सोमवार, 14 अप्रैल 2025

वकफ का विरोध

कोलकाता, मुर्शिदाबाद के हालत गंभीर. 500 से अधिक हिन्दुओं का पलायन. इंटरनेट सेवाएं बंद. 1600 जवान तैनात.
बीजेपी का कहना है की वक्फ की आड़ में दंगे कराएं जा रहें हैं. ओवैसी जैसे नेताओं की आमदनी बंद हो गई है.
योगीजी कहते हैं की यदि वक्फ का विरोध करने वाले नेता पहले खुद बताये की उन्होंने आज तक वक्फ की जमीन से आज तक मुसलमानो के लिए क्या किया है. और इनके पास वक्फ की कितनी जमीन है.

रविवार, 13 अप्रैल 2025

पानी की एक्सपायरी

*पानी की एक्सपायरी डेट क्या है...⁉️*

*जहां नल का पानी हर दिन आता है, वहाँ पानी हर दिन बासी हो जाता है और हर दिन बहा (फेंक) दिया जाता है।*
*एक्सपायरी तिथि 1 दिन*

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*जहाँ 2 दिन में नल  आता है, वहाँ 2 दिन में पानी बासी हो जाता है,और बहा दिया जाता है।*

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*जहां आठ दिन बाद पानी आता है, वहाँ आठ दिन बाद पानी बासी हो जाता है।*

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*शादी समारोह में अगली बिसलरी का सामना होते ही हाथ में रखी पानी की आधी बोतल को फेंक दिया जाता है*‼️

       *वहीं दूसरी ओर...*

*_रेगिस्तान में यात्रा करते समय  पानी तब तक  ताजा रहता है, जब तक पानी दिखाई न दे_..….‼️*

🚰🚰🚰🚰🚰🚰🚰

*अगले मानसून तक बांध और तालाब में पानी ताजा बरकरार रहेगा, वहीं यदि सूखे की स्थिति बनती है, तो यह दो से तीन साल तक ताजा पानी बना रहता है...*

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*जहां 50 फीट के बोरवेल से पानी निकाला जाता है, वह जमीन के नीचे सालों साल पुराना है ,यानी सैकड़ों साल पुराना पानी पीने के लिए सुरक्षित है‼️ एक्सपायरी डेट सैकड़ों साल तक भी नहीं आती है।*

🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻

*जहाँ 400 से 500 फीट  बोरवेल से पानी निकाला जाता है, वह भी सालों साल तक जमीन के अंदर जमा रहता है।*
 *फिर भी उपयोगी रहता है...*👍🏻

🚰🚰🚰🚰🚰🚰🚰

*_कुल मिलाकर पानी की एक्सपायरी हमारी अपनी सोच के आधार पर बिना किसी मापदण्ड के केवल उपलब्धता के अनुसार तय की जाती है.....‼️_*

🙏🏻 *अतः पानी का  उपयोग विवेकशीलता एवं संयम से करें🙏🏻अन्यथा हमारे ही विचार हमको प्यासा मार डालेंगे...*🙏🏻


*🙏🏻कृपया  पढ़कर डिलीट न करें....🙏🏻*

 *🙏🏻आपसे विनम्र अनुरोध है कि इस सन्देश को अपने संपर्क के सभी रिश्तेदारों, दोस्तों को अवश्य भेजें 🙏🏻यह एक अत्यावश्यक व जागरूकता का संदेश है🙏🏻*


*जल ही जीवन है....*
*जल है तो कल है....*
इस पर गंभीरता से विचार कीजिए एवं उचित एवं आवश्यक निर्णय लीजिए।
सकारात्मक सोच हेतु धन्यवाद।
👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻

