शुक्रवार, 10 मार्च 2017


            कड़वे सच 

भारतीय राजनीति के कुछ कड़वे सच आज भी 

कड़वे ही हैं। मोदीजी के आने के बाद से ऊपरी 

स्तर पर भ्र्ष्टाचार तो रुका है लेकिन निचले स्तर 

यानि राज्य स्तर पर आज भी कड़वे सच कड़वे 

ही हैं। 




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