गुरुवार, 29 अगस्त 2019



टीवी न्यूज़ चैनल देखना हुआ भारी 
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वैसे तो हमेशा से ही टीवी न्यूज़ चैनलों पर हंगामा सा मचा रहता है ,लेकिन आज कल कुछ ज्यादा ही हंगामा मचा हुआ है। कश्मीर से धारा 370 क्या हटाई गई सभी टीवीचैनलों को गला साफ़ करने का 
मंत्र मिल गया हो जैसे। 

डिबेट में कई दलों के प्रवक्ता ,विषेशज्ञ ,कुछ बुद्धिजीवी बुला लेते हैं। ऊपर से यह की एक पाकिस्तानी को बुला लेते हैं। फिर जो डिबेट शुरू होती है उसे हम हंगामा भी कह सकते हैं। पता नहीं क्यों ये चैनल 
वाले पाकिस्तानियों को बुलाते हैं। वे आते हैं और बकवास कर चले जाते हैं। इन्हे बुलाना नहीं चाहिए। 

पाकिस्तान बौखलाया हुआ पुरे विश्व में जलील होकर अब युध्द की धमकी देने लगा है। सभी जानते हैं 
पाकिस्तान के अंदरूनी हालात। घर में नहीं खाने को -नापाक़ चला भुनाने को। पाकिस्तान में वहां की 
आवाम ही इमरान सरकार की नीतियों से परेशान होकर गालियां दे रही है। आधी जनता को भरपेट रोटी भी नसीब नहीं हो रही है। जनता महंगाई से त्रस्त है। ऐसे में इमरान खान भारत को युध्द की धमकी दे रहे हैं। पाकिस्तान में जब से इमरान खान की सरकार आयी है तभी से वहां के हाल बेहाल हैं। आते ही 
उन्होंने सरकारी गाड़ियां बेच डाली ,भैंसे बेच डाली ,चीन को गधे बेच रहा ,अब चीन को कुत्ते और मुर्गी 
बेचने की खबरें आ रही हैं। ऐसे में इमरान  का भारत से पंगा लेना ऐसा ही है जैसे *आ बैल मुझे मार *

जरा सी युध्द की बात होते ही हमारा टीवी मिडिया दोनों देशों के पास होने वाले हथियारों का तुलनात्मक 
जखीरा बताना ऐसे शुरू करता है जैसे दोनों देशों के अजयबघरों में हथियार रखे हो। यह बहुत ही गलत 
प्रकिर्या है। सरकार को इस पाबंदी लगानी चाहिए। विश्व के सभी देशों को अपनी सामर्थ बताना ठीक नहीं है। चलो माना की पाकिस्तान से ज्यादा हथियार भारत के पास हैं लेकिन पाकिस्तान के पीछे चीन खड़ा है तो चीन के हथियारों का कैसे मुकाबला कर सकता है भारत ?यह सोचना चाहिए। 

टीवी पर डिबेट आदि में पक्ष -विपक्ष को बुलाना ,पांच पार्टी के वक्ताओं को बुलाना ,ऊपर से किसी बाहरी नापाक़ को बुलाना ठीक नहीं है। चुनावों के समय सभी दलों को अपनी बात कहने को बुलाये तब भी ठीक है लेकिन देश के ऐसे मुददे पर सिर्फ सामरिक विशेषज्ञों आदि को ही बुलाना चाहिए। 

*सुनील जैन राना* (सम्पादक )पॉलिटिकल पेट्रोल  https://www.facebook.com/politicalpetrol?ref=hl


शुक्रवार, 23 अगस्त 2019



नेताओ की खेती उगले सोना -किसान की खेती मूलयहीन 
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भारत देश में भ्र्ष्टाचार के नए नए तरीके इज़ाद हो चुके हैं।  काले धन को सफेद करने के भी नए नए तरीके इज़ाद हो गए हैं। एक तरीका नेताओ ने इज़ाद किया है। यह तरीका है खेतीबाड़ी से बिना कुछ करे धरे सोना उगलवाने का। जी हाँ सच बात है यह की नेताओ की बंजर भूमि भी सोना उगलती है और बेचारे किसानों की उपजाऊ भूमि दिन रात मेहनत के बाद भी उपज का सही मूल्य नहीं दे पाती है।

