शनिवार, 17 दिसंबर 2022

ॐ की महिमा

🕉️ *ॐ' का जाप न केवल आध्यात्मिक बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है।* रोजाना सिर्फ पांच मिनट *'ॐ'* का जाप करने से मानसिक और शारीरिक लाभ होता है। *'ॐ' का उच्चारण कैसे करें?* 'ओम' का जाप करने के लिए आरामदायक स्थिति में बैठ जाएं। अपनी आंखें बंद करें और गहरी सांस लें और फिर 'ओम' का जाप करते हुए धीरे-धीरे सांस छोड़ें। इस दौरान पूरे शरीर को वाइब्रेट करने की कोशिश करें। *ॐ कर जप का महत्व और प्रभाव :* *1)* मानव मन को शुद्ध करने के लिए। *2)* मानव मन की भावनाओं को नियंत्रित करना। *3)* मन, स्मृति और बुद्धि की एकाग्रता बढ़ाने के साथ-साथ मन की किसी बात को समझने की क्षमता को बढ़ाने के लिए। *4)* शारीरिक, मानसिक रूप से तनावमुक्त, साथ ही भावनाओं पर नियंत्रण। *'ॐ' कार जप* ➡️ ए …… यू …… एम ……… ए …… उम …… एम …… ए …… यू ……… एम ……… .. *ओंकार जप से करें कई रोगों पर नियंत्रण।* ओंकार जप से भौतिक स्तर पर अनेक लाभ होते हैं। *1. थायराइड -* ओंकार का पाठ करने से कंठ में स्पंदन उत्पन्न होता है। इसका थायरॉयड ग्रंथि पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। *2. बेचैनी-* यदि आप असहज महसूस करते हैं, तो अपनी आंखें बंद करें और पांच गहरी सांसों के साथ ओंकार का जाप करें। *3. तनाव -* इससे शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। *4. खून का दौरा -* इससे हृदय स्वस्थ रहता है और रक्त प्रवाह सुचारू रहता है। *5. पाचन-* ओंकार के जाप से पाचन क्रिया में सुधार होता है। *6. प्रेरणा -* ओंकार शरीर को स्फूर्ति प्रदान करता है। *7. थकान -* थकान के लिए इससे बेहतर कोई उपाय नहीं है। *8. सोना -* ओंकार के नियमित जाप से कुछ ही दिनों में अनिद्रा दूर हो जाती है। इसलिए सोने से पहले ओंकार का पाठ जरूर करना चाहिए। *9. फेफड़े -* ओंकार का जाप करने से फेफड़ों की कार्यक्षमता में सुधार होता है। *10. मेरुदण्ड -* ओंकार द्वारा निर्मित कंपन रीढ़ को मजबूत करता है। साभार

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