बुधवार, 30 अप्रैल 2025

देश में छुपे आतंकी

भारत सरकार द्वारा जैसे ही पाकिस्तानियों के वीजा रद्द करके भारत छोड़ने का आदेश आया, ओवैशी, कांग्रेस जैसे सभी "हम कागज़ नहीं दिखाएंगे" का नारा बुलंद करने वाले लोग आज कहने लगे हैं कि हम भारत सरकार के साथ हैं क्यूंकि इनको पता चल चुका है कि अब सारी जानकारी बाहर आएगी कि कितने पाकिस्तानी, बांग्लादेशी भारत में मौजूद हैं और यह सबके सामने खुलकर आ जायेगा कि NRC / CAA / UCC के विरोध में "हम कागज़ नहीं दिखाएंगे" का नारा क्यों और किनके लिए बुलंद किये हुए थे ये लोग।

इनकी रणनीति थी कि जब कभी भारत पाकिस्तान पर युद्ध करेगा तो ये भारत में छिपे पाकिस्तान और बांग्लादेशी लोग भारत के अंदर गृहयुद्ध कर देंगे परन्तु मोदी सरकार जानती थी और इसलिए एकदम से युद्ध ना छेड़कर पाकिस्तानियों के वीजा आदि रद्द करके भारत छोड़ने का आदेश दे दिया। अब ये सभी विपक्षी फंस गए हैं और कुछ नहीं कर पा रहा हैं। 

साथ ही भारत सरकार ने बड़े ही बेहतर तरीके से अब NRC / CAA / UCC आदि कानूनों को लागू करने का रास्ता साफ़ कर दिया है क्यूंकि अब देश को पता लग चुका है कि NRC / CAA / UCC वाकई में क्यों भारत के लिए जरुरी था और जरुरी है।

मंगलवार, 29 अप्रैल 2025

पाकिस्तानियों की करतूत

मुस्लिम महिला भारतीय नागरिक व इसका बच्चा पाकिस्तानी नागरिक.. 🤔🤔
भेंचो यह एक अलग तरह का ही निकाहबाजी जिहाद चल रहा है हिन्दूओ के देश भारत में...

हजारों करोड़ रुपये हिन्दूओ के टैक्स के इन लोगों ने सरकारी योजनाओं के मार्फ़त उड़ाए हैं अपने जीवन में...

भारत में पैदा हुई,18 वर्ष तक सरकारी योजनाओं का भरपूर आनंद लेने के बाद 11 वर्ष पहले पाकिस्तान के कराची में निकाहबाजी की गई....
4 बच्चे पैदा कर दिए सभी बच्चे भारत में मायके में आकर पैदा किये गए और सरकारी योजनाओं का लाभ लिया गया..
बच्चे व मियां पाकिस्तान के नागरिक बने थे और ख्वातीन भारत में भारतीय पासपोर्ट व अब्बू के राशन कार्ड से लगातार सरकारी योजनाओं में लाभ लेती रही....

कागजों में तो भारतीय बनी रही और दिल में पाकिस्तान बसाए रही.....

यह तो पहलगाम हमले के बाद एकाएक बॉर्डर सील कर दी गई तो मालूम हुआ कि हजारों मुस्लिम महिलाओं ने पाकिस्तान में निकाहबाजी की है और दसों हजार बच्चे पैदा किये हैं..जिनमे से अधिकतर भारत के सरकारी अस्पतालों में सरकारी खर्च पर मुफ्त की चिकित्सा सेवाएं लेकर पैदा किये हैं....

दीमक की तरह खोखला किया जा रहा है भारत को....बंटवारा ठीक तरीके से नहीं कर पाया गांधी खानदान व कांग्रेस.... 
अंग्रेजों व मुसलमानों के साथ मिलकर....

एक बार सही तरीके से आदान प्रदान किया जाना चाहिए..पाकिस्तान से प्रेम व निकाहबाजी करने वाले लोगों को पाकिस्तान जाने का सुअवसर उपलब्ध कराया जाना चाहिए..

बेचारे कितनी तकलीफ लेकर पाकिस्तान में अपनी बेटियों की निकाहबाजी कर रहे हैं....
इन्हें पाकिस्तान जाने का सुअवसर प्रदान किया जाना चाहिए.....
ताकि आराम से ये अपने पाकिस्तानी रिश्तेदारों के साथ निकाहबाजी कर सकें.....

इनके द्वारा पैदा किये गए हिन्दुस्त8पाकिस्तानी मुस्लिम बच्चों का दर्द देखा नहीं जा रहा है दयालु हिन्दूओ द्वारा....

इन सभी को तत्काल प्रभाव से पाकिस्तान जाने की सहूलियत प्रदान की जाए.......

सोमवार, 28 अप्रैल 2025

हिन्दू बनाम हिन्दू

*एक दुःखद सत्यकथा -* वक्फ बोर्ड बिल के विषय लेकर एक विशेष लेख....  *!! पंकज बजाज, कटनी (म.प्र.) !!*

आज भी *"दोनों तरफ से हिन्दू"* ही लड़ रहा है, अन्तर है तो *देशभक्त हिन्दू* और *गद्दार हिन्दू* का गद्दार हिन्दू अवश्य विचार करें।

*अकबर* के दरबार में एक कट्टर सुन्नी मुस्लिम *अब्द अल कादीर बदायूंनी* था।

उसने हल्दीघाटी के युद्ध का आंखों देखा वर्णन जिसमें वह स्वयं सम्मिलित था, अपनी पुस्तक *मुंतखाब-उल-वारीख* में किया है।

मूल पुस्तक अरबी में है, जिसका 18वीं सदी में अंग्रेजी में अनुवाद किया गया।

हल्दी घाटी के युद्ध में दोनों तरफ की सेनाओं में *90% हिन्दू राजपूत* ही लड़ रहे थे। 

अकबर" की तरफ से *सेनापति मानसिंह* और *राजा लूणकरण* थे तो... दूसरी तरफ स्वयं *महाराणा प्रताप* और *हिन्दू राजपूत राजा* थे।

दोनों तरफ से... हिन्दू *राजपूतों ने केसरिया साफे* पहन रखे थे, इससे अकबर का एक सेनापति *अबुल फजल इब्न मुबारक* असमंजस में पड़ गया कि कौन हमारी तरफ से लड़ रहा है और कौन शत्रु की तरफ से है...??

