्देश 3 लोगो को भेजना है।
बस आपको तो एक कड़ी जोड़नी है देखते ही देखते पूरा देश जुड़ जायेगा।
जय श्रीराम।
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
जुल्म की हद
खड़गे जी ये तो बता रहे हैं कि उनकी माँ और बहन को ज़िंदा जलाकर मार डाला गया पर ये नहीं बता रहे हैं उनको जलाया किसने। आज़ादी के बाद, निज़ाम ह...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें