पीओके यानि पाकिस्तान के कब्जे वाला गुलाम कश्मीर। हाल ही में पीओके में पाकिस्तान द्वारा चुनाव कराए गए जिसमे सरासर धांधली की गई।पीओके समेत पाकिस्तान की विपक्षी पार्टियों ने इमरान सरकार पर सत्ता के दुरूपयोग का इल्जाम लगाते हुए कहा है कि इमरान सरकार ने सत्ता और सेना के बल पर चुनावो में बेईमानी से बहुमत प्राप्त किया है।पीओके की जनता इस बहुमत के खिलाफ सड़को पर उतर आई है।आपको बता दें कि गुलाम कश्मीर में कथित विधानसभा में 53 सदस्य हैं जिनमे से 45 सीट पर प्रत्यक्ष तरीके से चुनाव होता है।इसमें से 25 सीटों पर इमरान खान की पार्टी के सदस्यों के जीतने का दावा किया गया है।जिसका पीओके में भारी विरोध है।यही नही इसपर पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने इमरान सरकार को नोटिस भी दिया है।
भारत ने भी इमरान सरकार को दो टूक शब्दों में इन चुनावों को फर्जी बताते हुए जल्दी ही पीओके खाली करने को कहा है।साथ ही कड़े शब्दों में गुलाम कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बताते हुए तत्काल प्रभाव से भारत को सौपने को कहा है।इन कथित चुनावो में पीओके की जनता ने भारत के साथ जाने के पक्ष में नारेबाजी करते हुए पाकिस्तान मुर्दाबाद और हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे भी लग्सए थे।
इन सब बातों को देखते हुए भारतीय कश्मीर की अवाम को पता चल गया होगा कि वे भारत के साथ कितने सुरक्षित हैं।पाकिस्तान में महंगाई, बेरोजगारी,लूटमार चरम पर है।आटे, दाल,सब्जियों के भाव आसमान पर हैं।इससे भी ज्यादा बुरा हाल पीओके का है जहां पाकिस्तानी सेना उनपर बहुत अत्याचार भी करती है।भारतीय कश्मीर के अलगाववादी नेताओं को भी यह अच्छी तरह समझ लेना चाहिए कि अब उनकी मनमानी खत्म हो गई है।भारतीय कश्मीर में अब आम जनता को सरकारी सुविधाएं मिल रही है।स्कूल,कॉलेज नियमित खुल रहे हैं।जनता बहुत खुश हैं।
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