शुक्रवार, 31 अक्टूबर 2025

एकता दिवस

लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के निधन के एक घंटे बाद ही तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने एक घोषणा की और आदेश जारी किया।

आदेश में दो मुख्य बातें यह थी कि सरदार पटेल को दी गई सरकारी कार तत्काल प्रभाव से वापस ले लिया जाए।
दूसरी बात यह थी कि गृहमंत्रालय के सचिव/अधिकारी वगैरह जो भी सरदार पटेल के अंतिम संस्कार में बंबई जाना चाहते हैं वो अपने व्यक्तिगत खर्चें पर जाएं।

लेकिन उस समय के तत्कालीन गृह सचिव वी पी मेनन ने एक अचानक बैठक बुलाई और सभी अधिकारियों को अपने खर्चे पर बबंई भेज दिया और नेहरू के आदेश का जिक्र ही नहीं किया।

नेहरू ने कैबिनेट की तरफ़ से तत्कालीन राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद को सलाह भिजवाया कि सरदार पटेल के अंतिम संस्कार में शामिल ना हों लेकिन राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद ने कैबिनेट की सलाह नहीं माना और सरदार पटेल के अंतिम संस्कार में शामिल होने का निर्णय लिया।
जब यह बात नेहरू को पता चली तो वंहा सी  राजगोपालाचारी को भेज दिया और सरकारी स्मारक पत्र पढ़ने के लिए राष्ट्रपति के बजाय सी राजगोपालाचारी को दे दिया।

कुछ दिनों बाद कांग्रेस में ही मांग उठी कि इतने बड़े नेता के सम्मान में कुछ करना चाहिए स्मारक वगैरह बनना चाहिए पहले तो नेहरू ने मना कर दिया फिर तैयार हुए।

फिर नेहरू ने कहा सरदार पटेल किसानों के नेता थे हम उनके नाम पर गांवों में कुंए खोदेंगे यह योजना कब आई कब बंद हुई कोई कुंआ खुदा भी या नहीं किसी को नहीं पता।

नेहरू के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में सरदार पटेल को रखने वाले कांग्रेस के दिग्गज नेता पुरूषोत्तम दास टंडन को पार्टी से निकाल दिया।

सरदार पटेल को अगर असली सम्मान किसी ने दिया है तो वो है भाजपा।
दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनाकर प्रधानमंत्री मोदी ने सरदार पटेल को असली सम्मान दिया जिसके वो हकदार थे।

कांग्रेस का सरदार पटेल से नफ़रत का आलम यह है कि आज भी कांग्रेस नेता स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से दूरी बनाए रखते हैं।🔥🙏

शनिवार, 25 अक्टूबर 2025

गुणकारी गुड़

गुड के औषधीय गुण
गुड़ गन्ने से तैयार एक शुद्ध, अपरिष्कृत पूरी चीनी है। यह खनिज और विटामिन है जो मूल रूप से गन्ने के रस में ही मौजूद हैं। यह प्राकृतिक होता है। पर लिए ज़रूरी है की देशी गुड लिया जाए , जिसके रंग साफ़ करने में सोडा या अन्य केमिकल ना हो। यह थोड़े गहरे रंग का होगा।इसे चीनी का शुद्धतम रूप माना जाता है। गुड़ का उपयोग मूलतः दक्षिण एशिया मे किया जाता है। भारत के ग्रामीण इलाकों मे गुड़ का उपयोग चीनी के स्थान पर किया जाता है। गुड़ लोहतत्व का एक प्रमुख स्रोत है और रक्ताल्पता (एनीमिया) के शिकार व्यक्ति को चीनी के स्थान पर इसके सेवन की सलाह दी जाती है। आयुर्वेदिक चिकित्सा के अनुसार गुड़ का उपभोग गले और फेफड़ों के संक्रमण के उपचार में लाभदायक होता है।
- देशी गुड़ प्राकृतिक रुप से तैयार किया जाता है तथा कोई रसायन इसके प्रसंस्करण के लिए उपयोग नहीं किया जाता है, जिससे इसे अपने मूल गुण को नहीं खोना पड़ता है, इसलिए यह लवण जैसे महत्वपूर्ण खनिज से युक्त होता है।
- गुड़ सुक्रोज और ग्लूकोज जो शरीर के स्वस्थ संचालन के लिए आवश्यक खनिज और विटामिन का एक अच्छा स्रोत है।
- गुड़ मैग्नीशियम का भी एक अच्छा स्रोत है जिससे मांसपेशियों, नसों और रक्त वाहिकाओं को थकान से राहत मिलती है।
- गुड़ सोडियम की कम मात्रा के साथ-साथ पोटेशियम का भी एक अच्छा स्रोत है, इससे रक्तचाप को नियंत्रित बनाए रखने में मदद मिलती है।
- भोजन के बाद थोडा सा गुड खा ले ; सारा भोजन अच्छे से और जल्दी पच जाएगा।
- गुड़ रक्तहीनता से पीड़ित लोगों के लिए बहुत अच्छा है, क्योंकि यह लोहे का एक अच्छा स्रोत है यह शरीर में हीमोग्लोबिन स्तर को बढाने में मदद करता है।
- यह सेलेनियम के साथ एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है।
- गुड़ में मध्यम मात्रा में कैल्शियम, फास्फोरस और जस्ता होता है जो बेहतर स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है।
- यह रक्त की शुद्धि में भी मदद करता है, पित्त की आमवाती वेदनाओं और विकारों को रोकने के साथ साथ गुड़ पीलिया के इलाज में भी मदद करता है।
- गुड़ शरीर को विषाक्त पदार्थों से छुटकारा पाने में मदद करता है। सर्दियों में, यह शरीर के तापमान को विनियमित करने में मदद करता है।
- यह खांसी, दमा, अपच, माइग्रेन, थकान व इसी तरह की अन्य स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं से निपटने में मदद करता है। - यह संकट के दौरान तुरन्त ऊर्जा देता है।
- लड़कियों के मासिक धर्म को नियमित करने यह मददगार होता है।
- गुड़ गले और फेफड़ों के संक्रमण के इलाज में फायदेमंद होता है।
- यह व्यक्ति के तंत्रिका तंत्र को मजबूत करने में सहायक होता है।
- गुड़ शरीर में जल के अवधारण को कम करके शरीर के वजन को नियंत्रित करता है।
- उपरोक्त गुणों के अतिरिक्त गुड़ उच्च स्तरीय वायु प्रदूषण में रहने वाले लोगों को इससे लड़ने में मदद करता है, संक्षेप में कहें, तो गुड़ एक खाद्य पदार्थ कम, औषधि ज्यादा है।

