नेताओ की खेती उगले सोना -किसान की खेती मूलयहीन
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भारत देश में भ्र्ष्टाचार के नए नए तरीके इज़ाद हो चुके हैं। काले धन को सफेद करने के भी नए नए तरीके इज़ाद हो गए हैं। एक तरीका नेताओ ने इज़ाद किया है। यह तरीका है खेतीबाड़ी से बिना कुछ करे धरे सोना उगलवाने का। जी हाँ सच बात है यह की नेताओ की बंजर भूमि भी सोना उगलती है और बेचारे किसानों की उपजाऊ भूमि दिन रात मेहनत के बाद भी उपज का सही मूल्य नहीं दे पाती है।
इस मद में बहुत बड़ी लिस्ट है किस किस के नाम बतायें। सबसे आखिर का नाम बहुत चर्चित नाम पूर्व गृह -वित्त मंत्री चिदंबरम जी का है। जिनकी बालकॉनी में रहे गमलों में ही उन्होंने करोड़ो रूपये की गोभी उगा डाली। जिसका खुलासा उनके खातों की जांच कर रहे आयकर अधिकारी।
आम आदमी को यह बात एक मज़ाक या सच्ची भी लग रही होगी तब भी वह इस बात को साधारण रूप में लेकर ज्यादा सोच नहीं रहा होगा। जबकि ऐसा होना देश के किसानों पर कुठाराघात करने जैसी बात है। आज भी देश के अधिकांश किसानों को अपनी उपज का सही मूल्य नहीं मिल पाता और दूसरी तरफ नेता लोग अपने काले धन को सफेद करने के लिए ऐसे कार्य करते हैं।
सरकार को देश के छोटे किसानो को ध्यान में रखकर उनके हित की योजनाएं बनानी चाहिए। छोटे किसान को बैंक से कर्ज भी आसानी से नहीं मिल पाता है जबकि बड़ा किसान सरकारी योजनाओ का भरपूर फायदा ही नहीं उठाता बल्कि उसका दुरूपयोग भी करता है। बड़े किसानो की आय टैक्स के दायरे में आनी चाहिए। तभी काले धन का खेती के जरिये सफेद करना रुक पायेगा।
* सुनील जैन राना - सहारनपुर
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