फिर अबुल फजल ने अब्द अल कादिर से पूछा कि दोनों तरफ से हिन्दू *राजपूत केसरिया साफा* पहने हैं .. तो मैं कैसे पहचान करूं...? कौन अपनी तरफ से लड़ रहा है और कौन शत्रु की तरफ से है...?

तब *अब्द अल कादिर* ने कहा----- *अबुल फजल* तुम बस तीर और तलवार चलाते रहो, भाला फेंकते रहो। मरने वाले कोई भी हों *काफिर* ही होंगे।

चाहे हमारी तरफ के मरे या शत्रु की तरफ के मरे .. कहीं भी तीर चलाओ, किसी को भी मारो... जीत *इस्लाम* की ही होगी,... अगर हम युद्ध में... विजय हो सके तो ठीक.. नहीं जीते तो... कम से कम खुदा को यह तो कह देंगे कि हमने *काफिरों* को मारा...??

काश *हिन्दू* इस इतिहास को पढ़ते और इतिहास से सीख लेते..... हिन्दुओं की स्थिति... आज भी वैसी ही है.!!

आज भी वही हो रहा है,आधी रात तक चली संसद में वक्फ बिल के समर्थन में 288 सदस्य और विरोध में 232 सदस्य थे, जिसमें से सिर्फ 24 सदस्य मुस्लिम हैं, बाकी हिंदू मतलब 208 हिंदू सदस्य भी चाहते हैं कि धर्मांतरण और कब्जे का खेल चलता रहे... ✍🏻

*बात कड़वी है - पर सच्ची है*

साभार 

रविवार, 27 अप्रैल 2025

पकड़ - धकड़ शुरू

पकड़े जा रहें हैं घुसपैठिये 
पहलगांव हमले के बाद देश भर में बंगलादेसी घुसपैठियों एवं रोहिंग्या की धर पकड़ हो रही है।
इन सब नें फर्जी आधार कार्ड और पहचान पत्र बनवा रखें हैं। शायद देश भर में इनकी संख्या लाखों में हो सकती है। कहां -कहां से पकड़ेंगे? अवैध रूप से रहा रहें ये लोगों को राजनैतिक संरक्षण प्राप्त है। देश के कई हिस्सों में ये वोट बैंक बने हुए हैं।
सवाल यह है की दूसरे देशों से भारत आने के रास्ते क्यों खुले हैँ? या सीमाओं पर भ्र्ष्टाचार है जिसका फायदा उठाकर ये लोग भारत में प्रवेश कर जाते हैँ। भारत में आने के बाद इनके कार्ड बनाने वालों को भी पकड़े जाना चाहिए। जितना दोष रोहिंग्या और घुसपैठियों का है उतना ही दोष इनके पहचान पत्र और आधार कार्ड बनाने वालों का है। बल्कि फर्जी कार्ड बनाने वालों का दोष इनसे भी कहीं ज्यादा है। इन सबको पकड़ कर इनसे पूछताछ होनी चाहिए की इन्होंने अब तक कितने फर्जी कार्ड बना दिए हैं। इन्हें जेल में डालकर सड़ाना चाहिए।

शनिवार, 26 अप्रैल 2025

आक्रामक बयान

तीखी, विवादित और सुर्खियां बटोरने वाली टिप्पणियां निशिकांत दुबे की राजनीति का स्टाइल है. वे संसद में अपनी आक्रामक और तीखे बयानों के लिए जाने जाते हैं. उनके बयानों और खुलासों ने संसद और राजनीति में हलचल ला दिया है.
पार्टी की झिड़की सुनने का रिस्क उठाकर भी निशिकांत दुबे कई मौकों पर बीजेपी लाइन से हटकर आक्रामक और उत्तेजक बयान दे देते हैं. ये बयान अक्सर उनकी व्यक्तिगत छवि और फायरब्रांड इमेज को मजबूत करने वाली होते हैं. हालांकि पार्टी को कोर्स करेक्शन करना होता है. पार्टी पल्ला झाड़ लेती है. लेकिन चर्चा पार्टी की डांट की नहीं बल्कि सांसद के ऑरिजिनल बयान की होती है. दरअसल निशिकांत दुबे बीजेपी के गाइडेड मिसाइल बनते जा रहे हैं.

तमिलनाडु से जुड़े बिलों को राज्यपाल की ओर से मंजूरी नहीं देने और वक्फ संशोधन कानून 2025 के दो अहम प्रावधानों पर सुप्रीम कोर्ट की ओर से रोक लगाने के बाद सांसद निशिकांत दुबे का बयान इसी श्रेणी में आता है. निशिकांत दुबे ने कहा था कि अगर देश में कोई धार्मिक युद्ध भड़का रहा है, तो वह सुप्रीम कोर्ट है. आप इस देश को अराजकता की ओर ले जाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि अगर शीर्ष अदालत को ही कानून बनाना है तो संसद और राज्य विधानसभाओं को बंद कर देना चाहिए.

निशिकांत दुबे ने कहा कि, 'किस कानून में लिखा है कि राष्ट्रपति को तीन महीने के भीतर फैसला लेना है? मस्जिदों के लिए आप कहते हैं कि उनसे संपत्ति के कागजात मांगना गलत है, लेकिन मंदिरों के लिए आप खुद ही कागज मांगते हैं. यह दोहरा मापदंड क्यों?'

