गुरुवार, 3 सितंबर 2020
ऊपर वाले की नज़र
ऊपर वाले की नज़र
September 3, 2020 • सुनील जैन राना • जनहित
कुछ इंसान पता नहीं कब हैवान हो गये ,हैवान भी ऐसे की न वे नीचे वाले से डर रहे न ही ऊपर वाले से डर रहे हैं। वह ये भी भूल गये की हम सभी कैमरे की नज़र में हैं। फर्क सिर्फ इतना है की नीचे वाले का कैमरा तो कभी बंद भी हो जाता है लेकिन ऊपर वाले के कैमरे से कोई बच नहीं सकता।
विश्वव्यापी कोरोना महामारी भारत में भी काबू नहीं आ रही है। भारत सरकार अपनी पूरी ताकत से कोरोना वायरस से लड़ने और कोरोना से प्रभावित जनता को यथासम्भव सहूलियत उपलब्ध कराने को सदैव तत्पर है। इन सहूलियतों में गरीब जनता को मुफ्त राशन -दवाई -उपचार एवं कुछ राशि उपलब्ध कराई जा रही है। जिस पर लाखों करोड़ रूपये व्यय हो रहें हैं। कोरोना के कारण पिछले छ माह में देश के उद्योग धंधे ,व्यापार ,रोजगार आदि सभी की हालत खराब हो गई है। ऊपर से पड़ोसी देशों ने युद्ध के से हालात बना रखे हैं। जिसके कारण अर्थव्यवस्था से बहुत बड़ा धन हथियार आदि की आपूर्ति में खर्च हो रहा है।
मोदी सरकार में इतना सब होने के बावजूद अन्य अनेक देशों के मुकाबले बहुत क्षमता पूर्वक कार्य किये जा रहे हैं। लेकिन विडंबना की बात तो यह है की जब देश ऐसे गंभीर संकटो से गुज़र रहा है तब भी कुछ हैवान रूपी इंसान गरीब जनता के राशन ,अस्पतालों में फ़र्ज़ी बिल ,सेनेटाइजर के नाम पर अंधाधुंध खर्च दिखा लूटपाट में लगे हैं। पुलिस के डंडो से त्रस्त जनता के मुख से दुकाने -फड़ी लगाने -हटाने के नाम पर बसूली के किस्से भी सुनने को मिलते ही रहते हैं।
हम इंसान हैं तो हमें इंसानियत दिखानी चाहिये। पेट सबका भर जाता है पेटी नहीं भरती। हमारे अच्छे -बुरे कर्म ही हमारे साथ जायेंगे। हम आपस में एक -दूसरे को धोखा दे सकते हैं लेकिन ऊपर वाले की नज़र से नहीं बच सकते। ऊपर वाले को सब दिखाई दे रहा है और सब उसके बहीखाते में दर्ज़ हो रहा है। सभी हैवानों को इसपर चितन -मनन जरूर करना चाहिये। * सुनील जैन राना *
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