रविवार, 20 मार्च 2022
कश्मीर फाइल्स का विरोध क्यो ?
बढ़िया बात है ना। भाजपा के समर्थन से केंद्र में सरकार थी और कश्मीरी हिन्दुओं का पलायन हो रहा था, नरसंहार हो रहा था। आज वो फाइलें खुल रही हैं। तकलीफ कैसी? खुलने दो ना। भाजपा एक्सपोज होगी। तुम विरोधियों को क्यों डर है? तुम क्यों परेशान हो?
भाजपा के सबसे बड़े नेता ग्लोबल लीडर स्वयं नरेंद्र मोदी कश्मीर की फाइलें खोलने वालों के साथ खड़े हैं। और कितनी इमानदारी चाहिए? जो अपने ही खिलाफ अपनी फाइलें खुलवा रहा। हां, अच्छा होगा तुम भी साथ हो जाओ।
जमके फाइलें खुलेगीं। जितनी भी दबी हुई हैं सब में भाजपा और संघ दोषी है। गोधरा खुलेगा। मोदी, संघ और अमित शाह दोषी है।
कैराना खुलेगा।
चौरासी खुलेगा।
साधुओं का नरसंहार 1966 खुलेगा।
नोआखाली खुलेगा।
लाहौर खुलेगा।
महाराष्ट्र के चितपावन की भी फाइलें खुलेगी।
तब मोपला भी खुलेगा।
सब कुछ खुलेगा। कुछ नहीं बचेगा। अगर हर जगह आरएसएस ने किया है। तो फिर दिक्कत ही क्या है? हो जाने दो एक्सपोज़
राम मंदिर तो बन ही रहा है। मथुरा का पूरातत्व भी खुलेगा।
और योगी जी दुबारा आ गए हैं,
तो अब ताजमहल का ताला भी खुलेगा।
संघियों को भ्रम है कि तेजोमहालय का राज बाहर आएगा। अगर यह संघियों को भ्रम है तो पर्दा फाश हो जाने दो मुँह की खाने दो
झूठे साबित संघी होंगे न
तुम विरोधियों को क्यों पीड़ा है?
तब भी न हुआ तो औरंगजेब, अकबर,
बाबर भी खुलेगा।
तब मोहम्मद गौरी और गजनबी की भी फाइलें खुलेगी।
अगर यह सब संघियों का किया धराया है। एक्सपोज होना चाहिए। दर्द तुम्हे क्यों है?
फिर भी ना हुआ तो एक एक कर हर मुगलियों की डीएनए भी खुलेगी। आखिर चेक किया जाएगा ना,
कि BJP और RSS ने कहाँ कहाँ गलत किया है
फाइल खोलने में जब BJP RSS साथ है तो गलती होंगी उनकी तो वो स्वयं दफ़न हो जायेंगे
फिर दूसरों को तकलीफ क्यों हो रही है फाइलों के खुलने से
फिर फाइलों के खुलने पर प्रोपोगंडा और नैरेटिवस क्यों गढ़ रहे हैं विपक्षी लोग???
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