ये कैसे भारतीय ? https://suniljainrana.blogspot.com/
April 7, 2020 • सुनील जैन राना • जनहित
ये कैसे भारतीय जो भारत को कर रहे बदनाम ,जोखिम में डाल रहे अपनी और दूसरों की जान ?
दुनिया भर में कोरोना का कहर। अमेरिका ,इटली फ़्रांस ,बिट्रेन ,जर्मनी ,जैसे यूरोप के देश जो सभ्यता -स्वच्छता -अनुसाशन और आधुनिकता के लिए जाने जाते हैं इन देशों में कोरोना ने जमकर कहर बरपाया है। इन देशों में कोरोना से मरने वालो की संख्या चीन से बहुत ज्यादा है। शायद इसका मुख्य कारण इन देशों द्वारा कोरोना को हल्के में लेकर उचित समय पर व्यापक इंतजाम न करने से इन्हे ज्यादा हानि हुई है।
भारत १३० करोड़ की आबादी वाले देश में मोदी सरकार ने समय रहते कोरोना की भयानकता को जानकर समय रहते उचित कदम उठाकर इस महामारी को बढ़ने से रोकने के लिए पूरी ताकत लगा दी है। रोकथाम के उपायों के साथ साथ मोदीजी ने जनता में सकारात्मक ऊर्जा बनाये रखने के लिए एवं कोरोना की रोकथाम में लगे डॉक्टर ,सहायक ,पुलिस ,सहयोगी संगठन आदि सभी का आभार जताने को कभी विभिन्न ध्वनि से ,कभी दीपोत्सव से सभी का मनोबल बढ़ाने में लगे हैं और कह रहे हैं की कोई अकेला नहीं है ,हम सब साथ मिलकर कोरोना को हरायेंगे।
सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन कुछ मुट्ठी भर लोगो ने देश में अफ़रातफ़री मचा दी। पहले श्रमिकों का दिल्ली से पलायन फिर तब्दीली जमात के मरकज़ से देश भर में कोरोना का संकट और बढ़ गया। समझ में नहीं आता की ये कैसे भारतीय हैं जो ऐसी महामारी के समय अपनी और दूसरों की जान संकट में डाल रहे हैं। इनमें से भी कुछ ऐसे जो इलाज के दौरान नर्सों -डॉक्टरों आदि के साथ बदसलूकी करने वाले कैसे इंसान हैं ? कुछ ऐसे मुट्ठीभर लोग ही भारतीयता के दुश्मन हैं जो भारतीय संस्कृति की गंगा -जमनी तहज़ीब में फलीता लगाकर कौम को और इंसानियत को बदनाम कर रहे हैं। *सुनील जैन राना *
दुनिया भर में कोरोना का कहर। अमेरिका ,इटली फ़्रांस ,बिट्रेन ,जर्मनी ,जैसे यूरोप के देश जो सभ्यता -स्वच्छता -अनुसाशन और आधुनिकता के लिए जाने जाते हैं इन देशों में कोरोना ने जमकर कहर बरपाया है। इन देशों में कोरोना से मरने वालो की संख्या चीन से बहुत ज्यादा है। शायद इसका मुख्य कारण इन देशों द्वारा कोरोना को हल्के में लेकर उचित समय पर व्यापक इंतजाम न करने से इन्हे ज्यादा हानि हुई है।
भारत १३० करोड़ की आबादी वाले देश में मोदी सरकार ने समय रहते कोरोना की भयानकता को जानकर समय रहते उचित कदम उठाकर इस महामारी को बढ़ने से रोकने के लिए पूरी ताकत लगा दी है। रोकथाम के उपायों के साथ साथ मोदीजी ने जनता में सकारात्मक ऊर्जा बनाये रखने के लिए एवं कोरोना की रोकथाम में लगे डॉक्टर ,सहायक ,पुलिस ,सहयोगी संगठन आदि सभी का आभार जताने को कभी विभिन्न ध्वनि से ,कभी दीपोत्सव से सभी का मनोबल बढ़ाने में लगे हैं और कह रहे हैं की कोई अकेला नहीं है ,हम सब साथ मिलकर कोरोना को हरायेंगे।
सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन कुछ मुट्ठी भर लोगो ने देश में अफ़रातफ़री मचा दी। पहले श्रमिकों का दिल्ली से पलायन फिर तब्दीली जमात के मरकज़ से देश भर में कोरोना का संकट और बढ़ गया। समझ में नहीं आता की ये कैसे भारतीय हैं जो ऐसी महामारी के समय अपनी और दूसरों की जान संकट में डाल रहे हैं। इनमें से भी कुछ ऐसे जो इलाज के दौरान नर्सों -डॉक्टरों आदि के साथ बदसलूकी करने वाले कैसे इंसान हैं ? कुछ ऐसे मुट्ठीभर लोग ही भारतीयता के दुश्मन हैं जो भारतीय संस्कृति की गंगा -जमनी तहज़ीब में फलीता लगाकर कौम को और इंसानियत को बदनाम कर रहे हैं। *सुनील जैन राना *
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