👏✍🏼🚰🙏🏻🚰🙏🏻💐🚩💐👏

शुक्रवार, 11 अप्रैल 2025

असली संविधान

*बाबा साहब भीम राव अंबेडकर जी के संविधान*
 *(1)वक्फ बोर्ड नहीं था*
*(2) मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड नहीं था* 
*(3) अल्पसंख्यक बोर्ड नहीं था*
*(4) मदरसों को सरकारी पैसा नहीं था*
*(5) मौलवी को सरकारी तनख्वाह नहीं था*
*(6)सभी पुरषों को समान अधिकार था*
*(7) सभी महिलाओं को समान अधिकार था*

*कॉंग्रेस पार्टी का संविधान*
*(1) वक्फ बोर्ड है*
*(2)मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड है* 
*(3) अल्पसंख्यक बोर्ड हैं*
*(4) मदरसों को सरकारी पैसा है*
*(5)मौलवियों को सरकारी तनख्वाह है*
*(6) सभी महिलाओं को समान अधिकार नहीं है मुस्लिम महिलाओं को गुजारा भत्ता तक नहीं है*
*(7) सभी पुरषों को समान अधिकार नहीं है हिन्दू 2 शादी करेगा तो जेल मुस्लिम 4 शादी कर सकता है*

*कॉंग्रेस पार्टी का सेकुलरवाद धर्म निरपेक्ष*
*(1) मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड हो सकता है हिन्दू पर्सनल बोर्ड नहीं*
*(2) मुस्लिम वक्फ बोर्ड हो सकता है हिन्दू वक्फ बोर्ड नहीं*
*(3) मुस्लिम 4 शादी कर सकता है हिन्दू नहीं*
*(4)मदरसों में धार्मिक शिक्षा देने के लिए भारत सरकार पैसा देगी हिन्दू अपनी धार्मिक शिक्षा नहीं दे सकता है*
*(5) मस्जिद का पैसा मस्जिद कमेटी लेगी हिन्दू मंदिरों का पैसा सरकार लेगी*
*(6)मुस्लिम भारत में दूसरे स्थान पर है फिर भी अल्पसंख्यक है हिन्दू 8 राज्य में मणिपुर, नागालैंड, मिजोरम  लक्षद्वीप, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय पंजाब, और जम्मू कश्मीर अल्पसंख्यक है फिर उन्हें बहुसंख्यक बताया गया*
*(7) भारत में हिंदू धर्म में जातीय जनगणना होगी बाकी किसी धर्म में नहीं*
*(8) गीता पर हाथ रखकर कसम खिलाई जा सकती हैं लेकिन गीता पढ़ाई नहीं जा सकती है*
*समाज मे ऐसे दोहरे चरित्र से क्या असर पड़ेगा लोग एक दूसरे से नफरत करने लगते है नफरत का बीज बोया गया और आज नफरत शुरू हो गई तो बोलते है हिन्दू मुस्लिम हो रहा है हिन्दू मुस्लिम के बीच नफरत की दीवार कॉंग्रेस पार्टी ने ही खड़ी कर दी आज लोग बाबा साहब भीम राव अंबेडकर जी के संविधान के अनुसार अपना अधिकार मांग रहा है बस सबको समान अधिकार चाहिए जब हिन्दू अपने ही देश मे अपना अधिकार मांग रहा है तो कॉंग्रेस बोलती हिन्दू मुस्लिम हो रहा है 2014 के पहले सिर्फ मुस्लिम मुस्लिम होता था*

रविवार, 6 अप्रैल 2025

समझ कर समझो

*एक दुःखद सत्यकथा -* वक्फ बोर्ड बिल के विषय लेकर एक विशेष लेख....  *

आज भी *"दोनों तरफ से काफिर"* ही लड़ रहा है, अन्तर है तो बस........

