मंगलवार, 6 अगस्त 2024
जागो रे जागो
जलती रही जोहर में नारियां
भेड़िये फ़िर भी मौन थे।
हमें पढाया गया अकबर'' महान,
तो फिर महाराणा प्रताप कौन थे।
🤨😟🤨😟
सड़ती रही लाशें सड़को पर
गांधी फिर भी मौन थे,
हमें पढ़ाया गांधी के चरखे से आजादी आयी,
तो फांसी चढ़ने वाले 25-25 साल के वो जवान कौन थे
🤨😟🤨😟
वो रस्सी आज भी संग्रहालय में है
जिस्से गांधीजी बकरी बांधा करते थे
किन्तु वो रस्सी कहां है
जिस पे भगत सिंह , सुखदेव और राजगुरु हसते हुए झूले थे
🤨😟🤨😟
*"हालात.ए.मुल्क देख के रोया न गया...*
*कोशिश तो की पर मूंह ढक के सोया न गया".*
*जाने कितने झूले थे फाँसी पर,कितनो ने गोली खाई थी....*
*क्यो झूठ बोलते हो साहब, कि चरखे से आजादी आई थी....!!!!*
🤨😟🤨😟
मंगल पांडे को फाँसी....❓
तात्या टोपे को फाँसी....❓
रानी लक्ष्मीबाई को अंग्रेज सेना ने घेर कर मारा.....❓
भगत सिंह को फाँसी....?❓
सुखदेव को फाँसी.....?❓
राजगुरु को फाँसी.....❓
चंद्रशेखर आजाद का एनकाउंटर अंग्रेज पुलिस द्वारा.....❓
सुभाषचन्द्र बोस को गायब करा दिया गया......❓
भगवती चरण वोहरा बम विस्फोट में मृत्यु.....❓
रामप्रसाद बिस्मिल को फाँसी....❓
अशफाकउल्लाह खान को फाँसी....❓
रोशन सिंह को फाँसी....❓
लाला लाजपत राय की लाठीचार्ज में .....मृत्यु❓
वीर सावरकर को कालापानी की सजा....❓
चाफेकर बंधू (३ भाई) को फाँसी....❓
खुदीराम बोस और मास्टर सूर्यसेन को फाँसी.....❓
ये तो कुछ ही नाम है जिन्होंने स्वतन्त्रता संग्राम और इस देश की आजादी में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया......❓
कई वीर ऐसे है हम और आप जिनका नाम तक नहीं जानते ......❓
एक बात समझ में आज तक नही आई कि भगवान ने गांधी और नेहरु को ऐसे कौन से कवच-कुण्डंल दिये थे.......❓
जिसकी वजह से अग्रेंजो ने इन दोनो को फाँसी तो दूर, कभी जेल तक नही कड़ाई नही की गई...❓
उपर से यह दोनों भारत के बापू और चाचा बन गए और इनकी पीढ़ियाँ आज भी पूरे देश के उपर अपना पेंटेंट समझती है.....❓
*गहराई से सोचिए❓❓* जिसने भी मुझे यह संदेश भेजा है,उसको धन्यवाद।।
*आप आगे भेजें या ना भेजे ये आप की मर्ज़ी !*
👉🏻 *पर ऐक सच्चा भारतीय जरूर आगे भेजेगा ।*
*एक सच्चा 🇮🇳भारतीय*
🚩 *वंदय वंदये मातरंम्* 🚩👍👍
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
ध्वजारोहण
*UPSC इंटरव्यू में पूछा जाने वाला ऐसा सवाल जिसका उत्तर बहुत कम अभ्यर्थी दे पाते हैं-* स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस में झंडा फहराने में क...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें