कांग्रेस पतन की ओर ?
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देश के कई राज्यों में किसान आंदोलन हो रहे हैं और कई जगह कराये जा रहे हैं।
मोदीजी ने नेत्तृव में देश आगे बढ़ना चाहता है लेकिन एक के बाद एक समस्याएं
आ खड़ी होती हैं या उन्हें जानबूझ कर खड़ा किया जा रहा है।
आज़ादी के बाद से किसानों के लिए कांग्रेस ने क्या किया ?मध्य प्रदेश जैसे राज्य
जो पिछड़ों में गिने जाते थे आज शिवराज सरकार में प्रगति की राह पर चल पड़े
हैं। किसानों की फसल अब पहले से कई गुनी पैदावार में बदल गई है।
अब यही ज्यादा पैदावार परेशानी का सबब रही है। दाम कम मिल रहे हैं। भंडारण
करने की छमता नहीं है। अब इस कारण किसान परेशान है। इसी परेशानी को
हवा देने का कार्य कांग्रेस और विरोधी कर रहे हैं।
किसानों का कर्ज माफ़ कर देने से समस्या का कोई समाधान नहीं है। छोटे किसान
का कर्ज माफ़ किया भी जाये तो अमीर -बड़े किसान का कर्ज क्यों माफ़ हो ?सिर्फ
कर्ज माफ़ी से किसानों का भला नहीं हो सकता है। उन्हें चाहिए अपनी फ़सल के
सही दाम। लेकिन इस कार्य में बिचौलिये अपनी कमीशन से बाज़ नहीं आते। सरकार
कोई दाम तय करे तो दुकानदार वह दाम देने को तैयार है लेकिन गुणवत्ता के साथ।
तातपर्य यह है की एक के साथ एक अनेक समस्याएं आपस में जुडी हैं। ऐसे में सरकार
क्या करे ?
सरकार कुछ करे या ना करे लेकिन कांग्रेस समेत विरोधी दलों ने किसानों को बरगलाना
शुरू कर दिया है। जो किसान पहले कभी तोड़ फोड़ नहीं करता था अब असामाजिक
तत्वों के साथ मिलकर आगजनी कर रहा है। जबकि इससे कुछ भी हासिल होने वाला
नहीं है।
देश की जनता सब देख रही है। विरोधी अब अन्य राज्यों में भी किसानों को बरगलाकर
हिंसा करवाने पर उतारू हो रहे हैं। किसान हो या जवान ,कांग्रेस दोनों को कमजोर करने
पर तुली है। कांग्रेस ने अपने 65 साल के राज में क्या किया ?क्यों आज भी किसान इतना
कमज़ोर है ?क्यों कांग्रेस के नेता सेनाध्यक्ष को सड़क का गुंडा बता रहे है ?क्यों कांग्रेस
के नेता अलगाववादियों से मिलीभगत रखते हैं ?क्यों कांग्रेस के नेता पाकिस्तान जाकर
मोदीजी सरकार को हटाने की बातकरति है ?क्यों JNU में देश विरोधी वक्तव्यों को
कांग्रेस साथ देती है ?
यह सब सिर्फ इसलिए की आज मोदीजी राज में देश बिना घोटालों के विकास की राह
पर चल पड़ा है। आज भी कांग्रेस के नए नए घोटाले उजागर हो रहे हैं। बिना किसी भेद
भाव के सबका साथ सबका विकास का प्रयास हो रहा है।
कांग्रेस अपने ही कार्यो से पतन की ओर जा रही है। अभी भले ही अराजकता फैला ले
लेकिन आने वाले समय में जनता खुद ही कांग्रेस मुक्त भारत का निर्णय ले लेगी ?
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