साम्प्रदायिक एकता जरूरी
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भारत में सत्ता की भूख ने जातिवाद को बढ़ावा दिया है। विभिन्न दलों के नेताओं ने सत्ता प्राप्ति के लिए जातिवाद का जहर फैला जनता में भेदभाव पैदा कर दिया। जबकि जातिवाद का सहारा ले रहे नेताओ ने उसी जाति क्र लिए कुछ नहीं किया जिसका वोट लेकर वे सत्ता प्राप्त करना चाह रहे हैं।
लोकसभा २०१९ के चनावों में मोदीजी ने जातिवाद का चक्र व्यूह तोड़कर प्रचंड बहुमत प्राप्त कर बता दिया की अब जो जनता की भलाई लिए कार्य करेगा वही देश पर राज करेगा।
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