शुक्रवार, 27 अक्तूबर 2017



संजय राऊत - राहुल गांधी
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महाराष्ट्र के शेर बालाजी ठाकरे और उनकी शिवसेना

आज अपने दमखम और असूलों से भटक गई है।

सत्ता की चाहत लेकिन जनता में शिवसेना की गिरावट

उद्धव ठाकरे को परेशान कर रही है। इस परेशानी को

दूर करने की कोशिश नाकाम होने पर हताशा में अपनी

सहयोगी बीजेपी को ही यदा कदा उल्टा सीधा बोलकर

अपनी भड़ास निकाल लेते हैं उद्धव ठाकरे और उनके

प्रवक्ता आदि।

जिसप्रकार आज कांग्रेस अपने ही कारणों से देश मुक्त

होती जा रही है ,उसी प्रकार आज शिव सेना का वजूद

कम होता जा रहा है और बीजेपी का वज़ूद बढ़ता जा रहा

है। उद्धव ठाकरे इससे सीख लेने की बजाय उलटे अपने

सहयोगी दल बीजेपी को ही कोसते रहते हैं। जबकि यदि

उन्हें बीजेपी का साथ पसंद नहीं तो क्यों बीजेपी के सहयोग

से सत्ता पर आसीन हैं।

शिवसेना के संजय राऊत का यह बयान की राहुल गांधी

अब देश को चलाने के काबिल हो गये हैं बहुत हास्यापद

लगता है। महाराष्ट्र में कांग्रेस ने हमेशा ही शिवसेना को

साम्पदायिक और न जाने क्या क्या कहा है। बालाजी ठाकरे

ने भी कभी कांग्रेस का सम्मान नहीं किया। अब अपने घटते

जनाधार से चिंचित उद्धव ठाकरे लगता है कांग्रेस की शरण

में जाने की सोच रहे हैं। शायद इसीलिए अब उन्हें राहुल गाँधी

योग्य दिखाई देने लग गए हैं।

अपने इस बयान की प्रतिकिर्या को ट्वीटर पर पढ़ लेना चाहिए

उद्धव ठाकरे को। पता चल जाएगा उन्हें अपने बयान की कीमत

और राहुल गाँधी की योग्यता के बारे में। पता नहीं क्यों उद्धव

ठाकरे को घोटालों से पूर्ण कांग्रेस मन को भा रही है ,जबकि

मोदीजी की बीजेपी सरकार बिना किसी आरोप और घोटालों

के विकास की गति पर आगे बढ़ रही है।


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