गुरुवार, 16 अक्टूबर 2025

संघ पर आरोप

केरल में होमोसेक्सुयेलिटी से पीड़ित व्यक्ति द्वारा आत्महत्या और उसके सूसाइड नोट में संघ का नाम विचारणीय प्रश्न है। किसी एक व्यक्ति की कमी संगठन की कमी नहीं हो सकती। सूसाइड नोट में वह आदमी बार बार इस कुकृत्य का शिकार होने की बात कह रहा है लेकिन किसी का नाम क्यों नहीं लिख रहा? ये केरल वही है जिसमें सैकड़ों संघ स्वयंसेवकों की हत्या हुई है और इन्हीं ब्रह्मचारी कम्युनिस्ट और कांग्रेसियों ने की है वहाँ एक स्वयंसेवक की हत्या और सूसाइड नोट में आरोप एक सोची समझी साज़िश मालूम देती है। यदि ऐसा न होता तो सूसाइड नोट में किसी का नाम नहीं होता? 

संघ में आजन्म अविवाहित जीवन व्रती स्वयंसेवक होने की परंपरा जन्म से है। कम्युनिस्टों के संघ विरोधी आरोपों में से ये भी एक है। आज से तकरीबन पचास साल पहले मेरे एक रिश्ते में बड़े भाई जो उच्च शिक्षित आईएएस अधिकारी थे कार्डहोल्डर कम्युनिस्ट थे और बहुत प्रभावी थे। संघ और कम्युनिज्म को लेकर चर्चा में जब वे पिछड़ने लगे तो उन्होंने संघ में समलैंगिकता का आरोप लगाया। मैंने उनसे कहा कि ये व्यक्ति विशेष का दुर्गुण हो सकता है संस्था का नहीं। उन्होंने पलट कर कही नहीं ये संघ में आम है। मैंने फिर भी उनसे इस आरोप को वापस लेने का आग्रह किया लेकिन वे और तल्ख हो गये। उनके एक श्रद्धेय समलैंगिकता में रुचि रखते थे और कांग्रेसी थे मैंने उनसे पूंछा कि क्या वे संघ स्वयंसेवक हैं? वे बहुत गुस्से में आ गए और बोले छोटे होकर ये बदतमीजी दे रहे हो। मैंने कहा भाई जब आप समलैंगिकता को पूरे संघ का दुर्गुण बता रहे हैं इसका मतलब मेरे पिता जो संघ स्वयंसेवक हैं आप उनको भी समलैंगिक बता रहे हैं। बस बात वहीं खत्म हो गयी। उसके बाद आज ये आरोप सुनने को मिला है जो एक साधारण स्वयंसेवक की हत्या कर लगाया गया है। 

ये टुकड़े टुकड़े गैंग कुछ भी कर सकता है। संघ के बढ़ते प्रभाव और ईसाइयों से मिल रहा समर्थन टुकड़े टुकड़े गैंग की साजिश है। ये टूलकिट है।

बुधवार, 15 अक्टूबर 2025

पान की महत्ता

दूल्हे को पान क्यो खिलाते हैं?