*अकबर* के दरबार में एक कट्टर सुन्नी मुस्लिम *अब्द अल कादीर बदायूंनी* था।

उसने हल्दीघाटी के युद्ध का आंखों देखा वर्णन जिसमें वह स्वयं सम्मिलित था, अपनी पुस्तक *मुंतखाब-उल-वारीख* में किया है।

मूल पुस्तक अरबी में है, जिसका 18वीं सदी में अंग्रेजी में अनुवाद किया गया।

हल्दी घाटी के युद्ध में दोनों तरफ की सेनाओं में *90% हिन्दू राजपूत* ही लड़ रहे थे। 

अकबर" की तरफ से *सेनापति मानसिंह* और *राजा लूणकरण* थे तो... दूसरी तरफ स्वयं *महाराणा प्रताप* और *हिन्दू राजपूत राजा* थे।

दोनों तरफ से... हिन्दू *राजपूतों ने केसरिया साफे* पहन रखे थे, इससे अकबर का एक सेनापति *अबुल फजल इब्न मुबारक* असमंजस में पड़ गया कि कौन हमारी तरफ से लड़ रहा है और कौन शत्रु की तरफ से है...??

फिर अबुल फजल ने अब्द अल कादिर से पूछा कि दोनों तरफ से हिन्दू *राजपूत केसरिया साफा* पहने हैं .. तो मैं कैसे पहचान करूं...? कौन अपनी तरफ से लड़ रहा है और कौन शत्रु की तरफ से है...?

तब *अब्द अल कादिर* ने कहा----- *अबुल फजल* तुम बस तीर और तलवार चलाते रहो, भाला फेंकते रहो। मरने वाले कोई भी हों *काफिर* ही होंगे।

चाहे हमारी तरफ के मरे या शत्रु की तरफ के मरे .. कहीं भी तीर चलाओ, किसी को भी मारो... जीत *इस्लाम* की ही होगी,... अगर हम युद्ध में... विजय हो सके तो ठीक.. नहीं जीते तो... कम से कम खुदा को यह तो कह देंगे कि हमने *काफिरों* को मारा...??

काश  इतिहास को पढ़ते और इतिहास से सीख लेते..... संसद की स्थिति... आज भी वैसी ही है.!!

आज भी वही हो रहा है,आधी रात तक चली संसद में वक्फ बिल के समर्थन में 288 सदस्य और विरोध में 232 सदस्य थे, जिसमें से सिर्फ 24 सदस्य मुस्लिम हैं, बाकी  208  काफिर सदस्य भी चाहते हैं कि धर्मांतरण और कब्जे का खेल चलता रहे... ✍🏻🤔

*बात कड़वी है - पर सच्ची है*

बुधवार, 2 अप्रैल 2025

शाकाहार का प्रचार करें

अनंत अम्बानी ने 250 मुर्गीयां खरीद कर उनकी जान बचाई. इस बात की मिडिया में बहुत चर्चा हो रही है.
अनंत अम्बानी का पशुओं के प्रति प्रेम जग ज़ाहिर है. अच्छी बात है की उन्होंने 250मुर्गीयों की जान बचाई. 
लेकिन उन्हें शायद यह नहीं पता देश में रोज लाखों नहीं बल्कि करोड़ो मुर्गीयां जिन्हें चिकन कहा जाता है खाई जाती हैँ. पोल्ट्री फार्म में रोज लाखों चूजों को जो काम के नहीं होते उन्हें मार दिया जाता है. यही नहीं उन्हें जिन्दा ही मशीन में डालकर उनकी चटनी बना दी जाती है जो नॉनवेज फ़ास्ट फ़ूड बनाने वाले खरीद कर ले जाते हैं और उसे अपने उत्पादनों में इस्तेमाल करते हैं.

अनंत अम्बानी को जीव दया की इतनी ज्यादा भावना हैं तो उन्हें शाकाहार का प्रचार करना चाहिए. मांसाहार बंद नहीं हो सकता लेकिन कम हो सकता है. उन्हें आज की युवा पीढ़ी को शाकाहार के लिए प्रेरित करना चाहिए. KFC, मकडोनाल्ड आदि में शाकाहारी युवा को न खाने को प्रेरित करना चाहिए. क्योंकि वहाँ की वेज वस्तु भी खाने योग्य नहीं होती शाकाहारियों के लिए.