दुबे के इस ट्वीट से पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने तुरंत किनारा कर लिया और इसे उनका निजी बयान बताया.

इस ट्वीट के कुछ ही घंटों के बाद निशिकांत दुबे ने वक्फ कानून पर पूर्व चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी की ओर से जाहिर किए गए राय के लिए उन्हें मुस्लिम आयुक्त बताया और कहा कि आप चुनाव आयुक्त नहीं, मुस्लिम आयुक्त थे, झारखंड के संथालपरगना में बांग्लादेशी घुसपैठियों को वोटर सबसे ज़्यादा आपके कार्यकाल में ही बनाया गया.

झारखंड के गोड्डा से लगातार 4 बार सांसदी जीतने वाले निशिकांत दुबे ने अपने बयानों से बड़ी-बड़ी शख्सियतों पर वॉर किया है. उन्होंने जिस मुद्दे को संसद में उठाया उस पर बड़ा बड़ा हंगामा हुआ. कई बार तो विपक्ष को पीछे हटने पर भी मजबूर होना पड़ा. सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस संजीव खन्ना और पूर्व चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी पर उनका बयान हाल में आया है. लेकिन इससे पहले भी वे अचंभित करने वाले खुलासे कर चुके हैं.

कैश-फॉर-क्वेरी

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने 2023 में तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ "कैश-फॉर-क्वेरी" (नकदी के बदले सवाल) का गंभीर आरोप लगाया. दुबे ने दावा किया कि महुआ मोइत्रा ने व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी से पैसे और उपहार (जैसे महंगे गिफ्ट, ट्रैवल और रिन्युअल खर्च) लेकर लोकसभा में उद्योगपति गौतम अडानी और उनकी कंपनियों पर फोकस सवाल पूछे. यह मामला तब शुरू हुआ जब दुबे ने सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई के एक पत्र का हवाला दिया, जिसमें मोइत्रा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे.

निशिकांत दुबे ने 15 अक्टूबर 2023 को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर मोइत्रा की संसद सदस्यता रद्द करने और जांच की मांग की.उन्होंने इसे "नैतिकता का गंभीर उल्लंघन" और "लोकतंत्र पर हमला" बताया. उन्होंने दावा किया कि मोइत्रा ने 50 से ज्यादा सवाल अडानी समूह के खिलाफ पूछे, जो हीरानंदानी के इशारे पर थे.

स्पीकर ने इस मामले को लोकसभा की आचार समिति (Ethics Committee) को भेजा, जिसने मोइत्रा को दोषी पाया. समिति ने उनकी संसद सदस्यता खत्म करने की सिफारिश की.

8 दिसंबर 2023 को, लोकसभा में मतदान के बाद महुआ मोइत्रा को संसद से निष्कासित कर दिया गया. यह एक बड़ा सियासी घटनाक्रम था, जिसने बीजेपी को विपक्ष पर हमला करने का मौका दिया. इस विवाद ने निशिकांत दुबे को बीजेपी के फायरब्रांड नेता के रूप में और मजबूत किया. उनके समर्थकों ने उन्हें "भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने वाला योद्धा" बताया.

हालांकि 2024 के लोकसभा चुनाव में महुआ मोइत्रा कृष्णानगर से फिर से सांसद चुनी गईं.

सोनिया गांधी और सोरोस से लिंक का आरोप

निशिकांत दुबे ने पिछले साल दिसंबर में आरोप लगाया कि राजीव गांधी फाउंडेशन और सोनिया गांधी का जॉर्ज सोरोस से लिंक है. दुबे ने कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन और सोनिया गांधी का जॉर्ज सोरोस और एफडीएल-एपी से संबंध है, जिन्होंने कश्मीर की आजादी की वकालत की थी. दुबे ने दावा किया कि सैम पित्रोदा द्वारा संचालित "सोरोस के फंड से चलने वाले" ग्लोबल नॉलेज इनिशिएटिव ने कुछ विवादास्पद संगठनों/व्यक्तियों से मिलने के लिए राहुल गांधी की अमेरिका यात्रा का खर्च वहन किया.

निशिकांत दुबे ने कहा कि "राजीव गांधी फाउंडेशन और सोनिया गांधी का एफडीएल-एपी (एशिया-प्रशांत में लोकतांत्रिक नेताओं का मंच) के साथ क्या संबंध है, जो कश्मीर को एक अलग देश मानता है? एफडीएल-एपी को सोरोस द्वारा वित्त पोषित किया जाता है। सोरोस और सोनिया गांधी के बीच क्या संबंध है? ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ग्लोबल नॉलेज इनिशिएटिव चलाते हैं, जिसे भी सोरोस द्वारा वित्त पोषित किया जाता है. कांग्रेस ने दुबे के इन आरोपों को आधारहीन और बेबुनियाद करार दिया.

चीन से फंडिंग का आरोप

अगस्त 2023 में संसद के मानसून सत्र के दौरान बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा में न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए दावा किया कि राहुल गांधी समेत कांग्रेस नेताओं और वेबसाइट न्यूजक्लिक को "भारत विरोधी" माहौल बनाने के लिए चीन से धन प्राप्त हुआ था. यह लेख 5 अगस्त 2023 को प्रकाशित हुआ था. दुबे ने तब कहा था, "राहुल गांधी की 'नफ़रत की दुकान' में चीनी 'सामान' है,".

दुबे ने कहा, "मैं एक गंभीर मुद्दा उठाना चाहता हूं," उन्होंने कहा कि न्यूयॉर्क टाइम्स के एक समाचार लेख में कहा गया है कि न्यूज़क्लिक को 38 करोड़ रुपये मिले हैं. उन्होंने कहा, "इस कहानी में 2021 में न्यूजक्लिक पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के छापों का भी उल्लेख किया गया है."

