चीन धमकी दे रहा भारत को
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मोदीजी की अमेरिका यात्रा और ट्रम्प से दोस्ती के चलते
चीन बौखला रहा है और बौखलाहट में भारत को धमकी
दे रहा है की भारत 1962 का युद्ध भूल गया क्या ?
आज चीन एक ताकतवर देश है जबकि भारत अभी अनेक
समस्याओं से जूझ रहा है। चीन में सरकार की हकूमत
चलती है जबकि भारत में सरकार के कार्यो का विरोध
होता है। चीन में जातिवाद की समस्या नहीं है जबकि भारत
जातिवाद की समस्याओं से घिरा है। चीन में मुस्लिम समुदाय
काफी संख्या में रहता है लेकिन सरकार के दबाब में। यहाँ
तक की चीन में अक्सर मुसलमानों को दाढ़ी रखने ,बुर्का
पहनने ,सड़को पर नमाज पढ़ने ,मस्जिदों में लाउड स्पीकर
लगाने आदि बातो पर पाबंदी लगा दी जाती है जबकि भारत
में लोकतंत्र चलते सभी मजहबों को लगभग खुली छूट है।
सबसे बड़ी और अहम बात यह है की भारत में सरकार और
सेना को कुछ भी गलत कहने की खुली छूट है जिसके कारण
भारत में बाहरी दुश्मनो से ज्यादा देश में ही दुश्मनों की फौज
है। जिनका कार्य सरकार के कार्यो का विरोध करना और सेना
पर पथराव करना है। इस कार्य में देश की ही कई राजनितिक
पार्टियां उनका साथ देती हैं। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।
इन सब बातों के बाद भी आज का भारत 1962 का भारत नहीं
है। आज का भारत किसी भी समस्या का समाधान करने या
मुकाबला करने में सक्षम है। सबसे बड़ी बात यह भी है की आज
कोई भी देश दूसरे देश पर आक्रमण नहीं कर सकता। UNO में
ऐसी कई संधियाँ होती हैं जिन्हे सभी देशों को मानना पड़ता है।
यह भी महत्वपूर्ण बात है की आज मोदीजी ने सारे विश्व में भारत
का नाम रोशन कर रखा है। अधिकांश देश मोदीजी के साथ हैं।
ऐसे में किसी की क्या मज़ाल जो भारत को धमकी दे।
भारत कभी भी किसी से गलत बात या गलत आचरण नहीं करता
बल्कि पाकिस्तान जैसे अदने देश चीन की शह पर और खुद चीन
भी समय समय पर आतंकी कार्यवाही या दादागिरी पूर्ण भाषा बोलते
हैं। यह ठीक नहीं है। भगवान उन्हें सद्बुद्धि दे।