मंगलवार, 11 फ़रवरी 2020

गुड न्यूज़ इंडिया -सम्मान निःस्वार्थ को
February 11, 2020 • सुनील जैन राना • जनहित
दूरदर्शन पर प्रत्येक रविवार को रात्रि ९ बजे गुड न्यूज़ इंडिया कार्यक्रम आता है। बहुत सुंदर उपयोगी ऐसा कार्यक्रम जिसमें देश भर के अच्छे नागरिकों द्वारा देशहित -जनहित में किये गए अच्छे कार्यक्रमों को दिखाया जाता है। रविवार ९ जनवरी २०२० को कार्यक्रम में अनेक ग्रामीण विभूतियों को जिन्हे इस बार पदम् श्री सम्मान मिला है ,उनके बारे में बताया गया और दिखाया गया। ये सभी लोग ग्रामीण क्षेत्र के सामान्य वर्ग से विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट कार्य करने वाले लोग थे। जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में ,पर्यावरण एवं जल बचाने के क्षेत्र में ,पशु -पक्षियों की निःस्वार्थ सेवा के क्षेत्र में निःस्वार्थ भाव से बिना सरकारी सहयोग के विशिष्ट कार्यो को अंजाम दिया है। ऐसे सभी गुणीजनों को हमारा प्रणाम।
बहुत ही सुंदर बात है की ऐसे गुणीजनों के कार्यो को दिखाने -बताने से अन्य सभी में भी जागरूकता तो आती ही है। हर समय टीवी के अनेक चैनलों पर धरने -प्रदर्शन -लूटपाट -हत्या -भ्र्ष्टाचार आदि के समाचार देखकर दर्शक परेशान तो हो ही जाता है। ऐसे में दूरदर्शन द्वारा ऐसे कार्यक्रम प्रसारित करने से हम सभी में भी अच्छे कार्य करने का भाव तो आता ही है।
इस सब में भी अहम बात यह भी है की देश में शायद पहली बार योग्यता को सम्मान मिल रहा है। मोदी सरकार में बिना किसी सिफ़ारिश -दबाब के योग्य व्यक्तियों को सम्मान दिया गया। अन्यथा तो पहले के सम्मानों में ऐसा लगता था की नामचीन लोगो को या सिफारिश वालो को पुरुस्कार मिल जाते रहे होंगे। ऐसे ही कुछ लोगो में से अवार्ड वापसी गैंग जो किसी सरकारी नीति के विरोध में अपना अवार्ड -सम्मान वापस करने लग जाते हैं, क्योकि उन्हें सिर्फ नाम चाहिए होता है सम्मान नहीं ?
ऐसे लोगो को सम्मान मिलना जो निर्धन होते हुए भी निःस्वार्थ समाज की सेवा में लगे रहते हैं सिर्फ उनका सम्मान नहीं अपितु मानवजाति का सम्मान होता है। इस विषय में एक सुझाव है की भारत रत्न जैसे सम्मान सिर्फ निःस्वार्थ भाव से कार्य करने वाले को ही मिलना चाहिए। खेल के क्षेत्र में खेलरत्न, उद्योग के क्षेत्र में उद्योग रत्न ,पर्यावरण के क्षेत्र में पर्यावरण रत्न ,जल के क्षेत्र में जल रत्न आदि दिए जाने चाहिए। भारत रत्न तो ऐसे किसी को भी नहीं मिलना चाहिए जिसने अपने कार्य से धन उपार्जन किया हो। एक क्रिकेटर जिसे भारत रत्न मिला ,जिसने किरकेट से करोड़ो कमाएं वो आज भी धन उपार्जन को पानी-तेल -टायर आदि बेच रहा है विज्ञापनों में। ऐसे में भारत रत्न की क्या अहमियत रह जाती है? माननीय अटल बिहारी बाजपेयी जी को भारत रत्न मिलना सिर्फ उनका सम्मान नहीं बल्कि भारतरत्न उपाधि का ही सम्मान है। *सुनील जैन राना *

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