कांग्रेस ने इसे सदन का ध्यान भटकाने की कोशिश बताया. विपक्षी नेताओं ने इसे व्यक्तिगत हमला करार दिया, लेकिन निशिकांत दुबे अपनी बात पर कायम रहते हुए कांग्रेस को घेरने की कोशिश की.

अनुच्छेद 370 पर प्राइवेट मेंबर बिल

निशिकांत दुबे लोकसभा में अनुच्छेद-370 से जुड़ा एक प्राइवेट मेंबर बिल भी 2015 में ला चुके हैं. निशिकांत दुबे ने 2015 में एक प्राइवेट मेंबर बिल पेश किया, जिसमें अनुच्छेद 370 के बाद अनुच्छेद 370A जोड़ने की मांग की गई. इस बिल का उद्देश्य गिलगित-बाल्टिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के लिए लोकसभा में पांच सीटें और राज्यसभा में एक सीट आरक्षित करना था.

दुबे ने तर्क दिया कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा में PoK के लिए 25 सीटें खाली रखी जाती हैं, लेकिन लोकसभा में इसका कोई प्रावधान नहीं है. उन्होंने इसे भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का मुद्दा बताया.

यह बिल संसद में चर्चा के लिए आगे नहीं बढ़ा क्योंकि प्राइवेट मेंबर बिल्स का पारित होना दुर्लभ होता है. हालांकि, इसने बीजेपी की PoK को भारत का अभिन्न हिस्सा बताने वाली रणनीति को मजबूती दी. विपक्ष ने इसे सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की कोशिश करार दिया.

झारखंड सरकार पर इस्लामीकरण का आरोप

मार्च 2025 में निशिकांत दुबे ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी सरकार पर "इस्लामीकरण" का आरोप लगाया. उन्होंने 2007 के एक आदेश का हवाला देते हुए दावा किया कि राज्य के 648 स्कूल शुक्रवार को बंद रहते हैं, जो अल्पसंख्यक समुदाय को विशेष लाभ देने का सबूत है. निशिकांत दुबे ने सोरेन सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया और कहा कि झारखंड को "इस्लामिक राज्य" बनाने की कोशिश हो रही है.

बीजेपी सांसद मनीष जायसवाल ने भी दुबे का समर्थन करते हुए सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया.

विपक्षी नेताओं, खासकर JMM और कांग्रेस ने इसे सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की कोशिश बताया. हेमंत सोरेन ने तंज कसते हुए कहा कि "कैलिफोर्निया से ट्वीट करने वाले" लोगों को झारखंड का दर्द नहीं समझ आएगा.

निशिकांत दुबे की बयानबाजी ने उन्हें बीजेपी के भीतर एक निडर और ध्रुवीकरण करने वाले नेता के रूप में स्थापित किया,लेकिन पार्टी को कई बार असहज स्थिति का सामना करना पड़ा.

गुरुवार, 24 अप्रैल 2025

आतंकवाद का सफाया

टेरिज्म बनाम टूरिज्म 
आतंकवादियों के नापाक मंसूबो नें एक बार फिर कश्मीर की जन्नत को नर्क बना दिया। कश्मीर अपने पैरो पर खड़ा होकर मज़बूती से चलने लगा था। कश्मीर की आवाम बढ़ते पर्यटन से खुश थी। क्योंकि अब सभी को रोजगार मिल रहा था, सभी के बच्चें स्कूल जा रहें थे। लेकिन एक ही दिन में सब उल्टा - पुल्टा हो गया।
हालांकि कश्मीर में जगह -जगह सेना के जवान तैनात रहते हैं, लेकिन फिर भी इतने बड़े कश्मीर में चप्पे -चप्पे पर जवानों की तैनाती संभव नहीं है। इसी का फायदा उठाकर आतंकियों नें 28 लोगों को गोलियों से भून दिया। सिर्फ यही नहीं आतंकियों नें लोगों से नाम पूछा फिर उनमे से जो हिंदू थे उन्हें गोली मार दी। कश्मीर में हिन्दुओं को टारगेट कर पहले भी मारा जाता रहा है लेकिन इस बार पर्यटकों पर इस प्रकार का हमला शायद पहली बार हुआ है। इसका खामियाजा कश्मीर को उठाना पड़ेगा, क्योंकि कश्मीर में अब पर्यटन पर असर पड़ेगा। दूसरी तरफ पाकिस्तान स्मृथित आतंकियों की तो अब खैर नहीं। अब इसका बहुत बड़ा खामियाजा पाकिस्तान को भी उठाना पड़ेगा। पाकिस्तान स्तिथ लशकर ऐ ताईबा से जुड़े संगठन TRF नें इस घटना की जिम्मेदारी लिए है। ऐसे अनेकों आतंकी संगठन पीओके में पल - बढ़ रहें हैं। पीओके की जनता भी इनसे परेशान रहती है। कुछ मुट्ठी भर आतंकियों और कटटरपंथियो के कारण सम्पूर्ण मुस्लिम जगत आहत है।  पहलगांव में गोलिबारी के बीच ही एक घोड़े वाला जिसका नाम आदिल था उसने आतंकियों से पर्यटकों को गोली न मारने को कहा। लेकिन आतंकियों नें उसकी न सुनी और उसको भी गोली मार दी। उसकी भलमानस हमेशा याद की जायेगी। 
पाकिस्तान आज अपने ही जाल में उलझता जा रहा है। जिस आतंकवाद को उसने पाला अब वहीं आतंकवाद उसके गले की हड्डी बन गया है। लादेन, कसाब उसी के पाले आतंकी थे जिन्हें जहन्नुम पहुंचा दिया गया है। अब बाकियों का नंबर है। किसी को भी बख्शi नहीं जायेगा। पहलगांव के सभी दिवंगत आत्माओं को नमन करते हैं। 🙏

