एटम बम किसके पास ज्यादा ?
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टीवी मिडिया पर अक्सर भारत -पाकिस्तान और चीन के एटम बम एवं अन्य हथियारों के बारे में घंटो अलाप चलाया जाता है की किसके पास कितने बम और हथियार हैं। सबका तुलनात्मक अध्ययन किया जाता है।
सवाल यह है की क्या यह देशहित में है ?चीन आज सभी क्षेत्रों में बहुत आगे निकल पुरे विश्व को चुनौती दे रहा है। चीन की टेक्नोलॉजी आज विश्व में सबसे अग्रणी दिखाई दे रही है। भारत से बहुत आगे है चीन अतः चीन से किसी भी बात को मुकाबले में दिखाना भारत को नीचा दिखाना ही कहलायेगा।
रही बात पाकिस्तान की तो अमेरिका -चीन के टुकड़ो पर पल रहे पाकिस्तान की हालत वैसे ही बहुत खराब है। ऐसे में पाकिस्तान से भारत को मुकाबले में दिखाना भी भारत की तौहीन करना ही होगा। एटम बम के मामले में जरूर पाकिस्तान को भारत से ज्यादा एटम बम वाला देश बताया जाता है। ऐसा बताना भी ठीक नहीं है। भले ही पाकिस्तान के सभी प्रधानमंत्री भारत को एटम बम की धौंस दे चुके हों लेकिन यह उन्हें भी पता है की उनकी एक गलती भारत का तो कुछ ही नुकसान करेगी बदले में पाकिस्तान विश्व के नक्शे से साफ़ हो जायेगा।
भारतीय मिडिया को देश की सुरक्षा से संबंधित बातों को ऐसे बयान करना देशहित में नहीं है। सरकार को ऐसी डॉक्युमंट्री या डिबेट पर पाबंदी लगा देनी चाहिए। सिर्फ सरकारी आंकड़े या बयान ही इस संबंध में जारी होने चाहिए। भारतीय मिडिया को तो यह प्रचारित करना चाहिए की भले ही पाकिस्तान के पास भारत से ज्यादा एटम बम हो लेकिन भारत के एटम बम तकनीकी रूप से विकसित और बेहतरीन हालत में हैं जबकि पाकिस्तान के उधार लिए एटम बम न तो सम्पूर्ण हैं और न ही चलाने काबिल। गलती से चला भी दिये तो वह लक्ष्य पर जाने की बजाय पाकिस्तान में ही फूट जायेंगे। यही सत्य है। http://suniljainrana.blogspot.com/
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