सड़ गया प्याज
November 27, 2019 • सुनील जैन राना • जन समस्या
जनता प्याज के आँसू रो रही है और सरकारी गोदामों में हज़ारों टन प्याज सड़ने की कगार पर है। समाचारों से पता चल रहा है की सरकारी गोदामों में लगभग २८ हज़ार मीट्रिक टन प्याज का आवंटन न होने के कारण सड़ने की कगार पर है।
हमारे दश की यही विडंबना है। दशकों से यही सुनने में आता था की FCI के गोदामों में अनाज की बेकदरी हो रही है ,खुले में रखा अनाज भीग जाने के कारण सड़ गया है। लेकिन इतने बड़े पैमाने पर प्याज की किल्ल्त के चलते प्याज ही सड़ जाए तो इसे लापरवाही -अनहोनी या तालमेल में कमी ही कहा जाएगा।
दरअसल प्याज की बढ़ती कीमतों के चलते सरकारी स्तर पर प्याज का बफ़र स्टॉक जमा किया गया था जिसे बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने हेतु खुले बाजार में बेचा जा सके। लेकिन राज्य सरकारों से तालमेल की कमी के चलते प्याज गोदामों में ही सड़ गया है। ऐसा होना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। एक तरफ आम जनता प्याज की बढ़ती कीमतों के कारण परेशान है तो दूसरी तरफ सरकारी व्यवस्था में कमी के कारण हज़ारो मीट्रिक टन प्याज सड़ गया है।
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