मंगलवार, 22 अप्रैल 2025

अमेरिका में राहुल

सैम पित्रोदा ही राहुल की अमेरिका में मीटिंग एरेंज करवाता हैं. और उसमेँ कांग्रेस के चमचों को बुलाता है. फिर शुरू होती हैं भारत विरोधी डिबेट. 
इस पर ज्यादा हल्ला मचने पर कांग्रेस नें सैम को निष्कासित भी कर दिया था बाद में फिर अध्यक्ष बना दिया. लेकिन अक्ल तो राहुल की भी मोदीजी विरोध की है. जिसे बदला नहीं जा सकता इसी कारण ये बार बार हार रहें हैँ. अच्छा होता राहुल गाँधी मोदीजी के यदि कोई गलत कार्य हों उनका विरोध करें लेकिन अच्छे कार्यों को अच्छा भी कहें. उनकी इसी मानसिकता के कारण आज राहुल गाँधी को कोई भी सीरियसली नहीं लेता. सब यही सोचते हैं की इन्हें तो हर हाल में हल्ला ही मचाना है. अब तो विदेशों में भी राहुल गाँधी के कारण कांग्रेस की भी दुर्गति ही हो रही है.

सोमवार, 21 अप्रैल 2025

ममता सरकार में बेहयाई

ममता सरकार में उत्पीड़न 
बंगाल, ममता सरकार में इतनी बेहयाई की जिसका वर्णन करते हुए भी में सिहर उठता है. महिला होकर महिला के दुखो को न समझ पाना बल्कि उपद्रवियों के बचाव में लगे रहना एक मुख्यमंत्री के लिए बहुत शर्मनाक है.
वोटों की राजनीती एवं तुष्टिकरण की भावना नें बंगाल को हिलाकर रख दिया है. हिन्दुओं को निशाना बना कर उनके घरों में घुसकर अत्याचार, महिलाओं से बलात्कार और फिर आगजनी यह सब बहुत पीड़ाजनक है. अब तो बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगा ही देना चाहिए. इन सब मामलों की जाँच कर दोषियों को कड़ी से कड़ी सज़ा मिलनी चाहिए. 
सबसे शर्मनाक यह भी है की कांग्रेस समेत विपक्ष का कोई भी नेता इस दर्दनाक कांड पर मुँह नहीं खोल रहा है क्योंकि ममता INDIA गठबंधन की सहयोगी हैं. ऐसी तुच्छ राजनीती करते इन सबको शर्म आनी चाहिए.

रविवार, 20 अप्रैल 2025

हिंदी नें मिलाया बिछड़ो को

कहते हैं राजनीती में कुछ सम्भव है. महाराष्ट्र की राजनीती में 20साल से बिछड़े भाई फिर एक साथ आने को तैयार हो रहें हैं.
उद्देव ठाकरे और राज ठाकरे एक बार फिर से साथ आने को राजी हो रहें हैँ. इसका श्रेय हिंदी को जाता है. दरअसल इस समय दोनों ही महाराष्ट्र की राजनीती में धूमिल हो रहें है. दोनों को आगे बढ़ने और चर्चा में रहने के लिए कोई मुद्दा चाहिए. फिलहाल यह मुद्दा हिंदी है. ये दोनों ही महाराष्ट्र के स्कूलों में हिंदी पढ़ाये जाने का विरोध कर रहें हैँ. अब शायद दोनों एक साथ मिलकर विरोध करेंगे.
मामला यह बताया जाता है की महाराष्ट्र के स्कूलों में पाँचवी कक्षा तक हिंदी अनिवार्य कर दी गई है. महाराष्ट्र में बच्चें अब मराठी नहीं पढना चाहते है. क्योंकि महाराष्ट्र में आम बोलचाल में हिंदी बढ़ती जा रही है. इसी बजह से अब स्कूलों में भी हिंदी पढ़ाई जायेगी.
एक सत्य यह भी है की यदि भारत की राजनीती में चमकना है तो हिंदी बोलनी आनी बहुत जरूरी है. उद्देव ठाकरे भी अक्सर हिंदी में बोलते दिखाई दे जाते हैं.
हिंदी ऐसी सरल भाषा है जिसे बोलना, समझना बहुत सरल है. कश्मीर से कन्या कुमारी तक हिंदी का भले ही कहीं - कहीं विरोध होता हो लेकिन वहाँ भी हिंदी बोली - समझी जाती है. अब इसी हिंदी के बहाने दोनों बिछड़े हुए भाइयों का मिलन संभव हो पा रहा है। जय हिंदी मैया।

शुक्रवार, 18 अप्रैल 2025

कांग्रेस / अम्बेडकर

मोदीजी नें कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा की कांग्रेस को मुसलमानो से इतनी ही हमदर्दी रही है तो आज तक किसी मुस्लिम को कांग्रेस का अध्यक्ष क्यों नहीं बनाया.
कांग्रेस नें संविधान में सबसे अधिक बार संसोधन किया अपने फायदे के लिए. कांग्रेस के 60साल के शासन में क्यों देश के मुसलमान और दलित पिछड़े रहें.
कांग्रेस नें हमेशा बाबा साहब अम्बेडकर का अपमान किया. चुनाव में उन्हें जानबूझ कर हरवाया. कांग्रेस नें कई बार बाबा साहब अम्बेडकर को नीचा दिखाने की कोशिश की. और उनको सिस्टम से बाहर रखने की कोशिश की.

गुरुवार, 17 अप्रैल 2025

पाकिस्तान का बड़बोलापन

पाकिस्तान के आर्मी जनरल असीम मुनीर जिनसे अपना नापाक देश नहीं सम्भल रहा. ब्लीचिंस्तान, पीओके की आवाम आज़ादी मांग रही हैं. ब्लूचिस्तान मे पाक सैनिको को मारा जा रहा हैं, उनकी चौकियां जलाई जा रही हैँ. यह सब तो मुनीर से सम्भल नहीं रहा हैं बात करते हैं कश्मीर की. भिखारी पाकिस्तान, गरीब पाकिस्तान,  आतंकी पाकिस्तान के सभी सेनानायक जहर ही उगलते रहते हैं. ऐसे ही पाकिस्तान के नेता - मंत्री गण पाव -पाव के बम लेकर बेहूदी बातें कर  अपना दिवालियापन ही ज़ाहिर करते हैं.

