दीपावली पर पटाखें बैन ?
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देश में कई जगह दीपावली पर पटाखों की बिक्री पर
बैन लगा दिया गया लेकिन पटाखें फोड़ने पर बैन नहीं
लगाया गया। वो शायद इसलिए की जब पटाखें बिकेंगे
नहीं तो फोड़ेंगे ही कैसे ?
लेकिन मेरा भारत महान है। भारतवासी भी महान हैं।
कोर्ट एवं सरकार की तरह ही किसी भी बात का तोड़
या जुगाड़ निकालने में माहिर है जनता। जिस राज्य में
बिक्री बंद थी उसके पड़ोसी राज्य से पटाखें ले आये
और फोड़ डाले।
दरअसल इस कहानी का पहलू ही गलत है। पटाखें
कोई अच्छी चीज तो है नहीं। फिर क्यों नहीं पटाखें
बनाने पर ही बैन लगा देते। जिस प्रकार शराब बुरी
चीज है। देश के कुछ राज्यों में शराब पर बैन भी है।
उन राज्यों में शराब पीना मना है लेकिन यह भी हो
सकता है की उस राज्य में शराब की कोई बड़ी यूनिट
लगी हो। क्योंकि सरकार द्वारा शराब बनाने पर कोई
पाबंदी नहीं है।
सरकार ने आबकारी विभाग भी बनाया है और सरकार
ने मद्यनिषेध विभाग भी बना रखा है।समझ में नहीं आता
की यह कैसा नियम -क़ानून है ?
पटाखों से हानि ही हानि है लाभ कुछ नहीं फिर क्यों नहीं
पटाखें बनाने पर ही पूर्ण रूप से पाबंदी लगा दी जाये।
ऐसे दोहरे रवैये जनता के बीच आलोचना का कारण ही
बनते हैं सफल नहीं होते।
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