मंगलवार, 1 अप्रैल 2025

कांग्रेस का झूठ

#राहुल_गांधी द्वारा महात्मा #गांधी के प्रपौत्र को लिखा गया एक पत्र...?? जिसमें #राहुल गांधी द्वारा कहा गया कि.. RSS ने ही गांधी जी की हत्या की थी, ताकि वे भाजपा के विरुद्ध कांग्रेस का साथ देने आ जायें। इसके जवाब में गांधीजी के प्रपौत्र श्रीकृष्ण कुलकर्णी ने जवाब मे राहुल गांधी को ये खुला पत्र लिखा, जिसे उन्होंने पब्लिक डोमेन में भी प्रसारित किया था।’

प्रिय राहुल गांधी जी,

यह पत्र मैं, श्रीकृष्ण कुलकर्णी, लिख रहा हूं, जो महात्मा गांधी के प्रपौत्र होने का सौभाग्य रखता हूं। हाल ही में आपने जो बयान दिया कि "#RSS ने गांधी जी की हत्या की थी", उस पर मुझे गहरा खेद है। यह बयान न केवल ऐतिहासिक तथ्यों से परे है, बल्कि इसे बार-बार दोहराने से देश में भ्रम और गलतफहमियां फैलती हैं।

मोहनदास करमचंद गांधी की हत्या श्री नाथूराम गोडसे ने की थी, और यह तथ्य कई जांच आयोगों और ऐतिहासिक दस्तावेजों में स्पष्ट किया गया है। इन आयोगों में किसी ने भी #राष्ट्रीय_स्वयंसेवक_संघ (RSS) को गांधी जी की हत्या के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया।

मेरे दादा, स्वर्गीय रामदास गांधी, जिन्होंने अपने पिता महात्मा गांधी के जीवन और सिद्धांतों को करीब से समझा, उन्होंने भी श्री नाथूराम गोडसे को मृत्युदंड से बचाने के लिए तत्कालीन गृह मंत्री सरदार पटेल को पत्र लिखा था। यह उनके भीतर की मानवता और माफ करने की शक्ति का प्रतीक था।

1969 में जब मेरे दादा रामदास गांधी का निधन हो रहा था, उस समय नाथूराम गोडसे के छोटे भाई, गोपाल गोडसे, उनसे मिलने आए थे। मेरा परिवार इस पूरे अध्याय को पीछे छोड़ चुका है, और हमने गांधी जी की शिक्षाओं के अनुरूप आगे बढ़ने का निर्णय लिया है।

आपसे मेरा निवेदन है कि गांधी जी के नाम और उनके जीवन को बार-बार अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस्तेमाल करना बंद करें। इतिहास को समझें, और देश के हित में आगे बढ़ें। बार-बार RSS पर आरोप लगाना ठीक वैसा ही है जैसे कहना कि "सिखों ने आपकी दादी की हत्या की थी।" लेकिन यह असत्य है, क्योंकि इसमें पूरे सिख समुदाय की भागीदारी नहीं थी।

आप गांधी परिवार से नहीं हैं। आपका परिवार और आप वर्षों से गांधी नाम का उपयोग करके देश को गुमराह करते आए हैं। गांधी उपनाम का उपयोग करना एक चालाकी भरा प्रयास है, जिसने दशकों तक भारतीय जनमानस को भ्रमित किया।

आपके दादा फिरोज खान थे, जो जूनागढ़ के नवाब खान के पुत्र थे। आपकी दादी इंदिरा गांधी ने फिरोज खान से विवाह करने के लिए इस्लाम धर्म अपनाया था। इस प्रकार, आपका डीएनए एक मिश्रण है—मुस्लिम और कैथोलिक का। न तो आप गांधी हैं, न ही हिंदू।