 मुनीर का सदन में जोर जोर से बोलना ऐसा लग रहा था जैसे वे डर कर बोल रहें हो उन्हें भारत से डर लग रहा हो. पाकिस्तान के सेनानायक पता नहीं किस जीत के बिल्ले लगाते हैं जबकि भारत से ये सभी जंग हारे हैं.टी पी, टीटी पी इन्हें कभी भी आकर मारकर, धमकी देकर चले जाते हैं.
दरअसल ये सब जहरीले लोग हैँ. इनके बसका बकवास करने के आलावा कुछ नहीं है. पाकिस्तान में सेना के लोग और सत्ता में बैठे नेता लोग ये सभी बहुत अमीर हैँ. 
जबकि पाकिस्तान की जनता भूखे मर रही है. इन्हें जनता की तकलीफ से कोई वास्ता नहीं है. देश की तरक्की से कोई वास्ता नहीं है. बस ज़ब तक सत्ता में हो देश को लूटो फिर जेल जाओ. नया आएगा तब फिर यही सिलसिला चलेगा. पाकिस्तान की जनता ज़ब से पाकिस्तान बना है यही देख रही है.
पाकिस्तान का मिडिया जरूर पाकिस्तान की औकात बताता रहता है  जो सुनने लायक होती है.

सोमवार, 14 अप्रैल 2025

वकफ का विरोध

कोलकाता, मुर्शिदाबाद के हालत गंभीर. 500 से अधिक हिन्दुओं का पलायन. इंटरनेट सेवाएं बंद. 1600 जवान तैनात.
बीजेपी का कहना है की वक्फ की आड़ में दंगे कराएं जा रहें हैं. ओवैसी जैसे नेताओं की आमदनी बंद हो गई है.
योगीजी कहते हैं की यदि वक्फ का विरोध करने वाले नेता पहले खुद बताये की उन्होंने आज तक वक्फ की जमीन से आज तक मुसलमानो के लिए क्या किया है. और इनके पास वक्फ की कितनी जमीन है.

रविवार, 13 अप्रैल 2025

पानी की एक्सपायरी

*पानी की एक्सपायरी डेट क्या है...⁉️*

*जहां नल का पानी हर दिन आता है, वहाँ पानी हर दिन बासी हो जाता है और हर दिन बहा (फेंक) दिया जाता है।*
*एक्सपायरी तिथि 1 दिन*

🚰🚰🚰🚰🚰🚰🚰

*जहाँ 2 दिन में नल  आता है, वहाँ 2 दिन में पानी बासी हो जाता है,और बहा दिया जाता है।*

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*जहां आठ दिन बाद पानी आता है, वहाँ आठ दिन बाद पानी बासी हो जाता है।*

🚰🚰🚰🚰🚰🚰🚰

*शादी समारोह में अगली बिसलरी का सामना होते ही हाथ में रखी पानी की आधी बोतल को फेंक दिया जाता है*‼️

       *वहीं दूसरी ओर...*

*_रेगिस्तान में यात्रा करते समय  पानी तब तक  ताजा रहता है, जब तक पानी दिखाई न दे_..….‼️*

🚰🚰🚰🚰🚰🚰🚰

*अगले मानसून तक बांध और तालाब में पानी ताजा बरकरार रहेगा, वहीं यदि सूखे की स्थिति बनती है, तो यह दो से तीन साल तक ताजा पानी बना रहता है...*

🚰🚰🚰🚰🚰🚰🚰

*जहां 50 फीट के बोरवेल से पानी निकाला जाता है, वह जमीन के नीचे सालों साल पुराना है ,यानी सैकड़ों साल पुराना पानी पीने के लिए सुरक्षित है‼️ एक्सपायरी डेट सैकड़ों साल तक भी नहीं आती है।*

🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻

*जहाँ 400 से 500 फीट  बोरवेल से पानी निकाला जाता है, वह भी सालों साल तक जमीन के अंदर जमा रहता है।*
 *फिर भी उपयोगी रहता है...*👍🏻

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*_कुल मिलाकर पानी की एक्सपायरी हमारी अपनी सोच के आधार पर बिना किसी मापदण्ड के केवल उपलब्धता के अनुसार तय की जाती है.....‼️_*

🙏🏻 *अतः पानी का  उपयोग विवेकशीलता एवं संयम से करें🙏🏻अन्यथा हमारे ही विचार हमको प्यासा मार डालेंगे...*🙏🏻


*🙏🏻कृपया  पढ़कर डिलीट न करें....🙏🏻*

 *🙏🏻आपसे विनम्र अनुरोध है कि इस सन्देश को अपने संपर्क के सभी रिश्तेदारों, दोस्तों को अवश्य भेजें 🙏🏻यह एक अत्यावश्यक व जागरूकता का संदेश है🙏🏻*


*जल ही जीवन है....*
*जल है तो कल है....*
इस पर गंभीरता से विचार कीजिए एवं उचित एवं आवश्यक निर्णय लीजिए।
सकारात्मक सोच हेतु धन्यवाद।
👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻

👏✍🏼🚰🙏🏻🚰🙏🏻💐🚩💐👏

शुक्रवार, 11 अप्रैल 2025

असली संविधान

*बाबा साहब भीम राव अंबेडकर जी के संविधान*
 *(1)वक्फ बोर्ड नहीं था*
*(2) मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड नहीं था* 
*(3) अल्पसंख्यक बोर्ड नहीं था*
*(4) मदरसों को सरकारी पैसा नहीं था*
*(5) मौलवी को सरकारी तनख्वाह नहीं था*
*(6)सभी पुरषों को समान अधिकार था*
*(7) सभी महिलाओं को समान अधिकार था*

