सोमवार, 21 नवंबर 2022
किसानों के कर्तव्य
किसान अधिकार चाहते- कर्तव्य निभाते नहीं
देश मे किसानों के लिये बहुत कुछ किया जा रहा है। मोदीजी सरकार में किसानों की आय बढ़ाने को अनेको कार्य हो रहे हैं। किसानों को उत्पाद का उचित मूल्य मिले, कृषि उपकरणों पर सब्सिडी, समय-समय पर बैंक लोन में माफ़ी आदि अनेको तरीको से किसानों को मदद की जा रही है। दुर्भाग्यपूर्ण है की फिर भी कुछ किसान नेता अपनी नेतागिरी चमकाने को गैरजरूरी आंदोलन करते रहते हैं। विडम्बना यह है की इन किसानों को अपने अधिकारों का तो पता होता है लेकिन इनके कुछ कर्तव्य भी हैं यह भूल जाते हैं।
ट्रैक्टर- ट्रॉली के पीछे लाल लाईट नही लगवाते जिससे सड़क पर रात्रि में पीछे आने वाले वाहनों को परेशानी होती है। ट्रॉली में बेहताशा गन्ना आदि भर कर चलते हैँ जिससे सड़क घिर जाती है। पीछे आने वाले वाहनों को रास्ता नहीं मिल पाता है। कई किसान समय पर बैंक लोन नहीं चुकाते। नेताओं के कहने पर बेबात आंदोलन पर उतारू हो जाते हैं। राकेश टिकैत जैसे किसान नेता किसानों को भड़काते हैं और कहते हैं की किसान आंदोलन करेगा तभी बचेगा। ऐसी निराधार बातें किसानों के हित में नहीं होती हैं। कुछ किसान मालदार हो गया है तो कुछ किसान गरीब है। जो गरीब है उसकी सहायता को सरकार मदद कर रही है। खेती के नए तरीके, नई-नई फसलों के बारे में जानकारी व सुविधाएं दी जा रही हैं।
किसान देश के अन्न की पूर्ति करते हैं। सरकार को उनका ध्यान रखना ही चाहिये। लेकिन किसानों को भी अपने अधिकारों की तरह अपने कर्तव्यों का निर्वाह भी करना चाहिए।
सुनील जैन राना
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