शुक्रवार, 10 दिसंबर 2021

पोस्टमार्टम, सावधानी से या चतुराई से

पोस्टमार्टम, सावधानी से या चतुराई से पोस्टमार्टम एक ऐसी प्रकिया है जो लगती है साधारण लेकिन होती है बहुत संवेदनशील। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट पर बहुत सी बातें निर्भर होती हैं। जहां एक ओर लावारिस शवो के पोस्टमार्टम में ज्यादा ध्यान न रखा जाता होगा वहीं दूसरी ऒर कुछ तकनीकी शवो के पोस्टमार्टम में बहुत सावधानी रखी जाती होगी। शव को ओपन करने वाले कर्मचारी की समझ और बहादुरी को तो नमन ही करना चाहिए क्योंकि यह कोई आसान कार्य नही है। कई बार शव बहुत क्षत विक्षत या गली सड़ी अवस्था में आ जाता है ऐसे में कर्मचारी से लेकर डॉक्टर आदि सभी का कार्य बहुत कठिन होता होगा। पोस्टमार्टम को हम तीन भागों में बाँट सकते हैं। जैसे लापरवाही से, सावधानी से, चतुराई से किया गया। लापरवाही से पोस्टमार्टम किये जाने के समाचार हम पढ़ते ही रहते हैं।अभी हाल ही में दो बच्चे अलग अलग सड़क दुर्घटना में मरे, उनका पोस्टमार्टम किया गया और बाद में उनके अभिभावकों को बॉडी देते समय बदली गई। सावधानी से पोस्टमार्टम किया ही जाना चाहिए। अब पोस्टमार्टम चतुराई से किये जाने की बात करें तो उसमें रिपोर्ट निष्पक्ष न होकर चतुराई से बनाई जाती होगी। ऐसे समाचार भी पढ़ने को मिल ही जाते हैं। कुछ भी हो यह सब जानते हैं की पोस्टमार्टम एक जटिल प्रकिर्या है।इसे बहुत सावधानी से मृतक के हित की रक्षा करते हुए किया जाना चाहिए।। सुनील जैन राना

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