सरकारी दूरसंचार - बेहाल , बेकार ,कोई सुनवाई नहीं
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आज 15 दिन बाद ब्लॉग पर कुछ लिख रहा हूँ। दो मोबाईल हैं मेरे पास ,एक में jio का पैक है दूसरे में
एयरटेल का पैक है इसके अतिरिक्त सरकारी उपक्रम के बीएसएनएल का ब्रॉड बैंड भी लगवा रखा है।
विडंबना की बात यह है की मोबाईल में दोनों डाटा कम स्पीड पर फिर भी चल जाते हैं लेकिन सरकारी
उपक्रम का बीएसएनएल पिछले 15 दिन से बिलकुल बंद है। अनेको बार शिकायत करने के बाद भी
कोई सुनवाई नहीं हो रही है। लाचार होकर आज अन्य नेट सेवा द्वारा कुछ लिख रहा हूँ।
मोदीजी देश को डिजिटल बनाना चाह रहे हैं लेकिन दश में अधिकांश जगह नेट सेवा का बुरा हाल है।
घरों में नहीं बल्कि बैंको में , डाकघरों में, नगरनिगमों में सर्वर डाउन होने की वजह से कार्य अधूरे रह
जाते हैं। आज के व्यस्त जीवन में किसी कार्य के लिए कोई कितनी बार जा सकता है। ऐसे में सब
डिजिटल कहना बेमानी है। मैंने पांच साल पहले भी इस विषय पर ऐसा ही कुछ लिखा था जो फेसबुक
पर मैमोरी में पुनः आया है नीचे प्रेषित कर रहा हूँ। लेकिन मैं चाहता हूँ की सरकारी उपक्रम की नेट सेवा
जब अतिरिक्त पुरे पैसे लेती है फिर भी नेट सेवा न दे तो उसपर कार्यवाही होनी चाहिए। बीएसएनएल के
दो ब्रॉडबैंड लगे हैं हमारे घर पर जो इस प्रकार हैं। प्रथम - सुशील जैन 2960262 @500 महीना एवं द्वितीय
राजीव जैन 2960277 @1200 महीना। धन्यवाद।
सुनील जैन राना , छत्ता जम्बू दास , सहारनपुर -247001 (उत्तर प्रदेश ) भारत
http://suniljainrana.blogspot.com
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