*कॉंग्रेस पार्टी का संविधान*
*(1) वक्फ बोर्ड है*
*(2)मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड है* 
*(3) अल्पसंख्यक बोर्ड हैं*
*(4) मदरसों को सरकारी पैसा है*
*(5)मौलवियों को सरकारी तनख्वाह है*
*(6) सभी महिलाओं को समान अधिकार नहीं है मुस्लिम महिलाओं को गुजारा भत्ता तक नहीं है*
*(7) सभी पुरषों को समान अधिकार नहीं है हिन्दू 2 शादी करेगा तो जेल मुस्लिम 4 शादी कर सकता है*

*कॉंग्रेस पार्टी का सेकुलरवाद धर्म निरपेक्ष*
*(1) मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड हो सकता है हिन्दू पर्सनल बोर्ड नहीं*
*(2) मुस्लिम वक्फ बोर्ड हो सकता है हिन्दू वक्फ बोर्ड नहीं*
*(3) मुस्लिम 4 शादी कर सकता है हिन्दू नहीं*
*(4)मदरसों में धार्मिक शिक्षा देने के लिए भारत सरकार पैसा देगी हिन्दू अपनी धार्मिक शिक्षा नहीं दे सकता है*
*(5) मस्जिद का पैसा मस्जिद कमेटी लेगी हिन्दू मंदिरों का पैसा सरकार लेगी*
*(6)मुस्लिम भारत में दूसरे स्थान पर है फिर भी अल्पसंख्यक है हिन्दू 8 राज्य में मणिपुर, नागालैंड, मिजोरम  लक्षद्वीप, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय पंजाब, और जम्मू कश्मीर अल्पसंख्यक है फिर उन्हें बहुसंख्यक बताया गया*
*(7) भारत में हिंदू धर्म में जातीय जनगणना होगी बाकी किसी धर्म में नहीं*
*(8) गीता पर हाथ रखकर कसम खिलाई जा सकती हैं लेकिन गीता पढ़ाई नहीं जा सकती है*
*समाज मे ऐसे दोहरे चरित्र से क्या असर पड़ेगा लोग एक दूसरे से नफरत करने लगते है नफरत का बीज बोया गया और आज नफरत शुरू हो गई तो बोलते है हिन्दू मुस्लिम हो रहा है हिन्दू मुस्लिम के बीच नफरत की दीवार कॉंग्रेस पार्टी ने ही खड़ी कर दी आज लोग बाबा साहब भीम राव अंबेडकर जी के संविधान के अनुसार अपना अधिकार मांग रहा है बस सबको समान अधिकार चाहिए जब हिन्दू अपने ही देश मे अपना अधिकार मांग रहा है तो कॉंग्रेस बोलती हिन्दू मुस्लिम हो रहा है 2014 के पहले सिर्फ मुस्लिम मुस्लिम होता था*

रविवार, 6 अप्रैल 2025

समझ कर समझो

*एक दुःखद सत्यकथा -* वक्फ बोर्ड बिल के विषय लेकर एक विशेष लेख....  *

आज भी *"दोनों तरफ से काफिर"* ही लड़ रहा है, अन्तर है तो बस........

*अकबर* के दरबार में एक कट्टर सुन्नी मुस्लिम *अब्द अल कादीर बदायूंनी* था।

उसने हल्दीघाटी के युद्ध का आंखों देखा वर्णन जिसमें वह स्वयं सम्मिलित था, अपनी पुस्तक *मुंतखाब-उल-वारीख* में किया है।

मूल पुस्तक अरबी में है, जिसका 18वीं सदी में अंग्रेजी में अनुवाद किया गया।

हल्दी घाटी के युद्ध में दोनों तरफ की सेनाओं में *90% हिन्दू राजपूत* ही लड़ रहे थे। 

अकबर" की तरफ से *सेनापति मानसिंह* और *राजा लूणकरण* थे तो... दूसरी तरफ स्वयं *महाराणा प्रताप* और *हिन्दू राजपूत राजा* थे।

दोनों तरफ से... हिन्दू *राजपूतों ने केसरिया साफे* पहन रखे थे, इससे अकबर का एक सेनापति *अबुल फजल इब्न मुबारक* असमंजस में पड़ गया कि कौन हमारी तरफ से लड़ रहा है और कौन शत्रु की तरफ से है...??

फिर अबुल फजल ने अब्द अल कादिर से पूछा कि दोनों तरफ से हिन्दू *राजपूत केसरिया साफा* पहने हैं .. तो मैं कैसे पहचान करूं...? कौन अपनी तरफ से लड़ रहा है और कौन शत्रु की तरफ से है...?

तब *अब्द अल कादिर* ने कहा----- *अबुल फजल* तुम बस तीर और तलवार चलाते रहो, भाला फेंकते रहो। मरने वाले कोई भी हों *काफिर* ही होंगे।

चाहे हमारी तरफ के मरे या शत्रु की तरफ के मरे .. कहीं भी तीर चलाओ, किसी को भी मारो... जीत *इस्लाम* की ही होगी,... अगर हम युद्ध में... विजय हो सके तो ठीक.. नहीं जीते तो... कम से कम खुदा को यह तो कह देंगे कि हमने *काफिरों* को मारा...??

काश  इतिहास को पढ़ते और इतिहास से सीख लेते..... संसद की स्थिति... आज भी वैसी ही है.!!

