गुरुवार, 13 मार्च 2025

फर्जी कार्ड देशहित में नहीं

फर्जी कार्डो का गोरखधंधा 
देश मे फर्जी कार्ड यानि राशन कार्ड, पहचान पत्र, पासपोर्ट आदि को गोरखधंधा दशकों से चल रहा है. फिर भी क्या कारण है की सरकारें इस फर्जी कार्य पर अंकुश नहीं लगा पाई. 
फर्जी कार्ड देश की सुरक्षा के लिए खतरा होते हैँ. अभी हाल ही मे मोदीजी ने बताया की 5 करोड़ फर्जी राशन कार्ड बने हुए थे जिन्हे बंद किया गया. मतलब साफ है की भ्र्ष्टाचार का बोलबाला था. खुद भी खाओ ओरो को भी खिलाओ. यही चल रहा था दशकों से. अक्सर सुनने मे आता रहा है  की 2000रूपये मे आधार कार्ड बन जाता है. पहचान पत्र भी बन जाता है. इसी कारण देश मे रोहिंग्या और बंग्लादेशी घुसपेठियो की भरमार हो गई है. लेकिन हद की बात तो यह है की देश की राजधानी दिल्ली और उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ मे फर्जी पासपोर्ट भी धड़ल्ले से बन रहे हैँ. 
हाल ही में नई दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले गिरोह को धर दबोचा. इस गिरोह के द्वारा फर्जी पासपोर्ट बनाकर अपराधियों और गैंगस्टर को देश से बाहर भेजा जाता था.
जरा सोचिये कितनी बड़ी साज़िस का काम है यह. यह तो सरासर देश विरोधी कृत्य है. ऐसा कार्य करने वालो को तो पुलिस के द्वारा थर्ड डिग्री की सेवा कराकर आजीवन कारावास में डाल ही देना चाहिए. 
किसी भी प्रकार का फर्जी वाड़ा देशहित में नहीं होता है. यह देश की अर्थव्यवस्था एवं डेमोग्राफी के लिए घातक होता है. हम सभी को भी अपने आस पास के लोगों पर और इस प्रकार के कार्ड बनाने वालो पर निगाह रखनी चाहिए.

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

DMK हिंदी विरोधी

राजयसभा में ग्रहमंत्री अमित शाह ने तमिलनाडु कि द्रमुक सरकार पर हमला बोलते हुए कहा की ये सरकार अपने भ्र्ष्टाचार को छुपाने के लिए हिंदी भाषा क...