इस मद में बहुत बड़ी लिस्ट है किस किस के नाम बतायें। सबसे आखिर का नाम बहुत चर्चित नाम पूर्व गृह -वित्त मंत्री चिदंबरम जी का है। जिनकी बालकॉनी में रहे गमलों में ही उन्होंने करोड़ो रूपये की गोभी उगा डाली। जिसका खुलासा उनके खातों की जांच कर रहे आयकर अधिकारी।

 आम आदमी को यह बात एक मज़ाक या सच्ची भी लग रही होगी तब भी वह इस बात को साधारण रूप में लेकर ज्यादा सोच नहीं रहा होगा। जबकि ऐसा होना देश के किसानों पर कुठाराघात करने जैसी बात है। आज भी देश के अधिकांश किसानों को अपनी उपज का सही मूल्य नहीं मिल पाता और दूसरी तरफ नेता लोग अपने काले धन को सफेद करने के लिए ऐसे कार्य करते हैं।

सरकार को देश के छोटे किसानो को ध्यान में रखकर उनके हित की योजनाएं बनानी चाहिए। छोटे किसान को बैंक से कर्ज भी आसानी से नहीं मिल पाता है जबकि बड़ा किसान सरकारी योजनाओ का भरपूर फायदा ही नहीं उठाता बल्कि उसका दुरूपयोग भी करता है। बड़े किसानो की आय टैक्स के दायरे में आनी चाहिए। तभी काले धन का खेती के जरिये सफेद करना रुक पायेगा।

* सुनील जैन राना - सहारनपुर   

मंगलवार, 20 अगस्त 2019


https://www.facebook.com/jeevrakshakendra

श्री दया सिंधु जीव रक्षा केंद्र ,चिलकाना रोड ,सहारनपुर
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जीव दया के क्षेत्र में प्रसिद्ध संस्था में असहाय -आवारा घायल -बीमार पशु -पक्षी का निःशुल्क उपचार होता है।

ऐसे पशु -पक्षी को संस्था में भर्ती कर उनके रहने -खाने -पीने और उपचार किया जाता है। ठीक होने पर उन्हें

छोड़ दिया जाता है। संस्था में दस रूपये की रजिस्ट्रेशन पर्ची से पालतू पशु -पक्षी का उपचार भी किया जाता है।

संस्था में सैंकड़ो कबूतर जो बीमार लकवे से ग्रस्त भर्ती हुए थे अब ठीक होकर मौज से खा पी रहे हैं।

संस्था को किसी प्रकार का सरकारी सहयोग नहीं मिलता। संस्था श्री दिगंबर जैन बाल बोधनी सभा (रज़ि )के

सहयोग से चलाई जा रही है। आप भी अनाज -दान अदि देकर संस्था का सहयोग कर सकते हैं।

निवेदक - सुनील जैन राना  (संयोजक )  सहारनपुर -247001 (उत्तर प्रदेश ) भारत 

रविवार, 11 अगस्त 2019



क्यों बौखला रहा पाकिस्तान ?
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अपने कारनामों से दुनिया भर में चर्चित पाकिस्तान कश्मीर में धारा 370 हटाये जाने से पता नहीं क्यों बौखला रहा है। वैसे तो जब से पाकिस्तान के पीएम इमरान खान बने है तभी से पाकिस्तान के हालात खराब हैं। पाकिस्तानी नेता अपने मुल्क की आवाम की तरक्की के लिए तो कुछ करते नहीं बस अपनी आवाम का ध्यान भटकाने को
कश्मीर का राग अलापते रहते हैं।

