शुक्रवार, 7 अगस्त 2020
राम राम जी - जय श्री राम
राम राम जी--जय श्री राम
August 6, 2020 • सुनील जैन राना • जनहित
राम मात्र एक शब्द नहीं अपितु भारत समेत अनेक देशों के लोगो की आस्था का नाम है राम।राम जन्मभूमि पर सिर्फ एक मंदिर बनाना उद्देश्य नहीं है बल्कि देश भर में श्री राम जी के आदर्शों की स्थापना करना मुख्य उद्देश्य है।संघर्ष और समर्पण की राम कहानी के बाद अब राम जी टाट से ठाट के मंदिर में विराजमान होंगे।
आपदाओं से ग्रस्त साल 2020 की 5 अगस्त 2020 तारीख इतिहास में स्वर्ण अक्षरों से लिखी जायेगी।बहुत विडम्बना की बात है की रामजी के देश मे राम मंदिर के लिये इतना संघर्ष दुर्भाग्यपूर्ण ही रहा।सेकुलरिज़्म का चश्मा लगाए कुछ विरोधी लोगो ने शीर्ष अदालतों के फैसलों को दरकिनार कर जनता को बरगलाने,भड़काने का कार्य की किया है अब भी कर रहे हैं। राजनीति में कुछ चन्द कथित नेता वोटो की राजनीति चमकाने को अनर्गल आलाप कर रहे हैं।भारत में हिन्दू -मुस्लिम आपस में सुई धागे की तरह हैं जो एक दूसरे के पूरक हैं। किसी के बरगलाने से बहकने वाले नहीं हैं।
इतिहास गवाह है की मुगल आक्रांताओ ने देश मे लगभग 30 हज़ार से अधिक मन्दिर तहस नहस किये।दिल्ली में कुतुब मीनार परिसर में आज भी इस आशय का शिलालेख मौजूद है जिस पर लिखा है कि कुतुब परिसर 27 हिन्दू जैन मंदिरों को तोड़कर उसके मलबे से निर्मित किया गया है।ऐसा अनेको जगह किया गया है।फिर भी देश मे भाई चारा कायम है।अकबर के काल मे दो आने का सिक्का जारी किया गया जिसके एक तरफ राम दरबार दूसरी तरफ कमल बना हुआ है।उस सिक्के की सार्थकता अब पूरी हो रही है।कमल के शासनकाल में राम जी का मंदिर बन रहा है।विश्व के कई देशों में आज भी राम मंदिर हैं एवम रामलीला का मंचन भी होता है।
अयोध्या नगरी में प्रधानमंत्री मोदीजी के द्वारा श्री राम जन्मभूमि मन्दिर का भूमि पूजन बहुत श्रद्धा ,भक्ति एवम उल्हास के साथ सम्पन्न हुआ।अब वहां शीघ्र ही भव्य, दिव्य मन्दिर जी का निर्माण प्रारम्भ हो जायेगा।इस मंदिर आंदोलन से जुड़े सभी शहीदों को नमन एवम सभी कार्यकर्ताओं को साधुवाद। * सुनील जैन राना *
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