पान के पत्ते में कत्था चुना सुपारी आदि लपेटकर  जो व्यंजन तैयार होता है उसे बीड़ा कहते हैं।पुराने समय मे  जब राजा महाराजा हुआ करते थे तब एक प्रथा प्रचलित थी,जब भी राज्य को किसी कार्य विशेष को करना होता था तो राजसभा में एक प्लेट में बीड़ा रख दिया जाता था और सभा मे ये एलान कर दिया जाता था कि वो कौन सा वीर है जो इस कार्य को सम्पन्न करेगा।जो भी वीर इस कार्य की जिम्मेदारी लेने चाहता हो वो इस बीड़े को उठा ले। पान के इस बीड़े को उठाने का मतलब था कि अबसे इस कार्य की सम्पूर्ण जिम्मेदारी उस व्यक्ति की रहेगी।तभी से बीड़ा उठाना एक कहावत के रूप में प्रचलित हुई है।
अब आते हैं दूल्हे को पान क्यो खिलाया जाता है इस पर।
उसका सम्बन्ध भी इसी कहावत से जुड़ा है।पान की बीड़ा दूल्हे को देने का अर्थ है कि अब से दुल्हन के शेष जीवन के निर्वहन की तथा दुल्हन के साथ मिलकर पारिवारिक, सामाजिक जिम्मेदारी अब से आपकी है आपको इस जिम्मेदारी का बीड़ा दिया जाता है।और दूल्हा उस बीड़े को स्वीकार कर अपनी स्वीकृति प्रदान करता है।
लेकिन अफसोस अधिकतर लोग इस प्रथा से अनभिज्ञ है और बस इसे एक प्रथा समझकर ढो रहे हैं।
      अनोखा जी

गुरुवार, 9 अक्टूबर 2025

मोदीजी हैं तो मुमकिन है

*लो करलो अपना खून गरम।*

*जम कर मोदी को गाली दो।*

*दुनियाँ के 25 सबमसे ताकतवर देशों की हुई लिस्ट जारी, भारत आया नम्बर 3 पर, हम से आगे अमेरिका, रूस हैं l*

*यह है मोदी युग*

*🔺दूसरी उपलब्धि*

*1.4- 1.5 लाख करोड़ के पार पहुँचा GST का मासिक टैक्स कलेक्शन, ये है एक चाय वाले का अर्थशास्त्र*

*🔺तीसरी उपलब्धि*

*नए सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने में, अमेरिका और जापान को पीछे छोड़ , भारत पहुँचा दूसरे स्थान पर*

*🔺 चौथी उपलब्धि*

*2017-18 में दो गुना हुआ, सौर ऊर्जा का उत्पादन, चीन और अमेरिका भी दंग हैं*

*🔺 पाँचवी उपलब्धि*

*भारत की आसमान छू रही, GDP को देखकर ,,, भारत की GDP 8.2% , चीन की 6.7% और अमेरिका की 4.2%, अब भी कहेंगे, भारतीय की मोदी विदेश क्यों जाते हैं*

*🔺 छठी उपलब्धि*

*जल,थल और आकाश, तीनों क्षेत्रों से सुपरसोनिक मिसाइल दागने वाला, दुनियाँ का पहला देश बना भारत,ये है मोदी युग, अगर आपको गर्व हुआ हो, तो जय हिन्द लिखना न भूलें*

*🔺 सातवीं उपलब्धि*

*70 सालों में पाकिस्तान को कभी गरीब नहीं देखा,लेकिन मोदी जी के आते ही पाकिस्तान कंगाल हो गया, दरअसल पाकिस्तान की कमाई का जरिया, भारतीय नकली नोटों का व्यापार था, जिसे मोदी जी ने खत्म कर दिया*

*🔺 आठवीं उपलब्धि*

*को भी पढ़ें, एक बात समझ में नहीं आयी,, 2014 में कांग्रेसी रक्षामंत्री ऐ. के. एंटोनी ने कहा था , देश कंगाल है , हम राफेल तो क्या , छोटा जेट भी नहीं ले सकते, पर मोदीजी ने ईरान का कर्ज भी चुका दिया, राफेल डील भी करली, S-400 भी ले रहे हैं ! आखिर कांग्रेस के समय देश का पैसा कहाँ जाता था*

*🔺नवीं उपलब्धि*

*सेना को मिला बुलेटप्रूफ स्कार्पियो का सुरक्षा कवच,,जम्मू कश्मीर में मिली सेना को 2500 बुलेटप्रूफ स्कार्पियो*