आपसे मेरी अपेक्षा है कि आप अब अपने वास्तविक इतिहास और पहचान को स्वीकार करें। मेरे परिवार के नाम का इस्तेमाल बंद करें और देश की जनता से माफी मांगें।

यह पत्र केवल सत्य और न्याय के लिए लिखा गया है, ताकि मेरे परिवार के नाम का दुरुपयोग और गलत व्याख्या न हो।

जय हिंद। वंदे मातरम।
आपका,
श्रीकृष्ण कुलकर्णी

Tripat Singhji द्वारा

शनिवार, 29 मार्च 2025

बच्चों का प्यार चाहिए

बुजुर्ग पिताजी जिद कर रहे थे कि, उनकी चारपाई बाहर बरामदे में डाल दी जाये। बेटा परेशान था...बहू बड़बड़ा रही थी....।कोई बुजुर्गों को अलग कमरा नही देता, हमने दूसरी मंजिल पर कमरा दिया.... AC TV FRIDGE सब सुविधाएं हैं, नौकरानी भी दे रखी है। पता नहीं, सत्तर की उम्र में सठिया गए हैं..?

पिता कमजोर और बीमार हैं....जिद कर रहे हैं, तो उनकी चारपाई गैलरी में डलवा ही देता हूँ, निकित ने सोचा। पिता इच्छा की पू्री करना उसने स्वभाव बना लिया था।

अब पिता की एक चारपाई बरामदे में भी आ गई थी। हर समय चारपाई पर पडे रहने वाले पिता अब टहलते टहलते गेट तक पहुंच जाते। कुछ देर लान में टहलते लान में नाती - पोतों से खेलते, बातें करते, हंसते , बोलते और मुस्कुराते। कभी-कभी बेटे से मनपसंद खाने की चीजें भी लाने की फरमाईश भी करते। खुद खाते , बहू - बेटे और बच्चों को भी खिलाते ....धीरे-धीरे उनका स्वास्थ्य अच्छा होने लगा था।

दादा ! मेरी बाल फेंको। गेट में प्रवेश करते हुए निकित ने अपने पाँच वर्षीय बेटे की आवाज सुनी, तो बेटा अपने बेटे को डांटने लगा...अंशुल बाबा बुजुर्ग हैं, उन्हें ऐसे कामों के लिए मत बोला करो।

पापा ! दादा रोज हमारी बॉल उठाकर फेंकते हैं....अंशुल भोलेपन से बोला।

क्या... "निकित ने आश्चर्य से पिता की तरफ देखा ?

पिता- हां बेटा तुमने ऊपर वाले कमरे में सुविधाएं तो बहुत दी थीं। लेकिन अपनों का साथ नहीं था। तुम लोगों से बातें नहीं हो पाती थी। जब से गैलरी मे चारपाई पड़ी है, निकलते बैठते तुम लोगों से बातें हो जाती है। शाम को अंशुल -पाशी का साथ मिल जाता है।

पिता कहे जा रहे थे और निकित सोच रहा था.....बुजुर्गों को शायद भौतिक सुख सुविधाओं से ज्यादा अपनों के साथ की जरूरत होती है....।

बुज़ुर्गों का सम्मान करें यह हमारी धरोहर हैं और अपने बुजुर्गों का खयाल हर हाल में अवश्य रखें...यह वो पेड़ हैं, जो थोड़े कड़वे है, लेकिन इनके फल बहुत मीठे है, और इनकी छांव का कोई मुक़ाबला नहीं।
🙏🏼🙏🏼🙏🙏🙏🙏🙏🙏🏼🙏

वकफ का विरोध

कोलकाता, मुर्शिदाबाद के हालत गंभीर. 500 से अधिक हिन्दुओं का पलायन. इंटरनेट सेवाएं बंद. 1600 जवान तैनात. बीजेपी का कहना है की वक्फ की आड़ में ...