अब जब भारत के पीएम मोदीजी ने कश्मीर से धारा 370 हटा दी है तो कश्मीरियों को इतनी चिंता नहीं हुई जितनी पाकिस्तानी नेताओं को हो रही है। क्योकि अब इनकी कश्मीरी नेतागिरी बंद हो जाएगी ?पाकिस्तान की
हालत इतनी खराब हो गई है की अब तो पाकिस्तानी नागरिक खुले आम इमरान खान और उनकी सरकार को
गालियां देता नज़र आ रहा है। कर्जे में डूबे पाकिस्तान में महंगाई इस कदर हो गई है की आम जनता परेशान
हो गई है। लेकिन इतना होने पर भी पाकिस्तान के नेता लोग अपनी जनता की समस्या सुलझाने की बजाय कश्मीर की चिंता में लगे हैं। पता नहीं इन्हे कब सतबुद्धि आयेगी ?

सोमवार, 5 अगस्त 2019



कश्मीर पर कुछ बड़ा हो ही गया
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कल ही लिखा था की कश्मीर में कुछ बड़ा होने वाला है।

आज ही कुछ बड़ा हो ही गया। बड़ा भी ऐसा बड़ा की

ऐसी हिम्मत सिर्फ मोदीजी और अमित शाह में ही थी।

कल जो जो लिखा - सोचा था लगभग वही सबकुछ हो गया।

कश्मीर से धाराएं भी हटा दी गई ,विभाजन भी कर दिया गया।

अब बस परिसीमन होना रह गया, जो आगे हो जायेगा।

सोचने की बात यह है की आज़ादी के बाद अब तक

कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा और इन धाराओं से

किसे फायदा हुआ ?कश्मीरी आज भी क्यों परेशान हैं ?

इसका उत्तर साफ़ है की इसका फायदा सिर्फ कुछ परिवारों ,

कुछ नेताओं को ही हुआ जिन्होंने कश्मीर को अपनी जागीर

समझ लिया था। कश्मीर के आवाम के विकास का धन खुद

डकार डाला। इन नेताओं ने खुद तो ऐश करी ,अपने बच्चों को

विदेशो में पढ़ाया और कश्मीरी आवाम और उनके बच्चो को

सेना से लड़वाया। उनके हाथ में पत्थर देकर सेना के आगे भेज

दिया। अब इन्ही नेताओ को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है।

मोदीजी जो कहते हैं करते हैं। मोदीजी ने कश्मीरी आवाम की

तरक्की के लिए भी कोई कसर न छोड़ने की बात कही है।अब

सबका साथ -सबका विकास की नीति के साथ कश्मीरी आवाम

देश के साथ मिलजुलकर विकास की रह पर चलेगा।

सुनील जैन राना - http://suniljainrana.blogspot.com/

रविवार, 4 अगस्त 2019



कश्मीर पर कुछ बड़ा होने वाला है क्या ?
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*कश्मीर में कुछ बड़ा होने वाला है लेकिन क्या होने वाला है ?

*लगता है की कश्मीर से धारा 370 और 35 A खत्म हो सकती हैं ?

*लगता है जम्मू -कश्मीर -लद्दाख का विभाजन किया जायेगा ?

*लगता है जम्मू कश्मीर राज्य का परिसीमन किया जायेगा ?

*लगता है की जो अब तक नहीं हुआ वह अब किया जायेगा ?

देश के आम आदमी को कुछ भी लग रहा हो लेकिन कश्मीरी

अलगाववादी नेताओ को बहुत डर लग रहा है पता नहीं क्यों ?

शायद इसलिए की कश्मीर में कुछ बड़ा होने वाला है ?


पुरानी यादें

एक जमाना था... खुद ही स्कूल जाना पड़ता था क्योंकि साइकिल बस आदि से भेजने की रीत नहीं थी, स्कूल भेजने के बाद कुछ अच्छा बुरा होगा ऐसा हमारे म...