आज भी वही हो रहा है,आधी रात तक चली संसद में वक्फ बिल के समर्थन में 288 सदस्य और विरोध में 232 सदस्य थे, जिसमें से सिर्फ 24 सदस्य मुस्लिम हैं, बाकी  208  काफिर सदस्य भी चाहते हैं कि धर्मांतरण और कब्जे का खेल चलता रहे... ✍🏻🤔

*बात कड़वी है - पर सच्ची है*

बुधवार, 2 अप्रैल 2025

शाकाहार का प्रचार करें

अनंत अम्बानी ने 250 मुर्गीयां खरीद कर उनकी जान बचाई. इस बात की मिडिया में बहुत चर्चा हो रही है.
अनंत अम्बानी का पशुओं के प्रति प्रेम जग ज़ाहिर है. अच्छी बात है की उन्होंने 250मुर्गीयों की जान बचाई. 
लेकिन उन्हें शायद यह नहीं पता देश में रोज लाखों नहीं बल्कि करोड़ो मुर्गीयां जिन्हें चिकन कहा जाता है खाई जाती हैँ. पोल्ट्री फार्म में रोज लाखों चूजों को जो काम के नहीं होते उन्हें मार दिया जाता है. यही नहीं उन्हें जिन्दा ही मशीन में डालकर उनकी चटनी बना दी जाती है जो नॉनवेज फ़ास्ट फ़ूड बनाने वाले खरीद कर ले जाते हैं और उसे अपने उत्पादनों में इस्तेमाल करते हैं.

अनंत अम्बानी को जीव दया की इतनी ज्यादा भावना हैं तो उन्हें शाकाहार का प्रचार करना चाहिए. मांसाहार बंद नहीं हो सकता लेकिन कम हो सकता है. उन्हें आज की युवा पीढ़ी को शाकाहार के लिए प्रेरित करना चाहिए. KFC, मकडोनाल्ड आदि में शाकाहारी युवा को न खाने को प्रेरित करना चाहिए. क्योंकि वहाँ की वेज वस्तु भी खाने योग्य नहीं होती शाकाहारियों के लिए.

मंगलवार, 1 अप्रैल 2025

कांग्रेस का झूठ

#राहुल_गांधी द्वारा महात्मा #गांधी के प्रपौत्र को लिखा गया एक पत्र...?? जिसमें #राहुल गांधी द्वारा कहा गया कि.. RSS ने ही गांधी जी की हत्या की थी, ताकि वे भाजपा के विरुद्ध कांग्रेस का साथ देने आ जायें। इसके जवाब में गांधीजी के प्रपौत्र श्रीकृष्ण कुलकर्णी ने जवाब मे राहुल गांधी को ये खुला पत्र लिखा, जिसे उन्होंने पब्लिक डोमेन में भी प्रसारित किया था।’

प्रिय राहुल गांधी जी,

यह पत्र मैं, श्रीकृष्ण कुलकर्णी, लिख रहा हूं, जो महात्मा गांधी के प्रपौत्र होने का सौभाग्य रखता हूं। हाल ही में आपने जो बयान दिया कि "#RSS ने गांधी जी की हत्या की थी", उस पर मुझे गहरा खेद है। यह बयान न केवल ऐतिहासिक तथ्यों से परे है, बल्कि इसे बार-बार दोहराने से देश में भ्रम और गलतफहमियां फैलती हैं।

मोहनदास करमचंद गांधी की हत्या श्री नाथूराम गोडसे ने की थी, और यह तथ्य कई जांच आयोगों और ऐतिहासिक दस्तावेजों में स्पष्ट किया गया है। इन आयोगों में किसी ने भी #राष्ट्रीय_स्वयंसेवक_संघ (RSS) को गांधी जी की हत्या के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया।

मेरे दादा, स्वर्गीय रामदास गांधी, जिन्होंने अपने पिता महात्मा गांधी के जीवन और सिद्धांतों को करीब से समझा, उन्होंने भी श्री नाथूराम गोडसे को मृत्युदंड से बचाने के लिए तत्कालीन गृह मंत्री सरदार पटेल को पत्र लिखा था। यह उनके भीतर की मानवता और माफ करने की शक्ति का प्रतीक था।

1969 में जब मेरे दादा रामदास गांधी का निधन हो रहा था, उस समय नाथूराम गोडसे के छोटे भाई, गोपाल गोडसे, उनसे मिलने आए थे। मेरा परिवार इस पूरे अध्याय को पीछे छोड़ चुका है, और हमने गांधी जी की शिक्षाओं के अनुरूप आगे बढ़ने का निर्णय लिया है।

आपसे मेरा निवेदन है कि गांधी जी के नाम और उनके जीवन को बार-बार अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस्तेमाल करना बंद करें। इतिहास को समझें, और देश के हित में आगे बढ़ें। बार-बार RSS पर आरोप लगाना ठीक वैसा ही है जैसे कहना कि "सिखों ने आपकी दादी की हत्या की थी।" लेकिन यह असत्य है, क्योंकि इसमें पूरे सिख समुदाय की भागीदारी नहीं थी।

आप गांधी परिवार से नहीं हैं। आपका परिवार और आप वर्षों से गांधी नाम का उपयोग करके देश को गुमराह करते आए हैं। गांधी उपनाम का उपयोग करना एक चालाकी भरा प्रयास है, जिसने दशकों तक भारतीय जनमानस को भ्रमित किया।

आपके दादा फिरोज खान थे, जो जूनागढ़ के नवाब खान के पुत्र थे। आपकी दादी इंदिरा गांधी ने फिरोज खान से विवाह करने के लिए इस्लाम धर्म अपनाया था। इस प्रकार, आपका डीएनए एक मिश्रण है—मुस्लिम और कैथोलिक का। न तो आप गांधी हैं, न ही हिंदू।

आपसे मेरी अपेक्षा है कि आप अब अपने वास्तविक इतिहास और पहचान को स्वीकार करें। मेरे परिवार के नाम का इस्तेमाल बंद करें और देश की जनता से माफी मांगें।

यह पत्र केवल सत्य और न्याय के लिए लिखा गया है, ताकि मेरे परिवार के नाम का दुरुपयोग और गलत व्याख्या न हो।

जय हिंद। वंदे मातरम।
आपका,
श्रीकृष्ण कुलकर्णी

Tripat Singhji द्वारा

सिंथेटिक दूध