शनिवार, 20 नवंबर 2021

कृषि किसान बिल वापस

कृषि कानून वापस,बड़े किसान खुश कैसी विडंबना है हमारे देश की किसानों के हित मे बनाया गया कानून कुछ सरकार विरोधी ताकतों द्वारा आंदोलन कर वापस करवा दिया गया है। यह जीत सभी किसानों की जीत नही है।सरकार विरोधी कथित किसान आंदोलन करते रहे एवं सच्चे किसान खेतो में कार्य करते रहे। ज्ञात रहे इस वर्ष देश मे खाद्यान्न उत्पादन अपने रिकॉर्ड स्तर पर हुआ है। किसानों का खाद्यान्न उचित मूल्य पर बिका है, फिर भी यह आंदोलन कैसा? दरअसल देश मे अपनी राजनीति चमकाने को सत्ताविहीन नेतागण कुछ ऐसें मुद्दे ढूंढते रहते हैं जिससे देश का माहौल खराब हो। इस कृषि कानून में एक भी ऐसा कारण नही था जो किसान हित मे न हो। इस बिल से परेशानी सिर्फ बड़े किसानों,जमाखोरों,बिचौलियों को थी की अब उनकी दादागिरी चल नही पायेगी।। देश का 80% छोटा किसान अब इनके चंगुल से निकल जायेगा। दरअसल बड़ा किसान तो सभी प्रकार की सरकारी सुविधाएं ले लेता है लेकिन छोटे सभी किसानों को सभी सरकारी सुविधाएं नहीँ मिल पाती है। सरकार को किसान सम्बन्धी कानूनों में छोटे किसानों के लिये विशेष प्रावधान करना चाहिए। किसान बिल का विरोध करने वाले कथित किसान,विपक्ष एवं देश विरोधी खालिस्तानी ताकतें आदि जनता में खाई पैदा करने की कोशिशें कर रहे थे। लेकिन यह सब ये नहीँ बता पाये की इस बिल में खामी क्या है? मोदीजी ने देश की एकता को खंडित करने वालो को बिल वापस लेकर उनके मंसूबो पर पानी फेर दिया है। साथ ही आने वाले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर एक तीर से कई निशाने लगा दिये हैं। * सुनील जैन राना *

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