*🔺दसवीं उपलब्धि*

*अब आपको बताता हूँ , भारत का इन 4 सालों में विकास क्या हुआ,,अर्थ व्यवस्था में Japan को पीछे ढकेल नम्बर 4 बना*

*🔺ग्यारहवीं उपलब्धि*

*ऑटो मार्केट में जर्मनी को पीछे छोड़ नम्बर 4 बना*

*🔺बारहवीं उपलब्धि*

*बिजली उत्पादन में रूस को पीछे छोड़ नम्बर 3 बना*

*🔺 तेरहवीं उपलब्धि*

*टेक्सटाइल उत्पादन में इटली को पीछे छोड़ नम्बर 2 बना*

*🔺 चोदहवीं उपलब्धि*

*मोबाइल उत्पादन में वियतनाम को पीछे छोड़ नम्बर 2 बना*

*🔺पंद्रहवी उपलब्धि*

*स्टील उत्पादन में जापान को पीछे छोड़ नम्बर 2 बना*

*🔺 सोलहवीं उपलब्धि*

*चीनी उत्पादन में ब्राजील को पीछे छोड़ नम्बर 1 बना*

*🔺 सतरहवीं उपलब्धिओ ,,,*

*हमेशा सोए रहने वाले हिंदूओं में *राष्ट्रवाद*

*जगा दिया , पूरी दुनियां के सवा सौ करोड़ हिंदुओं का एक भी राष्ट्र नहीं है ! मैं इस काम को सबसे महत्वपूर्ण मानता हूँ ।*

*आतंकियों का सफाया '8' महीनों में 230 आतंकियों को 72 हूरों के पास जहन्नुम में पहुंचाया*

*कृपया करके :-- 2 minute का समय निकाल कर इसे देश हित में जरूर शेयर करें विशेष रूप से मोदी जी से अविश्वास करने वाले लोगों को।🙏*

*🚩वन्दे मातरम्*🇮🇳

🩷❤️🧡💛💚🩵💙💜

मंगलवार, 7 अक्टूबर 2025

जूता क्यों फेका?

जूता फेंका गया  उसके लिए लोग बहुत उद्वेलित हैं , लेकिन एक बारीक बात की तरफ ध्यान दिलाना चाहूंगा कि जूता फेंका जाना इसलिए अधिक तकलीफ दे रहा है क्योंकि #सनातन के नाम पर , #सनातन के अपमान पर फेंका गया है। सत्तर साल के एक पढ़े लिखे , कानून के जानकार ने अचानक तैश में आकर यह जूता नहीं फेंका है।मुझे पूरा विश्वाश है कि उन्होंने इस पर अवश्य विचार किया होगा , किंतु पीड़ा , छोभ इतनी गहरी  कि उससे बाहर निकल पाने का यही एक तरीका उन्हे उचित प्रतीत हुआ होगा।
तरीका अनुचित है , इसमें कोई संदेह नहीं , किंतु एक धर्म का , उसके आराध्यों का आप लगातार अपमान करते रहेंगे , अन्य धर्मों पर सबको सांप सूंघ जाएगा , उसके अवैध निर्माण तोड़ने पर आपका संवेदनशील ह्रदय कांप उठेगा और कोई हिंदू अपनी समस्या लेकर आपके पास जाएगा तो उसका समाधान करना तो दूर आप उसके आराध्य पर कटाक्ष करोगे।

भीख मत दो लेकिन कटोरा भी तो मत तोड़ो , धर्म के नाम पर  देश के टुकड़े कर एक संप्रदाय को सौंपने के पश्चात भी हिंदू शांति से अपने त्यौहार नहीं मना सकता। कोई राज्य सरकार उनके विरोध में कार्यवाही करेगी तो ऊपर से आदेश आ जाएगा , रुकिए आप गलत कर रहे हैं।

यह जूता भले एक व्यक्ति ने फेंका है  , गलत किए है , लेकिन उसकी गलती से करोड़ों लोग सहमत हैं। 

बहुसंख्यकों को हताशा  की अतल खाई में फेंकना बंद करिए , उसके एक अंश ने भी धैर्य छोड़ दिया तो देश के लिए समाज के लिए परिणाम बहुत भयावह होंगे। 

पर सच्चाई यह है कि हिंदुओं पर चौतरफा हमला हो रहा है , मुस्लमान हो , ईसाई हो , बौद्ध हो , सिख हो सबकी आंख में हिंदू खटक रहा है। जिस दिन हिंदू की आंख में जलन होने लगी , उसके कान भी किसी की आस्था के स्वर सुनकर फटने लगे तो समय कितना कठिन हो जाएगा आज हम और आप इसका अनुमान नहीं लगा पा रहे हैं।
#कुमार_अश्विनी

सिंथेटिक दूध