शनिवार, 9 अप्रैल 2022

अहंकारी पुतिन, नासमझ जेलेन्स्की

अहंकारी पुतिन, नासमझ जेलेन्स्की रूस और यूक्रेन युद्ध रुकने का नाम नही ले रहा है। अहंकार में डूबे पुतिन लगातार यूक्रेन पर हमले किये जा रहे है। नासमझ जेलेन्स्की भी अपनी नाकाम हिम्मत दिखाते हुए झुकने को तैयार नही हैं। अलबत्ता भीष्म युद्ध हो रहा है और दोनों तरफ के लोग मर रहे है। रूस का कम नुकसान हो रहा है लेकिन अपनी नासमझी में जेलेन्स्की यूक्रेन को बर्बाद होने दे रहे हैं। इस युद्ध मे एक बात साबित हो गई है की जो ताकतवर है उस पर किसी भी प्रकार के कानून नाकाबिल होते हैं। सँयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आदि ये सब छोटे कमजोर देशों पर अपना प्रभुत्व जमाते हैं। बड़े देशों पर इनकी हुकूमत नही चलती। यही दिखाई दे रहा है इस समय विश्व की राजनीती में। लेकिन यह भी सच है की रूस पर लगे अनेको प्रतिबंद उस पर असर डालेंगे जरूर। इस लम्बी लड़ाई में मोदीजी के नेत्तरव में भारत की कूटनीति से सम्पूर्ण विश्व अचंभित है। भारत रूस का परम मित्र है और रूस के इस जोखिम भरे समय मे अपनी मित्रता बखूबी निभा रहा है।पता नही यह युद्ध कब तक चलेगा। नाटो देश यूक्रेन की बाहर से मदद कर रहे हैं लेकिन रूस के सामने आने से कतरा रहे हैं। यूक्रेन के जेलेन्स्की अपने आप को बहुत बड़ा योद्धा दिखाते हुए मैदान में डटे है और अपना देश बर्बाद होते हुए देख रहे हैं। अहंकार और नासमझी में दो देश सम्पूर्ण विश्व को बारूद के ढेर पर बैठा दे रहे हैं जो बहुत विनाशकारी साबित हो सकता है। सुनील जैन राना

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

ध्वजारोहण

*UPSC इंटरव्यू में पूछा जाने वाला ऐसा सवाल जिसका उत्तर बहुत कम अभ्यर्थी दे पाते हैं-* स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस में झंडा फहराने में क...